Dollar vs Rupee: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में जारी गिरावट पर लगा ब्रेक, आज भारतीय रुपया 15 पैसे हुआ मजबूत
Dollar vs Rupee Rate Today: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.60 के स्तर पर लगभग सपाट रुख के साथ खुला और कारोबार के अंत में यह 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
अमेरिकी डॉलर की स्थिति को विदेशी मुद्रा व्यापार टिप दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 0.28 प्रतिशत घटकर 103.69 रह गया.
Dollar vs Rupee: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले भारतीय रुपया (Indian Rupee) बुधवार को 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. घरेलू शेयर बाजार में तेजी के साथ-साथ मुद्रास्फीति दबाव के कम होने से निवेशकों ने सकारात्मक रुख अपनाया. जिससे रुपये में तेजी आई है. इसके अलावा बाजार सूत्रों ने कहा कि अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने और कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने से भी रुपये को समर्थन मिला है.
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अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.60 के स्तर पर लगभग सपाट रुख के साथ खुला और कारोबार के अंत में यह 15 पैसे की तेजी के साथ 82.45 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. आज के कारोबार के दौरान एक समय पर रुपया 82.40 के उच्चस्तर और 82.71 के निचले स्तर को छुआ. इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 82.60 प्रति डॉलर के भाव (Dollar vs Rupee Rate) पर बंद हुआ था.
इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 0.28 प्रतिशत घटकर 103.69 रह गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.26 प्रतिशत घटकर 80.47 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
आज बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 144.61 अंक बढ़कर 62,677.91 अंक पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FPI) पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार विदेशी मुद्रा व्यापार टिप बने रहे. उन्होंने मंगलवार को 619.92 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रुपये में कैसे होगा अंतरराष्ट्रीय व्यापार? केंद्र सरकार का जोर क्यों
यूएस डॉलर (USD) के बजाय भारतीय रुपये (INR) में अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International Trade) को बढ़ावा देने पर केंद्र सरकार ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं. केंद्रीय वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) इस पहल के तरीकों पर चर्चा करने के लिए देश के बैंकों, विदेश मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालयों सहित हितधारकों के साथ बैठक कर रहा है. बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), भारतीय बैंक संघ, बैंकों के प्रतिनिधि निकाय और उद्योग निकायों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
सूत्रों के हवाले से विदेशी मुद्रा व्यापार टिप रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों से कहा जाएगा कि वे निर्यातकों को रुपये के कारोबार पर बातचीत करने के लिए कहें. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बाद बदले अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में भारत सरकार ने रुपये में कारोबार को बढ़ाने के विकल्प पर विचार तेज किया हुआ है. आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार रुपये में कैसे हो सकता है? साथ ही सरकार क्यों इस पर जोर दे रही है?
क्या है पृष्ठभूमि
भारतीय रिजर्व बैंक ने 11 जुलाई को एक सर्कुलर जारी कर कहा कि उसने "आईएनआर (INR) में चालान, भुगतान और निर्यात / आयात के निपटान के लिए एक अतिरिक्त व्यवस्था करने का फैसला किया है." आरबीआई ने कहा था, "भारत से निर्यात पर जोर देने के साथ वैश्विक व्यापार के विकास को बढ़ावा देना और आईएनआर में वैश्विक व्यापारिक समुदाय की बढ़ती रुचि का समर्थन करना उसका मकसद है."
भारत और अन्य देशों के बीच रुपये में व्यापार निपटान की अनुमति देने के कदम को मुख्य रूप से रूस के साथ व्यापार को लाभान्वित करने के लिए देखा गया था. इससे डॉलर के बहिर्गमन को रोकने और रुपये के मूल्यह्रास को "बहुत सीमित सीमा" तक धीमा करने में मदद मिलने की उम्मीद थी.
कैसे होगा मौद्रिक लेन-देन
किसी भी देश के साथ व्यापार लेनदेन का निपटान करने के लिए भारत में बैंक व्यापार के लिए भागीदार देश के कॉरेस्पॉन्डेंट बैंक/बैंकों के विदेशी मुद्रा व्यापार टिप वोस्ट्रो खाते खोलेंगे. भारतीय आयातक इन खातों में अपने आयात के लिए INR में भुगतान कर सकते हैं. आयात से होने वाली इन आय का उपयोग भारतीय निर्यातकों को भारतीय रुपये में भुगतान करने के लिए किया जा सकता है. वोस्ट्रो खाता एक ऐसा खाता है जो एक कॉरेस्पॉन्डेंट बैंक दूसरे बैंक की ओर से रखता है. उदाहरण के लिए, एचएसबीसी वोस्ट्रो खाता भारत में एसबीआई द्वारा आयोजित किया जाता है.
मौजूदा सिस्टम क्या है
वर्तमान में नेपाल और भूटान जैसे अपवादों के साथ किसी कंपनी द्वारा निर्यात या आयात हमेशा विदेशी मुद्रा में होता है. इसलिए आयात के मामले में भारतीय कंपनी को विदेशी मुद्रा में भुगतान करना पड़ता है. मुख्य रूप से यह यूएस डॉलर है, लेकिन पाउंड, यूरो या येन विदेशी मुद्रा व्यापार टिप वगैरह भी हो सकता है. भारतीय कंपनी को निर्यात के मामले में विदेशी मुद्रा में भुगतान किया जाता है और कंपनी उस विदेशी मुद्रा को रुपये में बदल देती है. क्योंकि उसे ज्यादातर मामलों में अपनी आवश्यकताओं के लिए रुपये की आवश्यकता होती है.
अपेक्षित उपयोग
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आरबीआई के आदेश में ऐसा नहीं कहा विदेशी मुद्रा व्यापार टिप गया था कि इस व्यवस्था का मुख्य रूप से रूस के लिए उपयोग किए जाने की उम्मीद थी. "यूक्रेन युद्ध के बाद रूस पर प्रतिबंध हैं और देश स्विफ्ट सिस्टम (विदेशी मुद्रा में भुगतान के लिए बैंकों द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रणाली) से दूर है. इसका मतलब है कि भुगतान विदेशी मुद्रा में नहीं करना है और इस व्यवस्था से रूस और भारत दोनों को मदद मिलेगी. ”
व्यवस्था का विस्तार
सबनवीस ने कहा कि इसकी संभावना नहीं है कि इस व्यवस्था को अन्य देशों तक बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं, लेकिन अन्य इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं. क्योंकि उन्हें अपने आयात के लिए विदेशी मुद्रा की आवश्यकता हो सकती है." उन्होंने कहा कि श्रीलंका भी हमें डॉलर या किसी विदेशी मुद्रा व्यापार टिप अन्य विदेशी मुद्रा में भुगतान करना चाहता है. हालांकि, इस व्यवस्था से रुपये की गिरावट को किसी भी हद तक रोकने में मदद की उम्मीद नहीं थी. रुपया सभी वैश्विक मुद्राओं की तरह डॉलर के मुकाबले मूल्यह्रास ( कीमत का गिरना) कर रहा है. इसकी सामान्य प्रवृत्ति अब कई महीनों से लगातार कमजोर होती जा रही है.
Share Market : शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे टूटकर 82.64 पर आया
मुंबई : विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और निवेशकों की जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी से घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.60 पर खुला, फिर और गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे की गिरावट को दर्शाता है। शुरुआती सौदों में रुपया 82.60-82.विदेशी मुद्रा व्यापार टिप 65 के सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था। रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 9 पैसे टूटकर 82.60 पर बंद हुआ था। इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को विदेशी मुद्रा व्यापार टिप दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.09 पर आ गया। वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 8०.41 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।
Stock Market Update : वैश्विक बाजारों में मजबूती से शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी में तेजी, डॉलर के मुकाबले टूटा रुपया
Stock Market Update : वैश्विक बाजारों में मजबूती से शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी में तेजी दर्ज की गई है. वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये में 4 पैसे की कमजोरी आई है.
Updated: December 14, 2022 11:23 AM IST
Sensex Today : वैश्विक बाजारों में मजबूती के बीच घरेलू शेयर बाजारों में पिछले सत्र की तेजी बुधवार को भी बनी रही और शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स तथा निफ्टी ने बढ़त दर्ज की.
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इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 250.14 अंक की तेजी के साथ 62,783.44 अंक पर पहुंच गया. व्यापक एनएसई निफ्टी 75.5 अंक बढ़कर 18,683.50 अंक पर था.
सेंसेक्स में पॉवर ग्रिड, विप्रो, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, टाटा विदेशी मुद्रा व्यापार टिप कंसल्टेंसी सर्विसेस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, लार्सन एंड टूब्रो तथा भारतीय स्टेट बैंक बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल विदेशी मुद्रा व्यापार टिप थे.
दूसरी ओर भारती एयरटेल के शेयरों में गिरावट हुई.
पिछले कारोबारी सत्र में, मंगलवार को बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 402.73 अंक यानी 0.65 प्रतिशत की बढ़त के साथ 62,533.30 अंक पर बंद हुआ था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 110.85 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,608 अंक पर बंद हुआ था.
अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजारों में तेजी थी. अमेरिकी बाजार भी मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे.
अंतरराष्ट्रीय तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड 0.20 प्रतिशत गिरकर 80.51 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था.
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 619.92 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे टूटा
विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और निवेशकों की जोखिम से बचने की प्रवृत्ति के बीच रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में तेजी से घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 82.60 पर खुला, फिर और गिरावट के साथ 82.64 के स्तर पर आ गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले चार पैसे की गिरावट को दर्शाता है.
शुरुआती सौदों में रुपया 82.60-82.65 के सीमित दायरे में कारोबार कर रहा था.
रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 9 पैसे टूटकर 82.विदेशी मुद्रा व्यापार टिप 60 पर बंद हुआ था.
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.09 पर आ गया.
वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 80.41 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया.
(With agency inputs)
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