Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी में भी SIP के जरिए निवेश के विकल्प का ऑफर दे रहे क्रिप्टो स्टार्टअप्स, भारी उतार-चढ़ाव से बचने में मिलेगी मदद

Cryptocurrency News: SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी के भाव में उतार चढ़ाव से बचने में आसानी होती है. और हर लेवल पर खरीदारी के चलते निवेशक का खरीद औसत मुल्य बेहतर होता है.

By: ABP Live | Updated at : 22 Mar 2022 04:46 PM (IST)

Investment In Cryptocurrency In SIP: बिट्कॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश इन दिनों निवेशकों को खुब लुभा रहा है. हालांकि जैसे कि शेयर बाजार का हाल है जिन निवेशकों के शेयर बाजार की कम जानकारी है वे म्यूचुअल फंड के जरिए बाजार में निवेश करते हैं. जिससे बाजार में निवेश के जोखिम से वे बच पाएं. ठीक उसी प्रकार क्रिप्टोकरेंसी में तो निवेशक निवेश करना चाहते हैं लेकिन कम जानकारी और 24 घंटे उसपर निगरानी रखने में असमर्थता के चलते निवेशक सीधे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के बचना चाहते हैं. ऐसे निवेशक अब म्यूचुअल फंड के समान SIP के जरिए क्रिप्टोककेंसी में निवेश कर सकते हैं.

इन दिनों कई क्रिप्टो में निवेश करने वाले एक्सचेंज SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का विकल्प निवेशकों के लिए लेकर आए हैं. CoinsSwitch Kuber, Bitbns जैसे प्लेटफॉर्म भी SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का विकल्प निवेशकों को ऑफर कर रहे हैं. जानकारों के मुताबिक SIP के जरिए क्रिप्टोकरेंसी के भाव में उतार चढ़ाव से बचने में आसानी होती है. और हर लेवल पर खरीदारी के चलते निवेशक का खरीद औसत मुल्य बेहतर होता है और लंबी अवधि में निवेश पर म्यूचुअल फंड के समान बेहतर रिटर्न मिल सकता है.

कैसे कर सकते हैं निवेश
निवेशकों को सबसे पहले क्रिप्टो एक्सचेंज या फिर SIP के जरिए निवेश का ऑफर कर रहे इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को अकाउंट खोलना होगा. निवेशकों को केवाईसी के डॉक्यूमेंट्स ऑनलाइन अपजेट करना होगा. इसके बाद निवेशक प्लेटफॉर्म पर पैसे को लोड कर बिट्कॉइन एथेरियम जैसे किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में SIP के जरिए निवेश कर सकता है.

म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कटऑफ टाइम होता है पर क्रिप्टोकरेंसी में ऐसा नहीं है क्योंकि ये 24 घंटे ट्रेड होता है. निवेशक मंथली SIP के अलावा डेली SIP भी कर सकते हैं जिससे क्रिप्टोकरेंसी में उतार चढ़ाव से बचा जा सके. क्रिप्टो एक्सचेंज यूपीआई द्वारा ऑटोमेटेड पेमेंट स्वीकार करते हैं.

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बहरहाल एक अप्रैल से 2022 से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से बोने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी टैपिटल गेन टैक्स लगने लगेगा. सरकार क्रिप्टोकरेंसी को रेग्युलेटेड बता रही और अबी तक मान्यता नहीं दी है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स इसे स्वीकार करने के संकेत के तौर पर ही देखा जा रहा है.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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Published at : 22 Mar 2022 04:46 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin SIP Ethereum Investment In Cryptocurrency In SIP हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

क्रिप्टोकरेंसी क्या है…? :Cryptocurrencies में invest कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है…? ,क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास,क्रिप्टोकरेंसी के फायदे,Cryptocurrency के नुकसान,Cryptocurrency खरीद ने के लिए आवश्यक Documents,Cryptocurrencies में invest कैसे करें?,क्रिप्टोकॉइन के प्रकार

क्रिप्टोकरेंसी क्या है…?:-
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है, जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है | यह एक ऐसी मुद्रा है, जिसे किसी भी देश की सरकार लागू नहीं करती है | इस मुद्रा पर किसी देश, राज्य या किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है अर्थात यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जो डिजिटल रूप में होती है इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी द्वारा आप किसी भी तरह की वस्तु या सेवाएं खरीद या बेच सकते हैं।
Crypto currency को digital money भी कहा जा सकता है क्यूंकि ये केवल Online ही उपलब्ध है और इसे हम physically लेन देन नहीं कर सकते ,दुसरे currencies जैसे की भारत में Rupees, USA में Dollar, Europe में Euro इत्यादि को सरकारें पुरे देश में लागु करते हैं और इस्तमाल में लाये जाते हैं ठीक वैसे ही इन currency को भी पुरे दुनिया में इस्तमाल में लाया जाता है. लेकिन यहाँ समझने वाली यह बात है की इन Cryptocurrencies के ऊपर Government का कोई भी हाथ नहीं होता है क्यूंकि ये Decentrallized Currency होती हैं इसलिए इनके ऊपर कोई भी agency या सरकार या कोई board का अधिकार नहीं होता, जिसके चलते इसके मूल्य को regulate नहीं किया जा सकता |

क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास :- (History of cryptocurrency in Hindi)
सबसे पहली क्रिप्टोकरंसी 2009 में लांच की गयी या कह सकते है की बनाई गई थी। जो की बिटकॉइन थी। इसको सतोशी नाकामोतो द्वारा लॉन्च किया गया था। सतोशी नाकामोतो के बारे में किसी को भी ज्यादा नहीं पता है। बस यह कहा जाता है कि वह एक Developer थे।
लेकिन कई लोगों का मानना यह भी है, कि वह कोई संस्था थी जिसने बिटकॉइन को बनाया और उस संस्था का नाम सतोशी नाकामोतो था। अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो कोई नहीं जानता है।और इसका कारण यह है की सतोशी नाकामोतो के बारे में कुछ भी नहीं पता चला क्योंकि बिटकॉइन को लांच करने के कुछ समय बाद ही वह गायब हो गए थे। और उसके बाद उनका कोई भी पता नहीं लगा पाया।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे:- (Crypto Currecy Benefits)
1.क्रिप्टोकरेंसी में किये जानें वाले सभी प्रकार के लेनदेन ऑनलाइन मोड में होते हैं, साथ ही इसकी सिक्यूरिटी बहुत ही स्ट्रोंग होती है, क्योंकि इसमें के विशेष प्रकार की सुरक्षा वाली टेक्निक का प्रोयग किया जाता है | जिसके कारण इसमें किसी भी तरह से फ्राड या धोखाधड़ी की संभावनाएं न के बराबर होती है |
2.क्रिप्टो करेंसी पर किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है, जिससे नोटबंदी और करेंसी का मूल्य घटने जैसा खतरे की संभावना नहीं होती है।
3.साधारण लेन-देन और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से होनें वाले लेनदेन में अन्तर होता है, क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी में किया जाने वाला लेनदेन बहुत ही कड़ी निगरानी में एवं सुरक्षित तरीके से किया जाता है |
4.धन छुपाकर रखनें वाले लोगो के लिए क्रिप्टो करेंसी सबसे अच्छा माध्यम है, जिसके कारण क्रिप्टो करेंसी पैसे छुपाकर रखने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है |

Cryptocurrency के नुकसान:-
1.Cryptocurrency में एक बार transaction पूर्ण हो जाने पर उसे reverse कर पाना असंभव होता है क्यूंकि इसमें वैसे कोई options ही नहीं होती है.
2.अगर आपका Wallet के ID खो जाती है तब वो हमेशा के लिए खो जाती है क्यूंकि इसे दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है. ऐसे में आपके जो भी पैसे आपके wallet में स्तिथ होते हैं वो सदा के लिए खो जाते है|

Cryptocurrency खरीद ने के लिए आवश्यक Documents :-
1.आधार कार्ड
2.पेन कार्ड
3.वोटर आईडी कार्ड
4. फ़ोन नंबर
5.बैंक एकाउंट्स डिटेल

Cryptocurrencies में invest कैसे करें?:-
Cryptocurrencies में invest करने के लिए आपको सही प्लाट्फ़ोर्म का चुनाव करना होगा। क्यूँकि यदि सही प्लाट्फ़ोर्म न चुना जाए तब आपको ज़्यादा फ़ीस देनी पड़ सकती है ट्रेडिंग करते वक्त। ऐसे ही भारत में अभी के समय में सबसे पोपुलर Cryptocurrency प्लाट्फ़ोर्म है “Wazirx“।
इसमें investment करना और ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है और इसके फ़ाउंडर भी एक भारतीय ही हैं। मैंने भी इसमें investment किया है और कई वर्षों से किया है। आप भी चाहें तो इसमें अपना पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं।

क्रिप्टोकॉइन के प्रकार:- (How Many Types of Cryptography)
तात्कालिक समय में लगभग 1000 क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं, किन्तु इसमें से कुछ ऐसे हैं, जिसका प्रयोग बहुत अधिक होता है.
1.ईथर और ईथरम : इसका प्रयोग इंटरचेंज करेंसी के रूप में किया जाता है. ईथर एक तरह का टोकन होता है. इसका प्रयोग ईथरम ब्लाक चैन के अंतर्गत लेनदेन क्या हैं बिटकॉइन प्रयोग करने के फायदे के लिए किया जाता है.
2.लाइटकॉइन : इसका अविष्कार वर्ष 2011 में हुआ था. यह भी नामित कॉइन की ही तरह डीसेंट्रलाइज्ड तकनीक की सहायता से कार्य करता है. इसकी सहायता से बिटकॉइन अधिक तेज़ कार्य होता है.
3.डैश : वर्ष 2014 में डैश क्रिप्टोकरेंसी का आविष्कार हुआ था. इसके आरम्भ में इसे डार्क कॉइन के नाम से जाना जाता था. यह ‘मास्टरनोड’ नामक नेटवर्क की सहायता से कार्य करता है. यह नेटवर्क बिटकॉइन से अधिक तेज़ और प्रभावशाली है.
4.जेड कैश : इसका आविर्भाव अक्टूबर 2016 में हुआ था. यह इस क्षेत्र में एक नयी तरह की करेंसी है. इसके प्रयोग के दौरान सारे इनफार्मेशन एन्क्रिप्ट हो जाते है, फिर भी इसका प्रयोग ‘डबल स्पेंड’ के लिए नहीं किया जा सकता है.
5.मोनेरो : यह भी एक विशेष तरह की क्रिप्टोकरेंसी है. इसमें विशेष तरह की सिक्यूरिटी का प्रयोग किया जाता है, जिसका नाम रिंग सिग्नेचर होता है. यह ‘डार्क वेब ब्लैक मार्केट’ में बहुत अधिक होता है. इसकी सहयता से स्मग्लिंग की जाती है. अतः इसके प्रयोग से कालाबाजारी आसान हो जाती है.

Cryptocurrency क्या है(Cryptocurrency kya hai)? भारत की डिजिटल करेंसी?

cryptocurrency एक ऐसी currency है जिसे कागजी मुद्रा की तरह देखा नहीं जा सकता न हि उसकी तरह उपयोग में लाया जा सकता। यह एक डिजिटल और वर्चुअल करेंसी है। जो अपनी सिक्योरिटी के लिए cryptography का उपयोग करती है। crytocurrencies में secure payment के लिए decentralized टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है और ऐसा बिना नाम बताये, बिना किसी जानकारी के करना संभव है। यह इतना सिक्योर है कि पेमेंट की कोई भी जानकारी निकाल पाना असंभव होता है।

cryptography

इसके अंतर्गत किसी जानकारी को encrypt कोड के रूप में बदल दिया जाता है जिससे जानकारी जटिल कोड का रूप ले लेती है इस जानकारी को वही जान सकता है जिसके पास decrypt करने KEY के हो। यह दो प्रकार की होती है।

  • सिमेट्रिक क्रिप्टोग्राफी – इस प्रकार की क्रिप्टोग्राफ़ी में सेंडर और रिसीवर के पास एक ही KEY होती है।
  • असिमेट्रिक क्रिप्टोग्राफ़ी – इसमें दो अलग अलग KEY का प्रयोग किया जाता है पब्लिक key और सीक्रेट key| इसमें पब्लिक key वो है जिसकी जानकारी सभी के पास हो और प्राइवेट key वह है जिसकी जानकारी सिर्फ रिसीवर के पास हो।

Blockchain क्या है(Blockchain kya hai)?

blockchain ऐसी तकनीक है जिससे द्वारा bitcoin तथा अन्य प्रकार की क्रिप्टो-करेंसी का संचालन किया जाता है। एक प्रकार से यह एक distributed public ledger है। जो एक खाते की तरह काम करता है जिसमें सभी transanctions अपडेट किये जाते है।

अभी बाजार में कई प्रकार की cryptocurrency है। जैसे- Bitcoin, Libra(facebook के द्वारा निकली गयी), Ethereum, Dogecoin, Ripple and Litecoin.

Cryptocurrency Bitcoin का ओरिजिन

Satoshi Nakamoto को बिटकॉइन का जनक माना जाता है लेकिन इस विषय पर कोई खास जानकारी नहीं है। 2009 में इस व्यक्ति के द्वारा बिटकॉइन की specification और इसके concept के बारे में जानकारी दी गयी। जिस समय क्रिप्टोगाफी को उपयोग में लेकर मेलिंग लिस्ट तैयार की गयी थी उसके बाद से बहुत से डेवलपर्स और satoshi nakamoto के साथ के लोग मिलकर इन बिटकॉइन को चलाते हैं।

Cryptocurrecy के उपयोग कहाँ-कहाँ है?

  1. इसका उपयोग कोई भी सामान खरीदने में किया जा सकता है जैसे अमेज़ॉन पे, या कोई भी ट्रेडर जो crypto-currency में आदान प्रदान करता है।
  2. मनी ट्रांसफर की तरह उपयोग किया जा सकता है। अगर कोई देश crypto-currency को लागू करता है।
  3. कोई सामान जिसका पेमेंट आप क्रिप्टो-करेंसी में चाहते हो।
  4. ट्रेडिंग के आधार पर- investment करके भी cryptocurrency का उपयोग किया जा सकता है

Cryptocurrency से क्या फायदे है?

जब हमारे द्वारा कोई खरीद की जाती है या बैंक में भी ट्रांजेक्शन किया जाता है तो उस पर अलग से कोई चार्ज लगता है। लेकिन cryptocurrency में ट्रांजेक्शन फी नहीं होती है और रिवॉर्ड भी दिया जाता है। अगर फीस लगाती भी है तो वह न के बराबर होती है। यह एक डिजिटल key है जिस कारण इसे केवल एक ही व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा सकता है। कोई भी entity क्रिप्टो-करेंसी को बंद या रोक नहीं सकती है। कोई भी गवर्नमेंट इसे रेगुलेट नहीं करती है। क्रिप्टो-करेंसी की globle reach है अगर इसके द्वारा कोई पेमेंट कर दी जाती है तो उसे रोक नहीं सकते या वापस नहीं किया जा सकता यानि की पेमेंट होने के बाद वह कम्पलीट होना ही है। क्रिप्टो-करेंसी में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। जिसे हैक कर पाना बहुत मुश्किल है। डिजिटल करेंसी होने के कारण इसकी counterfeiting करना बहुत कठिन है। यह एक ऐसा सिस्टम है अगर कोई भी सरकार इसे लागू करती है तो इससे और सिस्टम्स को बेहतर बनाया जा सकता है।

Cryptocurrency से घाटे क्या हो सकते है?

भारत जैसे देश में अभी digital infrastructure की काफी कमी है cryptocurrency का यूज़ करने के लिए डिजिटल अवेयरनेस का होना जरुरी है। जो इसके लिए लिमिटेशन बना देती है। cryptocurrency में exchange rates बहुत तेज़ी से बढ़ता गिरता है जब भी स्टॉक एक्सचेंज में खरीद फरोक्त करते है तो वोलैटिलिटी(volatility) अधिक होने के कारण नुकसान होने का खतरा भी अधिक रहता है। बहुत से देशो ने इसे illegal करेंसी घोषित कर रखा है क्यों कि money laundering , black money , organised crime भी बढ़ सकता है। मॉनेटरी सिस्टम पर भी एक बड़ा नुकसान हो सकता है।

Cryptocurrency कहाँ से खरीद सकते है?

क्रिप्टो-करेंसी को खरीदना या बेचना कोई कठिन काम नहीं है। ऐसी कई एप्लीकेशन और वेबसाइट है जहाँ से आप डिजिटल करेंसी खरीद सकते हैं इंडिया में दो बहुत ही फेमस कंपनी हैं जहाँ से डिजिटल करेंसी खरीदी या बेची जा सकती है। जिनका नाम Zebpay.com और unocoin.com है। इसके अलावा coindcx , wazirx जैसी एप्लीकेशन भी हैं।

इसे खरीदने के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट होना जरुरी है

  • Voter id card
  • Aadhar card
  • Pen card
  • Phone number
  • Bank account details

digital currency खरीदने के लिए आप को किसी भी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर जाकर signup करना होगा उसके बाद आपको अपने कुछ जरुरी डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे। 24 घंटे के अंदर आपका अकाउंट एक्टिवेट हो जायेगा इसके लिए आपके पास एक ईमेल या मेसेज आएगा। फिर आपको बैंक डिटेल्स डालनी होगी जिससे आप अपने अकाउंट में पैसा जमा कर सके। डिजिटल करेंसी को खरीदने के लिए पहले पैसा जमा करना होता है उस पैसे से आप डिजिटल करेंसी खरीद सकते हैं और जिस साइट से आपने खरीदा है वहीं जाकर आप डिजिटल करेंसी को बेच सकते हैं।

Cryptocurrency पर भारत का रुख

केंद्र सरकार खुद की Digital Currency लाने पर विचार कर रही है, जिसे सरकार के द्वारा नियंत्रित किया जायेगा। इसके अलावा देश में चल रही अन्य सभी प्रकार की Cryptocurreny पर पूरी तरह पाबंदी लगायी जाएगी।

यह डिजिटल करेंसी, Cryptocurrency से अलग होगी। सरकार का प्रयास है कि इकॉनमी में जो करेंसी कागजी मुद्रा के रूप में है उसका कुछ भाग डिजिटल करेंसी में बदल दिया जाये। जिसे सरकार की तरफ से कागजी मुद्रा की तरह ही सॉवरेन गारंटी(sovereign guarantee) प्राप्त हो।

Cryptocurrency को सरकार की तरफ से सॉवरेन गारंटी(sovereign guarantee) प्राप्त नहीं होती है।

इस प्रकार का कदम भारत के अलावा पहले भी कई देश उठा चुके हैं। जिनमें चीन शामिल है। चीन के द्वारा अपनी इकॉनमी में डिजिटल करेंसी को बढ़ाया जा रहा है। जिसको वह खुद रेगुलेट करता है।

Cryptocurrecy क्या है(Cryptocurrency kya hai)? इस विषय पर हमारी जानकारी कैसी लगी। आप कमेंट में बता सकते हैं अगर इस विषय पर आपका कोई सवाल है तो वह भी कमेंट में लिख कर पूछ सकते हैं।

Bitcoin Optimizer

Bitcoin Optimizer बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र एक अद्वितीय और अभिनव ट्रेडिंग सिस्टम है जो आपके लिए बिटकॉइन ट्रेडिंग करता है। यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग करके नवीनतम बिटकॉइन उन्माद का लाभ उठाने के लिए बनाया गया था। बेहद परिष्कृत ट्रेडिंग एल्गोरिदम के आधार पर, बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र गुरु व्यापारियों को अपने ट्रेडों को बनाने के तरीके का अनुकरण करता है। यह एल्गोरिथम के सर्वोत्तम तरीकों का पालन करता है। यह सब आपको अपने घर से बड़ी मात्रा में पैसा बनाने की अनुमति देता है।

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यह घोटाला है या वैध?

मेरे व्यक्तिगत अनुभव और ग्राहक समीक्षाओं के आधार पर, मेरा मानना है कि Bitcoin Optimizer कोई घोटाला नहीं है

बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र की कोशिश करने वाले अधिकांश लोग इस उपकरण से संतुष्ट हैं। ऑनलाइन उपलब्ध उपयोगकर्ता समीक्षा आम तौर पर अनुकूल हैं और आगे बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र की प्रतिष्ठा और स्थिति को सीमेंट करती हैं। ट्रस्टपीलॉट पर कार्यक्रम की उच्च रेटिंग है और, बिटकॉइन की ही तरह, कई प्रकाशनों में इसका उल्लेख किया गया है। बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र के फायदे स्पष्ट रूप से इसे एक अच्छी निवेश रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा बनाते हैं। द्वारा और बड़े, बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र को एक सुरक्षित निवेश माना जा सकता है। चूंकि यह वास्तविक डेटा, समाचार फ़ीड और पेशेवर व्यापारियों के कार्यों के विश्लेषण के साथ काम करता है, बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र निवेश के पूरी तरह से अलग अवसरों को खोलता है।

जानकारी - Bitcoin Optimizer
सेवा का नाम Bitcoin Optimizer
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निर्देश हिंदी में: कैसे उपयोग करें?

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यह वास्तव में कैसे काम करता है?

बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र अपने ग्राहकों को पैसा लाने और उन्हें अमीर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर बहुत निर्भर करता है। उन्नत एचएफटी प्रौद्योगिकी के लिए धन्यवाद, बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र की सटीकता बहुत अधिक है।जिस तरह से यह काम करता है वह इस उपकरण को आपकी प्रत्यक्ष भागीदारी के बिना आपकी ओर से सभी ट्रेडिंग का संचालन करने की अनुमति देता है। इसके अलावा, क्या हैं बिटकॉइन प्रयोग करने के फायदे क्या हैं बिटकॉइन प्रयोग करने के फायदे बिटकॉइन ऑप्टिमाइज़र एनएलपी का उपयोग करता है, जिसे प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण के रूप में भी जाना जाता है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता का सबसेट है। इसके साथ, यह टूल सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आउटलेट्स से जानकारी प्राप्त कर सकता है और ट्रेडों को आधार बना सकता है जो उसने सीखा है। बेशक, यह व्यापार करने के लिए एक बहुत ही कुशल और स्मार्ट तरीका है, क्योंकि समाचार बिटकॉइन की कीमत का निर्धारण कारक है। ये सुविधाएँ आपको भारी मुनाफा बनाने की अनुमति देंगी, खासकर यदि आप अतीत में बिटकॉइन में महत्वपूर्ण लाभ से चूक गए हैं।

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