मूल्य कार्रवाई के लाभ
मूल्य कार्रवाई व्यापारियों को कई परिसंपत्ति वर्गों पर लागू अपनी रणनीति बनाने के लिए लचीलापन और स्वतंत्रता प्रदान करती है. यह व्यापारियों को यह अहसास देता है कि वे चीजों के नियंत्रण में हैं, क्योंकि रणनीति उनके द्वारा तैयार की जाती है और उन्हें नियमों के एक सेट का आँख बंद करके पालन करने के लिए मजबूर नहीं किया जाता है, जैसा कि अन्य तकनीकी विश्लेषण उपकरणों के मामले में होता है. पिछले डेटा पर रणनीति का अनुकरण या Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? बैक-टेस्ट करना आसान है, और इस प्रकार यह व्यापारियों को एक आराम स्तर प्रदान करता है..

स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे काम करती है?

Best VWAP Intraday Strategy कैसे उपयोग करें?

इस ब्लॉग में VWAP Intraday Strategy पर प्रकाश डालेंगे। जो हमारे शिक्षार्थियों को शेयर बाजार में लाभ प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं। शेयर बाजारों में स्थिति बनाए रखने के लिए धैर्य और उचित तकनीक की आवश्यकता होती है।

लेकिन कभी-कभी लोग अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण वे शेयर बाजार में नुकसान (Loss) करते हैं।

बाजार Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? के संरचना (Structure) को समझना

VWAP Intraday Strategy के रणनीतियों के बारे मे जानने से पहले हम बाजार के संरचना (Structure) को समझेंगे।

आइए,पहले शेयर मार्केट के संरचना के 4 चरणों को समझें:

बाजार को चार चरणों में विभाजित किया जा सकता है – चरण 1 संचय चरण यह उस तरह का है जहां मार्केट ना तो ऊपर जाता है और ना ही नीचे आता है। यह किसी सीमा (Range) में घूमता रहता है।

इसके बजाय, हम चरण 2 अपट्रेंड पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यदि हम एक अपट्रेंड में हैं, तो ही मार्केट में खरीदने के बारे में सोचना चाहिए।

जब मार्केट अपने अपट्रेंड को खत्म करता है तो फिर से रेंज में में स्थापित हो जाता है।

इसे चरण तीन कहते है। इस चरण में भी बाजार बग़ल (sideways) में मुड़ना शुरू हो जाता है, और चरण 4 में, बाज़ार में गिरावट आती है जहां व्यापारियों को खरीदने की स्थिति से बचना चाहिए और बेचने की स्थिति में चले जाना चाहिए।

VWAP क्या है?

VWAP का फुल फॉर्म Volume-Weighted-Average-Price है। मूल्य (Volumes), मात्रा(weighted) और समय (Time), यह VWAP के मूल्य घटक हैं। Time बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि सभी व्यक्ति अलग-अलग टाइम पर ट्रेड करते हैं। VWAP Intraday Strategy का उपयोग करके कुछ लोग swing Traders हैं तो कुछ लोग scalper पर हैं और कुछ लोग Intraday Traders भी हैं।

अब हम प्राइस पर आते हैं, सबसे पहले हमें यह देखना होता है की कौन मार्केट को चला रहा है। मतलब की मार्केट में ज्यादा लोग खरीदारी कर रहे हैं या फिर बेचने की स्थिति में है।

अगर अधिकतर लोग मार्केट में खरीदारी करेंगे तो मार्केट ऊपर की तरफ जाएगा। इसके विपरीत, अगर अधिकतर लोग बेचेंगे तो मार्केट नीचे की तरफ जाना शुरु कर देगा।

वहीं अगर, लोग ना तो खरीद रहे हैं और ना ही बेच रहे हैं तो मार्केट एक रेंज में घूमता रहेगा।

इंट्राडे में VWAP का उपयोग करके खरीदने की रणनीति

जब मार्केट ऊपर जा रहा है Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? तो, हम एक मिनट की समय सीमा (Timeframe) देखेंगे। और अगर प्राइस VWAP के ऊपर है तो हम मार्केट में कभी भी बेचने की कोशिश नहीं करेंगे।

VWAP Intraday Strategy दिशानिर्देश

VWAP भी मूवींग एवरेज (Moving Average) की तरह दिखता है। जिस तरह से जब मार्केट 50-Day मूविंग एवरेज के ऊपर जाता है तो हम इसे अपट्रेंड मार्केट कहने लगते हैं।

इसी तरह से छोटे टाइम फ्रेम पर जब मार्केट VWAP के ऊपर होता है तो हम इसे अब ट्रेंड मार्केट मान लेते हैं।

एक बार जब प्रतिरोध टूट जाता है, तो कोई अपना स्टॉप-लॉस सेट कर सकता है और देख सकता है कि कोई नया चलन सामने आता है या नहीं। लेकिन, फिर से, यह उस लंबी अवधि की समय सीमा के साथ संरेखित होता है, इसलिए उन तटस्थ अवधियों को पहचानने में मूल्य है।

निष्कर्ष (Conclusion):

हमें उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग जानकारीपूर्ण लगा होगा और शेयर मार्केट की दुनिया में इसकी अधिकतम क्षमता का उपयोग करेंगे। इसके अलावा, इस ब्लॉग को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करके और वित्तीय साक्षरता फैलाने के हमारे मिशन में हमारी मदद करके कुछ प्यार दिखाएं।

मूल्य कार्रवाई के पीछे तर्क

प्राइस एक्शन स्ट्रैटेजी का सरल तर्क यह है कि यदि स्टॉक की कीमत बढ़ रही है, तो इसका मतलब है कि खरीदारी की गतिविधि बढ़ रही है और विक्रेताओं की तुलना में अधिक खरीदार हैं. एक बार खरीदारी में उछाल देखने वाले स्टॉक की पहचान हो जाने के बाद, व्यापारी वास्तविक समय की जानकारी जैसे कि वॉल्यूम, बोलियां, ऑफ़र और परिमाण से संकेतों की तलाश करेगा. हालांकि, अपनी परिकल्पना की पुष्टि करने के लिए, व्यापारी अन्य सभी तकनीकी उपकरणों का उपयोग कर सकता है जैसे मूल्य बैंड, प्रवृत्ति रेखा, समर्थन, और प्रतिरोध, आदि, या इनमें से कोई भी संयोजन जो उसकी रणनीति के अनुकूल हो.

मूल्य कार्रवाई का उपयोग करके ट्रेडों को निष्पादित करने के लिए व्यापारी द्वारा किए गए निर्णयों में मनोविज्ञान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

एक ट्रेडर आगे बढ़ने के लिए XX मूल्य का मनोवैज्ञानिक लक्ष्य निर्धारित कर सकता है और एक बार जब कीमत इस स्तर से आगे बढ़ जाती है, तो वह उस स्टॉक में एक लंबी स्थिति ले सकता है. हालांकि, एक और व्यापारी हो सकता है जो कीमत के XX स्तर तक पहुंचने के बाद एक नकारात्मक कदम की आशंका कर रहा हो, और इसलिए, वह उस बिंदु पर अपनी स्थिति को छोटा कर सकता है. इसलिए, प्रत्येक व्यापारी की एक ही स्थिति की एक अलग व्याख्या होगी यदि वह मूल्य कार्रवाई रणनीति का पालन कर रहा है.

यह क्या दर्शाता है?

व्यापारी पैटर्न या संकेतों की पहचान करने के लिए मूल्य कार्रवाई को देखते हैं, जो यह संकेत दे सकते हैं कि कोई विशेष स्टॉक निकट से मध्यम अवधि में कैसे व्यवहार करेगा. वे कभी-कभी मूल्य कार्रवाई का उपयोग करके अपने प्रवेश और निकास स्तरों की पुष्टि भी करते हैं. यह ध्यान दिया जा सकता है कि मूविंग एवरेज और ऑसिलेटर्स जैसे उपकरण मूल्य कार्रवाई का परिणाम हैं, जिन्हें पैटर्न निर्धारित करने के लिए आगे पेश किया जा सकता है.

कोई विशिष्ट रणनीति नहीं है, जो सभी स्थितियों में अच्छी तरह से काम करती है. शेयर बाजार में कोई "एक आकार सभी फिट बैठता है" परिदृश्य नहीं है क्योंकि बाजार कभी भी एक निश्चित पैटर्न का पालन नहीं करता है और एक ही स्क्रिप में प्रत्येक व्यापार को एक अद्वितीय तरीके से माना जाता है. कई व्यापारी एक लाभदायक व्यापार की पहचान करने और अपने जोखिम को कम करने के लिए इसके अच्छे पहलुओं, यानी मूल्य कार्रवाई और तकनीकी विश्लेषण को जोड़ते हैं.

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग रणनीतियाँ

व्यापारियों के पास मूल्य कार्रवाई रणनीतियों का एक विकल्प होता है, जिसे वे व्यापार करते समय सीख सकते हैं और लागू कर सकते हैं. यहां कुछ व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली रणनीतियों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं:

हथौड़ा
एक हथौड़ा एक प्रकार की मोमबत्ती है, जो 'हथौड़ा' के आकार में इस तथ्य के कारण है कि खुले, करीब और ऊंचे एक दूसरे के बहुत करीब हैं, लेकिन निचला एक लंबा रास्ता है, जिससे हैंडल के रूप में माना जाता है. हथौड़े का बनना प्रचलित प्रवृत्ति के उलट होने का संकेत है.

हरामी
हरामी पैटर्न एक प्रवृत्ति के परिवर्तन का प्रतीक है और शुरुआती कीमतों में इसी गिरावट या बंद कीमतों में इसी वृद्धि के साथ नीचे की प्रवृत्ति के साथ एक ऊपर की ओर प्रवृत्ति का प्रतीक है. इसके बगल में एक छोटी मोमबत्ती होती है जिसकी कीमत प्रवृत्ति की विपरीत दिशा में बढ़ रही है.

STEP 1 :

सबसे पहले स्विंग ट्रेडिंग के लिए डे चार्ट में half trend के ऊपर एक postive green candel बनना चाहिए

इंट्राडे के लिए 15 मिनट चार्ट में half trend के ऊपर p ostive green candel बने और half trend upside का Indication दे

STEP 2 :

Advance trend indicator में ExMov line पीले (yellow) colour से blue(नीला ) colour में

और most line – red colour(लाल) से green colour( हरा ) में बदल चुकी हो (acording default setting )

STEP 3 :

Wave trend indicator में wave trend line और signal line जो (+ sign format में दिखेगी )

दोनों जीरो (zero) line के ऊपर स्थित हो और wave trend line ऊपर की ओर signal line को काटे (crossover)

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

स्विंग ट्रेडिंग करने ट्रेडर को रूप में आपको टेक्निकल एनालिसिस की चाहिए, जिससे कि ऐसे स्टॉक्स को खोजने में सक्षम हो सके छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न दे सके। इसलिए अगर आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक की तलाश करना चाहते है तो पहले टेक्निकल एनालिसिस सीखे, उसके उपरान्त डेली एंव साप्ताहिक चार्ट पर ऐसे स्टॉक को ढूढ़े जो किसी सपोर्ट को तोड़ कर ऊपर निकल रहे हो। ऐसे स्टॉक छोटी अवधि में अच्छा पैसा कमा कर देते है।

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग का उद्देश्य क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग शैली है जिसका मुख्य उद्देश्य एक छोटी अवधि के भीतर स्टॉक खरीदना या बेचना शामिल है, जिससे की वह स्टॉक में होने वाले मूवमेंट से प्रॉफिट कर सके। एक स्विंग ट्रेडर आमतौर पर कुछ मूवमेंट दिखाने वाले शेयरों को खोजने की कोशिश करता है और ट्रेंड की शुरुआत में ट्रेड में प्रवेश करता है। ज्यादातर मामलों में, एक स्विंग ट्रेडर ट्रेंड खत्म होने से पहले ट्रेड से बाहर निकलने का प्रयास करता है।

स्विंग ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को 2 दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक बनाए रखना चाहते हैं, जिससे स्विंग ट्रेडिंग ट्रेड का अच्छे से फायदा लिया जा सके, स्विंग ट्रेड दो प्रकार के होते हैं:

1) Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? काउंटर ट्रेंड स्विंग ट्रेड – स्टॉक के ट्रेंड की दिशा में रेजिस्टेंस या सपोर्ट एरिया में बेचना या खरीदना (उदाहरण के लिए, अपट्रेंड के दौरान रेजिस्टेंस में बेचना या डाउनट्रेंड के सपोर्ट पर खरीदना)।

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग कुछ हद तक समान हैं। क्योंकि दोनों में लाभ कमाने के प्रयास में स्टॉक खरीदना और बेचना शामिल होता है, लेकिन इनके बीच सबसे बड़ा अंतर समय का होता है।

स्विंग ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक होल्ड रखते है, जबकि इंट्राडे ट्रेडर अपनी पोजीशन को सेम डे पर क्लोज है।

डे ट्रेडर्स के पास स्विंग ट्रेडर की तरह “धैर्य” नहीं है, इसलिए वह प्राइस में होने वाले छोटे – छोटे बदलावों से पैसा बनाने की कोशिश करते है और अपनी पोजीशन को ओवरनाइट होल्ड करने का रिस्क नहीं लेते है।

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में एक भी मुख्य अन्तर है कि अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते है तो आपको ब्रोकर की तरफ से मार्जिन दिया जाता है जिस कारण से आप कम पैसो के साथ भी इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते है।

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

स्विंग ट्रेडिंग करने ट्रेडर को रूप में आपको टेक्निकल एनालिसिस की चाहिए, जिससे कि ऐसे स्टॉक्स को खोजने में सक्षम हो सके छोटी अवधि में अच्छा रिटर्न दे सके। इसलिए अगर आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही स्टॉक की तलाश करना चाहते Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? है तो पहले टेक्निकल एनालिसिस सीखे, उसके उपरान्त डेली एंव साप्ताहिक चार्ट पर ऐसे स्टॉक को ढूढ़े जो किसी सपोर्ट को तोड़ कर ऊपर निकल रहे हो। ऐसे स्टॉक छोटी अवधि में अच्छा पैसा कमा कर देते है।

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग का उद्देश्य क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग शैली है जिसका मुख्य उद्देश्य एक छोटी अवधि के भीतर स्टॉक खरीदना या बेचना शामिल है, जिससे की वह स्टॉक में होने वाले मूवमेंट से प्रॉफिट कर सके। एक स्विंग ट्रेडर आमतौर पर कुछ मूवमेंट दिखाने वाले शेयरों Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? को खोजने की कोशिश करता है और ट्रेंड की शुरुआत में ट्रेड में प्रवेश करता है। ज्यादातर मामलों में, एक स्विंग ट्रेडर ट्रेंड खत्म होने से पहले ट्रेड से बाहर निकलने का प्रयास करता है।

स्विंग ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को 2 दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक बनाए रखना चाहते हैं, जिससे स्विंग ट्रेडिंग ट्रेड का अच्छे से फायदा लिया जा सके, स्विंग ट्रेड Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? दो प्रकार के होते हैं:

1) काउंटर ट्रेंड स्विंग ट्रेड – स्टॉक के ट्रेंड की दिशा में रेजिस्टेंस या सपोर्ट एरिया में बेचना या खरीदना (उदाहरण के लिए, अपट्रेंड के दौरान रेजिस्टेंस में बेचना या डाउनट्रेंड के सपोर्ट पर खरीदना)।

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग कुछ हद तक समान हैं। क्योंकि दोनों में लाभ कमाने के प्रयास में स्टॉक खरीदना और बेचना शामिल होता है, लेकिन इनके बीच सबसे बड़ा अंतर समय का होता है।

स्विंग ट्रेडर्स अपनी पोजीशन को कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक होल्ड रखते है, जबकि इंट्राडे ट्रेडर अपनी पोजीशन को सेम डे पर क्लोज है।

डे ट्रेडर्स के पास स्विंग ट्रेडर की तरह “धैर्य” नहीं है, इसलिए वह प्राइस में होने वाले छोटे – छोटे बदलावों से पैसा बनाने की कोशिश करते है और अपनी पोजीशन को ओवरनाइट होल्ड करने का रिस्क नहीं लेते है।

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में एक भी मुख्य अन्तर है कि अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते है तो आपको ब्रोकर Swing Trading Strategy उपयोग करने का क्या फायदा होता है? की तरफ से मार्जिन दिया जाता है जिस कारण से आप कम पैसो के साथ भी इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते है।

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