EGRs में निवेश करने पर मिलेगा ITC बेनिफिट
stock market me trading tips स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग टिप्स
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने में अधिकांश पेपर ट्रेडिंग क्या है लोग अपना रुपया गंवा बैठते हैं, बाद में वह यह सोचते हैं कि किस जगह कमी हुई होगी। नुकसान होने के पश्चात लोग अपना आत्मविश्वास खो देते हैं तथा हमेशा के लिए शेयर मार्केट से विदा ले लेते हैं।
जब बार-बार लोग ट्रेडिंग में असफल होते हैं तो वह सोचते हैं उनके टेक्निकल एनालिसिस में कुछ कमी होगी।
नए निवेशक और ट्रेडर्स जब शेयर बाजार में आते हैं, तो उन्हें सही समय में सही सलाह नहीं मिलती तथा वे खुद की कमियों से सीखते हैं। किंतु तब तक ज़्यादातर निवेशक अपना मूलधन गंवा बैठते हैं।
मैं ट्रेडिंग को ज्यादा महत्व नहीं देता किंतु जो भी लोग ट्रेडिंग करना चाहते हैं वह मेरे द्वारा बताए गए टिप्सों पर अनुशासन के साथ कार्य करेंगे तो उनके नुकसान होने का चांस कम हो जाएगा।
शेयर मार्केट के पेपर ट्रेडिंग क्या है बड़े से बड़े ट्रेडर तथा निवेशक अपने अपने सिद्धांतों के आधार पर ट्रेड करते हैं तथा अधिकांश हर दिग्गज के सिद्धांत अलग-अलग होते हैं। यहां पर उन सब के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए कुछ टिप्स आपको बताने की कोशिश कर रहा हूं। golden trading tips
क्या पैसा लगाना पड़ता है या नहीं ? क्या बिना टेंशन के शेयर बाजार में रह सकते है ?
सारे सवालो का जवाब है शेयर बाजार में अगर पैसा कमाना है तो पैसा लगाना पड़ता है , मेहनत करनी पड़ती है और तनाव झेलना पड़ती है.
अगर ये सब करने आपकी तैयारी है तो आप शेयर बाजार में ट्रेडर के रूप में कदम रखने के के लिए तैयार है.
यहाँ कदम रखना काफी नहीं है . यहाँ लम्बे वक्त तक ट्रेडर के रूप टिकना महत्वपूर्ण है.
दुसरा यह अनुमान है की जो भी व्यक्ति ट्रेडर के रूप में कदम रखता है उसमेसे औसतन ३० से ४० प्रतिशत ही टिक पाते है और बाकि सब बाहर हो जाते है .
इसका क्या कारण है ? Beginner In Share Market Hindi Me / share market for beginners
इसका महत्वपूर्ण कारण है . तैयारी करना…..
तो क्या क्या तैयारी करनी पड़ती है ?
ट्रेडर निचे दिए हुए कुछ बातो का ध्यान रखा तो उसे ट्रेडिंग में बहुत मदत मिलेगी और वह यहां अपने कदम जडा सकता है और टिक सकता है .
( A ) शेयर बाजार दो चीजे बहुत बहुत महत्वपूर्ण है पैसा कमाने की बजाय पैसा बचाना और लम्बे वक्त तक टिकना .
आप पैसे तो कमा लोगो पर पैसा टिकाना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है. ये पेपर ट्रेडिंग क्या है बात मैं ये क्यों दोहरा रहा हूँ इसका जवाब आपको दूसरे भाग में मिलेगा .
( B ) इस भाग में ये जानते है की आप के एंट्री करने के बाद क्या क्या खयाल रखना है.
( C ) बहुत कम राशि से आपको ट्रेडर के रूप में उतरना पड़ेगा, यह राशि डूब भी गयी तो आपके रोज़ मर्रा के जीवन पर कुछ असर न पड़े,
पढ़ने में यह पॉइंट कुछ अटपटा लग सकता है पर ये सच है .
( D ) शुरुआत में आपको डे ट्रेडिंग की बजाय शार्ट टर्म ट्रेडिंग करनी चाहिए. कम से कम ५ से ६ दिन का ट्रेड लेना चाहिए.
आज कल के युवा २ से ३ महीने की ट्रेनिंग लेकर आकर आते ये बहुत अच्छी बात है आप पूरी तरह दुसरो पर निर्भर नहीं रहोगे.
( E ) अगर आप ट्रेनिंग लेकर आते हो तो भी आपको कम से कम अगले छह महीने तक बहुत कम ट्रेडिंग करना है.
( F ) अगर हमें ५ से ६ दिन ट्रेड लेना है और यह छह माह तक करना है तो हम इसके बिच और क्या करे ?
Paper Gold ट्रेडिंग होगी आसान, EGRs में ट्रेड करने पर नहीं रुकेगा ITC रिफंड
EGRs में निवेशक गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा ठीक उसी तरह ले सकेंगे जैसे वे शेयरों की ट्रेडिंग में लेते रहे हैं
Paper Gold में ट्रेडिंग करने वालों कारोबारियों लिए अब एक अच्छी खबर है। इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट (Electronic Gold Receipts) में ट्रेड (Trade) करने वालों का ITC रिफंड अब नहीं अटकेगा। सीएनबीसी-आवाज़ को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि वित्तमंत्रालय GST से जुड़े नियमों में ढील देने पर विचार कर रहा है। इस पर ज्यादा डिटेल जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि EGRs में ट्रेड करना आसान किए जानें पर काम किया जा रहा है। EGRs में ट्रेडिंग पर राहत मिलेगी। इसमें GST नियमों में नरमी पर विचार किया जा रहा है। जिससे ITC रिफंड नहीं अटकेगा। ये प्रस्ताव SEBI ने दिया था जिस पर जल्द ही अमल होता नजर आ सकता है।
एल्गो ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?
एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ फायदे निम्नलिखित है-
- एल्गो ट्रेडिंग को आप अपना काम करके भी शेयर बाजार में आटोमेटिक ट्रेडिंग कर सकते है जिसमे आपके समय पेपर ट्रेडिंग क्या है की बचत होती है.
- इसमें आप एक साथ अनलिमिटेड शेयर्स को खरीद और बेच सकते है।
- इसमें आप एक साथ शेयर मार्केट के जितने भी स्टॉक्स को चाहे ट्रैक कर सकते है.
- इसमें हमे ट्रेडिंग करने के लिए एनालिसिस करने की कोई जरुरत नहीं होती है क्युकी एल्गो ट्रेडिंग खुद से ही 50 दिनों का डेटा एनालिसिस करके ट्रडिंग करता है.
- नार्मल कंडीशन में लोग शेयर मार्केट के उतरते-चढ़ते भाव को देखकर इमोशनल होकर घबरा जाते है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग हमेशा बिना इमोशन के ट्रेडिंग करता है.
एल्गो ट्रेडिंग करने के नुकसान क्या है?
एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-
- एल्गो ट्रेडिंग एक नयी और बड़ी चीज है क्योंकि आज भी ज्यादातर ट्रेडर समय कम होने के कारण सही ढंग से ट्रेड नहीं कर पाते हैं यहां पर सिर्फ 100 में से केवल 10% ट्रेडर्स ही सक्सेस हो पाते हैं और अच्छा पैसा कमा पाते हैं.
- एल्गो ट्रेडिंग एक कम्प्यूटर आधारित ट्रेडिंग है इसमें गलतियों को इग्नोर नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसमें ज्यादातर गलतियां गणतीय आंकलन से लेकर कैलकुलेशन तक कही भी हो सकती हैं इसलिए यह शुरुआत में सभी के लिए allow नहीं है.
- इसके allow करने के साथ ही इसे इस्तेमाल करने की पूरी जानकारी भी आपके पास होनी चाहिए जिससे ट्रेडर्स इसमें अच्छे से ट्रेड कर सकें. अभी पेपर ट्रेडिंग क्या है तक इसमें केवल एक्सपर्ट ट्रेडर ही ट्रेड कर सकते थे लेकिन रिटेल ट्रेडर को इसकी अनुमति नहीं दी थी लेकिन अब इसे सभी के लिए ओपन कर दिया गया है आप भी एल्गो ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (algo trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको एल्गो ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (algo trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.
विस्तार
दिवाली के दिन यूं तो शेयर बाजार बंद रहता है पर एक खास परंपरा के तहत यह एक घंटे के लिए खुलता है और शेयरों की खरीद-बिक्री भी होती है। इस दिन शेयर बाजार में खास ट्रेडिंग की परंपरा है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है। इस एक घंटे में निवेशक अपना छोटा निवेश करके बाजार की परंपरा को निभाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग से समृद्धि आती है और पूरे साल निवेशकों पर धन बरसता है। दिवाली पर यह ट्रेडिंग इक्विटी, इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन, करेंसी एंड कमोडिटी मार्केट, तीनों में होती है। प्री-ओपन सेशन शाम के 6 बजे से 6.15 बजे तक होगा। मुहूर्त ट्रेंडिंग शाम 6.15 से शुरू होगी जो शाम के 7.15 तक चलेगी। इस दौरान लगातार दो दिनो से सुस्त शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
पांच दशक पुरानी है यह परंपरा
शेयर बाजार में दिवाली के दिन एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा पांच दशक पुरानी है। मुहूर्त ट्रेडिंग का चलन बीएसई में 1957 और एनएसई में 1992 में शुरू हुआ था। विशेषज्ञ बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है। अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं। हालांकि, आमतौर पर ये निवेश काफी छोटे और प्रतीकात्मक होते हैं।
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