मार्केट मेकिंग बॉट क्रिप्टो मार्केट में अधिक रेट के साथ ट्रेंड को एक्सेक्यूट किया जाता है, मार्केट मेकर बॉट इन्वेस्टर व ट्रेडर को वॉल्यूम और प्राइस के आधार पर प्रॉफिट प्रदान करने का कार्य करता है FTX टोकन कैसे काम करता है? |

Crypto Trading Bot क्या है और कैसे काम करता है?

Exchange IoT Chain (ITC) for TomoChain (TOMO) - Best Platforms

See the list of the best platforms allowing you FTX टोकन कैसे काम करता है? to exchange IoT Chain (ITC) for TomoChain (TOMO). To make sure that the platforms you see in the list indeed allow to exchange IoT Chain (ITC) for TomoChain (TOMO), you should choose TomoChain (TOMO) in the Exchange For menu in the settings panel (see on the right). There are more filters you can apply to your search to reduce the number of platforms in the list. One of the most important filters is Countries. Some platforms are available only in several countries. To exclude all the platforms that don't provide service in your location you should indicate your country in the settings panel. Another available filter is the marketplace type that allows you to delete wallets or exchanges from the list. Filters in general are important to remove the platforms that don't meet your basic requirements before you start considering them for use. It's better to spend your time focusing on platforms that provide proper service instead.

Crypto Trading Bot क्या है और कैसे काम करता है?

Crypto Trading Bot's

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग बॉट (Crypto Trading Bot’s) सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम हैं, जिसे इन्वेस्टर व ट्रेडर की ओर से FTX टोकन कैसे काम करता है? क्रिप्टो ट्रेडिंग को स्वचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, आमतौर पर एक ट्रेडर (स्टॉक हो या क्रिप्टोकरेंसी) के लिए पुरे दिन स्क्रीन के सामने बैठना और किसी ट्रेड को एक्सेक्यूट करने के लिए क्रिप्टो मार्केट प्राइस के उतार-चढ़ाव को समय-समय पर मेजर करना एक चुनौतीपूर्ण काम होता है, क्रिप्टो ट्रेडिंग बॉट किसी ट्रेड को एक्सेक्यूट करने के लिए स्वचालित रूप से कार्य करता है |

“दुनिया भर में 24×7 ट्रेडिंग करने वाले क्रिप्टो मार्केट में लाभ प्राप्त करने के लिए इन्वेस्टर्स द्वारा बॉट्स का उपयोग किया जाता है, जिसका प्रॉफिट यह है, कि क्रिप्टो ट्रेडिंग जैसे अस्थिर क्रिप्टो मार्केट में तेजी से प्रतिक्रिया कर सकते है, क्रिप्टो ट्रेडिंग बॉट मौजूदा नियमो और सेल्फ ड्राइव के आधार क्रिप्टो ट्रेडिंग करते वक़्त क्रिप्टो मार्केट के एल्गोरिदम को समझने और उन परस्थितियो के आधार पर इन्वेस्ट करने की सुविधा प्रदान करता है |”

Crypto Trading Bot काम कैसे करता है?

ह्यूमन इंस्ट्रक्शन के साथ बॉट क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में एक बेहतर एफिशिएंसी प्रदान करने में सक्षम है, जैसा कि पता है, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट बहुत अस्थिर है, जिस वजह से इन्वेस्टर क्रिप्टो मार्केट के कुछ अच्छे अवसरो को प्राप्त नहीं कर पाते, इस समस्या का समाधान ट्रेडिंग बॉट्स है, जो एक्सचेन्जो के साथ यूजर द्वारा प्री-इंस्ट्रक्शन के माध्यम से कम्यूनिकेट करके आटोमेटिक रूप से आर्डर देकर, स्पीड और एफिशिएंसी के साथ ट्रेडिंग करने का अवसर प्रदान करता है, जिसमे गलती की संभावना ना के बराबर होती है |

  • क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के माध्यम से ट्रेडिंग करने और वॉलेट तक पहुँच प्रदान करने के लिए API Key की जरूरत होती है, बॉट ट्रेडिंग करने के लिए बॉट को API Key की अथॉरिटी देनी होगी, यूज़र व ट्रेडर द्वारा किसी भी समय अथॉरिटी को वापस लिया जा सकता है |

क्रिप्टो ट्रेडिंग बॉट के प्रकार?

“वैसे तो ट्रेडिंग बॉट कई प्रकार के होते है, हम प्रमुख तीन ट्रेडिंग बॉट के बारे में बताने जा रहे है |”

  1. आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बॉट (Arbitrage Bot)
  2. ट्रेंड ट्रेडिंग बॉट (Trend Trading Bot)
  3. मार्केट मेकिंग बॉट (Market Making Bot)

आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बॉट (Arbitrage Bot)?

आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बॉट में आर्बिट्राज प्रक्रिया के माध्यम से एक्सचेंज के अलग-अलग प्राइस डिफ्रेंस का फायदा उठाकर एक साथ चयनित क्रिप्टोकरेंसी को एक मार्केट से दूसरे मार्केट में बेचकर प्रॉफिट प्राप्त करने में मदद करता है |

  • आर्बिट्राज FTX टोकन कैसे काम करता है? क्रिप्टो बॉट्स को इस प्रकार प्रोग्राम किया जाता है, कि विभिन्न मार्केट में क्रिप्टो के प्राइस डिफ्रेंस को ट्रैक किया जा सके और बाद में क्रिप्टो को वहां से खरीदना है, जहाँ प्राइस कम हो और वहां बेचना है, जहाँ प्राइस ज्यादा है |

Crypto Trading Bot क्या है और कैसे काम करता है?

Crypto Trading Bot's

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग बॉट (Crypto Trading Bot’s) सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम हैं, जिसे इन्वेस्टर व ट्रेडर की ओर से क्रिप्टो ट्रेडिंग को स्वचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, आमतौर पर एक ट्रेडर (स्टॉक हो या क्रिप्टोकरेंसी) के लिए पुरे दिन स्क्रीन के सामने बैठना और किसी ट्रेड को एक्सेक्यूट करने के लिए क्रिप्टो मार्केट प्राइस के उतार-चढ़ाव को समय-समय पर मेजर करना एक चुनौतीपूर्ण काम होता है, क्रिप्टो ट्रेडिंग बॉट किसी ट्रेड को एक्सेक्यूट करने के लिए स्वचालित रूप से कार्य करता है |

“दुनिया भर में 24×7 ट्रेडिंग करने वाले क्रिप्टो मार्केट में लाभ प्राप्त करने के लिए इन्वेस्टर्स द्वारा बॉट्स का उपयोग किया जाता है, जिसका प्रॉफिट यह है, कि क्रिप्टो ट्रेडिंग जैसे अस्थिर क्रिप्टो मार्केट में तेजी से प्रतिक्रिया कर सकते है, क्रिप्टो ट्रेडिंग बॉट मौजूदा नियमो और सेल्फ ड्राइव के आधार क्रिप्टो ट्रेडिंग करते वक़्त क्रिप्टो मार्केट के एल्गोरिदम को समझने और उन परस्थितियो के आधार पर इन्वेस्ट करने की सुविधा प्रदान करता है |”

Crypto Trading Bot काम कैसे करता है?

ह्यूमन इंस्ट्रक्शन के साथ बॉट क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में एक बेहतर एफिशिएंसी प्रदान करने में सक्षम है, जैसा कि पता है, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट बहुत अस्थिर है, जिस वजह से इन्वेस्टर क्रिप्टो मार्केट के कुछ अच्छे अवसरो को प्राप्त नहीं कर पाते, इस समस्या का समाधान ट्रेडिंग बॉट्स है, जो एक्सचेन्जो के साथ यूजर द्वारा प्री-इंस्ट्रक्शन के माध्यम से कम्यूनिकेट करके आटोमेटिक रूप से आर्डर देकर, स्पीड और एफिशिएंसी के साथ ट्रेडिंग करने का अवसर प्रदान करता है, जिसमे गलती की संभावना ना के बराबर होती है |

  • क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के माध्यम से ट्रेडिंग करने और वॉलेट तक पहुँच प्रदान करने के लिए API Key की जरूरत होती है, बॉट ट्रेडिंग करने के लिए बॉट को API Key की अथॉरिटी देनी होगी, यूज़र व ट्रेडर द्वारा किसी भी समय अथॉरिटी को वापस लिया जा सकता है |

क्रिप्टो ट्रेडिंग बॉट के प्रकार?

“वैसे तो ट्रेडिंग बॉट कई प्रकार के होते है, हम प्रमुख तीन ट्रेडिंग बॉट के बारे में बताने जा रहे है |”

  1. आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बॉट (Arbitrage Bot)
  2. ट्रेंड ट्रेडिंग बॉट (Trend Trading Bot)
  3. मार्केट मेकिंग बॉट (Market Making Bot)

आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बॉट (Arbitrage Bot)?

आर्बिट्रेज ट्रेडिंग बॉट में आर्बिट्राज प्रक्रिया के माध्यम से एक्सचेंज के अलग-अलग प्राइस डिफ्रेंस का फायदा उठाकर एक साथ चयनित क्रिप्टोकरेंसी को एक मार्केट से दूसरे मार्केट में बेचकर प्रॉफिट प्राप्त करने में मदद करता है |

  • आर्बिट्राज क्रिप्टो बॉट्स को इस प्रकार प्रोग्राम किया जाता है, कि विभिन्न मार्केट में क्रिप्टो के प्राइस डिफ्रेंस को ट्रैक किया जा सके और बाद में क्रिप्टो को वहां से खरीदना है, जहाँ प्राइस कम हो और वहां बेचना है, जहाँ प्राइस ज्यादा है |

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक FTX टोकन कैसे काम करता है? इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया FTX टोकन कैसे काम करता है? जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

Legend newsLegend news

बर्बाद हो चुके क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज FTX के संस्थापक सैम बैंकमैन-फ़्राइड को बहामास की एक कोर्ट ने ज़मानत देने से इंकार कर दिया है.
अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को बैंकमैन-फ़्राइड पर "अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी में से एक को अंजाम" देने का आरोप लगाया.
अमेरिका के सुरक्षा और विनिमय आयोग (एसईसी) के अध्यक्ष गैरी जेन्स्लर ने कहा कि एफ़टीएक्स के पूर्व बॉस ने "धोखे की नींव पर ताश के पत्तों का घर" बनाया.
बैंकमैन-फ़्राइड ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वह ख़ुद को अमेरिका को प्रत्यर्पित किए जाने के ख़िलाफ़ लड़ेंगे.
बहामास के मुख्य मजिस्ट्रेट जॉयअन फ़र्ग्यूसन-प्रैट ने बैंकमैन-फ़्राइड की ज़मानत याचिका यह कहते हुए ख़ारिज कर दी कि ज़मानत मिलने पर उनके देश छोड़ देने का ख़तरा मंडराने लगेगा. इसके साथ ही आदेश दिया गया कि उन्हें 8 फ़रवरी तक रिमांड पर रखा जाए.
सोमवार को सैम बैंकमैन-फ़्राइड को बहामास में गिरफ़्तार किया गया.
बीते महीने एफ़टीएक्स ने अमेरिका में ख़ुद को दिवालिया घोषित किया था और इसके कई ग्राहक अपने पैसे तक नहीं निकाल पाए थे. ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी थी जो हर दिन 10 बिलियन क्रिप्टो क्वाइंस का व्यापार कर रही थी.
कैसे बर्बाद हुई एफ़टीएक्स
दरअसल, एफ़टीएक्स की आर्थिक स्थिति तब बिगड़नी शुरू हुई जब क्रिप्टो न्यूज़ वेबसाइट क्वाइनडेस्क ने सैम की ट्रेडिंग कंपनी अलमीडा रिसर्च और एफ़टीएक्स के आपस में जुड़े होने का ज़िक्र किया और यह बताया कि दोनों स्वतंत्र कंपनियां नहीं हैं बल्कि एक फ़ाउंडेशन का हिस्सा हैं.
इसके बाद एक और आरोप लगा कि अलमीडा ने एफ़टीएक्स के ग्राहकों का पैसा बतौर लोन इस्तेमाल किया है.
इस रिपोर्ट के आने के बाद क्रिप्टो बाज़ार में सनसनी फैल गई. कंपनी के बुरे दौर की शुरुआत हो चुकी थी और इन आरोपों के कुछ दिन बाद ही एफ़टीएक्स की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बाइनेंस ने एफ़टीएक्स से जुड़े अपने सारे क्रिप्टो टोकन बेच दिए.
इसके बाद एफ़टीएक्स पर भूचाल आ गया. एक-एक कर ग्राहकों ने एफ़टीएक्स से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया. इसके बाद एफ़टीएक्स ने ख़ुद को दिवालिया घोषित कर दिया.
Compiled: Legend News

रेटिंग: 4.33
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 798