Intraday Trading क्या होती है (संपूर्ण जानकारी) | Intraday Trading कैसे करे 2022

आज के समय में शेयर मार्केट से काफी लोग जुड़ रहे है। कोरोना महामारी के बाद से लोगो में इसके प्रति काफी लगाव देखा गया है। शेयर मार्केट में आप दो ही तरीके से पैसे कमा सकते है या तो आप इन्वेस्टमेंट कर सकते है या फिर इंट्राडे ट्रेडिंग। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में बताएंगे। क्या होता है इंट्राडे ट्रेडिंग? इससे कैसे पैसे कमाए, इसके फायदे और नुकसान। सबकुछ जानेंगे हम इस आर्टिकल में। तो आईए सबसे पहले intraday ट्रेडिंग के बारे में जान लेते है।

Table of Contents

Intraday Trading क्या होती है

जैसा की आप जानते ही होंगे की शेयर मार्केट में हम शेयर की खरीद-बिक्री करते है। शेयर मार्केट में लोग कम दाम में शेयर खरीद के उसे दाम बढ़ने पर बेच कर पैसे कमाते है। आप खरीदे हुए शेयर को या तो तुरंत बेच सकते है या फिर आप जब चाहे तब बेच सकते है। अगर आप शेयर को आज खरीद कर आज ही बेच देते है तो इसे ही intraday ट्रेडिंग कहते है।

अगर आप खरीदे शेयर को आज के अलावा किसी और दिन बेचते है तो उसे डिलीवरी कहते है। Intraday trading के अपने फायदे और नुकसान है। लेकिन सही से ट्रेडिंग करके आप इसमें अच्छा पैसा बना सकते है। आईए सबसे पहले हम Intraday ट्रेडिंग करना जान लेते है। इसके बाद इसके फायदे और नुकसान को देखेगे।

Intraday Trading कैसे करे

Intraday trading इन्वेस्टमेंट की तुलना में काफी रिस्की होता है। इसलिए भी इसमें कदम रखने से पहले अच्छे से अपना सेटअप तैयार रखे। जैसे स्टॉपलॉस, टारगेट, शेयर सिलेक्शन इत्यादि। आपको Intraday trading करने के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान रखना चाहिए:-

  • सबसे पहले एक अच्छा लिक्विफाइड स्टॉक चुने। लिक्विफाइड का मतलब ऐसे स्टॉक से है जिसमे अच्छा खासा वॉल्यूम और मूवमेंट हो।
  • इसके बाद आप एंट्री प्राइस और टारगेट सेट करे। और साथ ही में स्टॉप लॉस लगाना न भूलें। स्टॉपलॉस आपको अधिक लॉस होने से बचाता है।
  • आप अलग अलग तरह के इंडिकेटर का इस्तमाल कर सकते है। यह आपको स्टॉक के मूवमेंट से जुड़ी जानकारी देंगे। जैसे RSI, Volume chart इत्यादि।
  • आप रिस्क रिवार्ड को हमेशा ध्यान में रखकर ही ट्रेडिंग करे। जितना रिस्क कम उतना अच्छा है। कभी भी लालच न करे हमेशा धैर्य बनाए रखे।
  • अब जब आप intraday ट्रेडिंग करना सीख चुके है तो आईए अब intraday ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान के बारे में जान लेते है।

इन्हें भी पड़े :

Intraday Trading के फायदे

Intraday ट्रेडिंग के बहुत सारे फायदे है। इसका सही से उपयोग करके आप इसमें अच्छा खासा पैसा कमा सकते है। आईए इसके फायदे को देखते है।

जहा एक और इन्वेस्टमेंट के जरिए आप महीनो और सालो में पैसे कमाते है तो वही Intraday trading की मदद से आप कुछ ही घंटो या मिनटों में पैसे कमा सकते है।

Intraday trading में आप मार्केट में कम समय देकर ज्यादा पैसे कमा सकते है। इसके साथ ही आपका पैसा भी इसमें फसा नही रहता है।

Intraday ट्रेडिंग के लिए बहुत से ब्रोकर आपको मार्जिन फैसिलिटी देते है, जिसका मतलब है की आप थोड़े पैसे में ही बहुत सारा शेयर खरीद बेच सकते है। इसके मदद से आप अच्छा खासा पैसे बना सकते है।

Intraday Trading के नुकसान

जैसा की आप जानते ही होंगे की हर चीज का फायदा और नुकसान दोनो ही होता है। किसी भी चीज के नुकसान से बचने का सबसे अच्छा तरीका है की उसे अच्छे से इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? जाने। तो आईए अब आपको Intraday ट्रेडिंग के नुकसान के बारे में बताते है। इसे अच्छे से समझे ताकि आप नुकसान से बच सके।

Intraday trading में आपको शेयर एक ही दिन में खरीदना और बेचना होता है, इस वजह से आपके लॉस की संभावना अधिक हो जाती है।

बहुत ज्यादा मार्जिन के प्रयोग की वजह से छोटे सा लॉस भी आपके लिए बहुत बड़ा लॉस साबित हो जाता है। इसलिए मार्जिन का इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? सही से उपयोग करे।

कई बार intraday trading में अप्पर सर्किट या फिर लोअर सर्किट लग जाने की वजह से आप इसमें फस जाते है। इसलिए पोजिशन को सही समय पर एग्जिट कर दे।

Intraday trading में डिलीवरी की तुलना अधिक ब्रोकरेज देना परता है। इसलिए ट्रेडिंग सही से करे।

अब जब आप Intraday ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान को भली भाती जान चुके है तो आइए अब आपको बताते है की intraday ट्रेडिंग को कैसे सीखा जा सकता है। अगर आप इसे सीख के ट्रेडिंग करेंगे तो ज्यादा चांसेज है की आप फायदे में रहेंगे।

Intraday trading कैसे सीखे

अगर आप Intraday ट्रेडिंग सीखना चाहते है तो इसके लिए आप यूट्यूब का सहारा ले सकतें है। यूट्यूब पे आपको ढेरो लर्निंग विडियोज मिल जायेंगे। इसके अलावा आप बुक्स का भी सहारा ले सकते है। इन बुक्स के मदद से आप Intraday ट्रेडिंग को आसनी से इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? सीख सकते हैं। कुछ फेमस बुक्स के नाम इस प्रकार है:

इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान

ट्रेडनिति – कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर

रिच डैड पूअर डैड

A टू Z शेयर मार्केट (इंट्राडे ट्रेडिंग)

इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान

ऊपर में हमने कुछ बुक्स में नाम दिए है आप इन बुक्स को पढ़ कर इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते है। ये सारे बुक्स हिंदी में है, इसे आप आसानी से पढ़ कर समझ सकते है। इसके बाद जब आप intraday को अच्छे से समझ ले तब आप इसका प्रैक्टिकल करने के लिए पेपर ट्रेडिंग कर सकते है। आईए अब आपको पेपर ट्रेडिंग के बारे में बताते है।

पेपर ट्रेडिंग क्या है?

पेपर ट्रेडिंग एक तरह का सिमुलेटर है जिसके मदद से आप बिना पैसे लगाए ट्रेडिंग कर सकते है। यह एक तरह का वर्चुअल ट्रेडिंग होता है। इसके मदद से आप बिना पैसे लगाए ट्रेडिंग का अभ्यास कर सकते है। आपको इंटरनेट पर बहुत सारे ऐप और वेबसाइट मिल जाएंगे जो आपको वर्चुअल ट्रेडिंग के माध्यम से पेपर ट्रेडिंग की सुविधा उपलब्ध कराते है। आप चाहे तो स्काट्रेड, फिडेलिटी जैसे पेपर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर सकते है।

Intraday ट्रेडिंग में किन बातों का रखे ध्यान

Intraday ट्रेडिंग पूरी तरह से मार्केट के मूव पर निर्भर करता है। इसमें आप जहा एक दिन में ही पूरे महीने की सैलरी कमा सकते है तो वही पूरे महीने की सैलरी गवा भी सकते है। यह हाई रिस्क वाला काम है। इसे बिना सीखे कभी ट्राय नही करना चाहिए। शुरू में आप कम कैपिटल के साथ इसको आजमा सकते है। धीरे धीरे जब आप मार्केट को अच्छे से समझ जाए तब इसमें बड़े अमाउंट से ट्रेडिंग करे। अपना कैपिटल हमेशा बचा के रखे, अपना मूल धन इसे कभी नही खोए।

निष्कर्ष :

दोस्तो, आज के इस आर्टिकल में हमने शेयर मार्केट के अंतर्गत आने वाले intraday trading के बारे में जाना। Intraday क्या है, Intraday Trading कैसे करे, Intraday Trading फायदे और नुकसान। अगर आपको यह आर्टिकल “Intraday Trading“ फायदेमंद लगा हो तो इसे जरूर शेयर करे। इसके साथ ही किसी तरह के सवाल के लिए आप नीच कमेंट कर सकते है। हम आपकी मदद करने की कोशिश करेंगे। ऐसे ही बेहतरीन और जानकारी से भरे आर्टिकल के लिए आप हमारे वेबसाइट से जुड़े रहे।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (Intraday Trading in Hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है हिंदी में: आज के समय में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे एप्प मौजूद हैं जिनकी मदद से लोग आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं. मोबाइल एप्प के द्वारा ट्रेडिंग करने के कारण भारत में भी ट्रेडिंग धीरे – धीरे लोकप्रिय होती जा रही है. ट्रेडिंग के द्वारा बहुत सारे लोग पैसे कमाकर अमीर बन रहे हैं.

लेकिन जो लोग ट्रेडिंग में अभी नए हैं या फिर ट्रेडिंग सीख रहें हैं तो उन्हें ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. ट्रेडिंग भी अनेक प्रकार के होती है जिसमें से एक सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग का प्रकार है Intraday Trading.

यदि आपको पैसे से पैसे कमाना है तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

अगर जो लोग नहीं जानते हैं Intraday Trading क्या है, Intraday Trading किसमें की जाती है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाए और Intraday Trading के फायदे तथा नुकसान क्या है, नके लिए इस लेख से बहुत मदद मिलने वाली है.

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (what is Intraday Trading in Hindi)

इस लेख में आपको Intraday Trading के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और साथ में ही Intraday Trading करने के लिए कुछ जरुरी Tips भी आपको मिलेंगे, जो कि आपको इस लेख को अंत तक पढने से प्राप्त होंगे. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Intraday Trading क्या होता है.

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? इसके फायदे और नुकसान

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? – स्विंग ट्रेड, स्टॉक का चयन कैसे करें? (Stock selection for swing trading) , फायदे, नुकसान, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में अंतर, स्विंग इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? ट्रेडिंग से जुड़े सवाल और जवाब

स्विंग ट्रेडिंग क्या है, swing trading kya hai

स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग का वो तरीका है जिसमें कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक किसी स्टॉक (या किसी फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट) में निवेश करके प्रॉफिट बनाया जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक का चयन करते समय Technical Analysis के अलावा Fundamental Analysis का भी उपयोग किया जाता है।

Table of Contents

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? | Swing Trading in Hindi

आसान भाषा में कहें तो स्विंग ट्रेडिंग में एक से अधिक ट्रेडिंग सत्र में मध्यम या छोटी अवधि के लिए पोजीशन को होल्ड करना होता है, लेकिन आमतौर पर स्विंग ट्रेडिंग में ये होल्डिंग पीरियड कई हफ्तों या कुछ महीनों से अधिक नहीं होना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग का टारगेट कम समय में शेयर का प्राइस बढ़ने पर प्रॉफिट बुक कर लाभ कमाना है। स्विंग ट्रेडिंग में कुछ ट्रेडर काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले स्टॉक की तलाश करते हैं, तो कुछ स्टेबल रहने वाले स्टॉक को सेलेक्ट करते हैं लेकिन दोनों ही कंडीशन में टारगेट अल्प अवधि में प्रॉफिट बुक कर लाभ कमाना ही होता है।

एक अच्छा स्विंग ट्रेडर किसी एक स्टॉक से बहुत ज्यादा प्रॉफिट की उम्मीद नहीं रखता बल्कि छोटे प्रॉफिट को बुक कर अपने दुसरे स्टॉक की तलाश शुरू कर देता है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें?

एक स्विंग ट्रेडर के तौर पर आपको ये बिल्कुल साफ़ होना चाहिए कि आपको कितने प्रतिशत प्रॉफिट के बाद निकल जाना है, 4 से 15% का प्रॉफिट स्विंग ट्रेडिंग के लिए पर्याप्त है लेकिन ट्रेड लेने से पहले आपको ध्यान रखना है कि आपको केवल ऐसे स्टॉक का चयन करना है जिसका फंडामेंटल स्ट्रांग हो।

आपको स्विंग ट्रेड लेने से पहले रिस्क और रिवॉर्ड रेश्यो को भी ध्यान में रखना होगा। जैसे मान लीजिए आपने कोई ट्रेड लिया जिसमें हर शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? में आप ज्यादा से ज्यादा 100 रुपए का रिस्क लें सकते हैं और कम से कम प्रति शेयर 300 रुपए के प्रॉफिट के बाद ही आप पोजीशन से एग्जिट लेंगें। 100 रुपए का रिस्क लेकर केवल इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? 75 रुपए का प्रॉफिट लेकर निकल जाना बिल्कुल भी बुद्धिमानी नहीं है। आप चाहे तो टोटल इन्वेस्ट किए गए Amount के परसेंटेज के आधार पर भी रिस्क और रिवॉर्ड तय कर सकते हैं। यानी तब आपका रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो 1:3 का होना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक सिलेक्ट करते समय इन बातों को जरूर ध्यान दें-

  • स्विंग ट्रेड के लिए आप Friday को मार्केट बंद होने के बाद Friday, Saturday या इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? Sunday किसी भी दिन स्टॉक का चयन कर सकते हैं।
  • स्विंग ट्रेड सिलेक्ट करते समय ध्यान रखें की केवल 100 रुपए से ऊपर वाले स्टॉक को ही सेलेक्ट करें क्योंकि हमें पैनी स्टॉक्स से बचना है। ऐसा इसलिए क्योंकि पैनी स्टॉक्स को Operators द्वारा आसानी से Manipulate किया जा सकता है।
  • स्टॉक में अच्छा वॉल्यूम होना चाहिए यानी ऐसा शेयर जिसमें बेचे और खरीदे जाने वाले शेयर की संख्या यानी वॉल्यूम ज्यादा है।
  • Upper और Lower सर्किट लगने पर स्टॉक को Ignore करना चाहिए क्योंकि उस पर हमारा Control नहीं होता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के लिए हमें ऐसे स्टॉक का चयन करना चाहिए जिसका फंडामेंटल स्ट्रांग है और शेयर ने पिछले हफ्ते निफ़्टी या सेंसेक्स से ज्यादा रिटर्न दिया है।
  • ऐसे स्टॉक को सिलेक्ट करें जिनका मार्केट कैप 1000 करोड़ से ज्यादा है।
  • स्टॉक अपने 52 वीक हाई के आसपास होना चाहिए, अगर स्टॉक अपने 52 वीक हाई से लगभग 10-15% नीचे है तो आप ऐसे स्टॉक का चयन कर सकते हैं।
  • शुरुवात में आप कोशिश कीजिए की आप मार्केट कैप के अनुसार Top 100 कम्पनीज में से ही स्टॉक सिलेक्ट करें।
  • जो भी स्टॉक आपने सिलेक्ट किया है उसका कैंडल चार्ट Open करके उसका Resistance और Support लेवल नोट कर लें और उसी के अनुसार एंट्री और एग्जिट लें।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे

  • स्विंग ट्रेडिंग में आपको कम समय में प्रॉफिट मिल जाता है।
  • कम प्रॉफिट का टारगेट होने के कारण टारगेट हिट करने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
  • स्टॉक में एंट्री लेने के लिए उसके गिरने का इंतज़ार नहीं करना पड़ता।
  • स्टॉक के फंडामेंटल स्ट्रांग होने के कारण नुकसान होने की संभवना कम होती है।
  • यह एक लेस स्ट्रेस यानी कम तनाव वाली ट्रेडिंग है।
  • अगर आप शेयर बाजार में नए हैं तो भी इसे Try कर सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान

  • शार्ट टर्म में एग्जिट लेने के कारण आपको बड़ा प्रॉफिट नहीं मिल पता है।
  • स्टॉक से जुडी रोजाना आने वाली हर छोटी बड़ी खबर से शेयर के प्राइस में उतार-चढ़ाव आता है।
  • एक दिन से ज्यादा होल्ड करने के कारण शेयर में गैप अप और गैप डाउन का भी सामना करना पड़ता है।
  • इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं?
  • डे ट्रेडिंग करने वालों को धैर्य के साथ स्टॉक में बने रहने में प्रॉब्लम आती है।

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

स्विंग ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग के बीच का अंतर (Swing trading vs Day trading) आमतौर पर होल्डिंग टाइम का है। स्विंग ट्रेडिंग में अक्सर कम से कम एक दिन से ज्यादा के लिए शेयर को होल्ड किया जाता है, जबकि डे ट्रेडिंग में बाजार बंद होने से पहले पोजीशन को क्लोज करना होता हैं।

क्योंकि हमें स्विंग ट्रेडिंग में एक दिन से ज्यादा के लिए पोजीशन को होल्ड करना होता है इसलिए हमें गैप अप और गैप डाउन का भी सामना करना पड़ता है।

स्विंग ट्रेडिंग से जुड़े सवाल और इनके जवाब

सवाल – स्विंग ट्रेडिंग में हम अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक को कितने दिन तक रख सकते हैं

जवाब – आमतौर पर स्विंग ट्रडिंग में आप स्टॉक को 1 दिन से ज्यादा या कुछ हफ्ते तक रख सकते हैं लेकिन कोशिस करें की आपको स्टॉक को 3 हफ्ते से ज्यादा होल्ड ना करना पड़े।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने?

स्विंग ट्रेडिंग के लिए ऐसा स्टॉक चुने जो अपने 52 वीक हाई के आसपास हो, अगर स्टॉक अपने 52 वीक हाई से लगभग 10-15% नीचे है तो आप ऐसे स्टॉक का चयन कर सकते हैं।

  • हमारा Youtube चैनल ज्वाइन करें – MyNivesh
  • शेयर बाजार और बिज़नेस से जुडी पल-पल की ख़बरें पाने के लिए हमारी एप्प को डाउनलोड करें – Findates
  • रोजाना शेयर बाजार और बिज़नेस से जुडी अपडेट पाने के लिए हमारा इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? इंस्टाग्राम पेज जरूर फॉलो करें – यहाँ क्लिक करें
  • हमारा टेलीग्राम ग्रुप ज्वाइन करने के लिए यहाँ क्लिक करें

उम्मीद करते हैं आपको स्विंग ट्रेडिंग क्या है (Swing trading in hindi) और उससे जुडी जानकारी अब मिल गयी है, अगर अभी भी आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट करके हमें बता सकते हैं, धन्यवाद।

Intraday Trading क्या है और कैसे करें ?

intraday trading kya hai kaise kare

यदि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते हैं तो इसके 2 तरीके हैं- (1). किसी कम्पनी के शेयर खरीद कर लम्बे समय तक निवेश के रूप में रखना; या (2). फायदा (प्रोफिट) कमाने के लिए एक ही दिन में शेयरों की खरीद-बिक्री करना। इनमें से दूसरे तरीके को Intraday Trading कहा जाता है। Intraday का हिंदी में अर्थ होता है “एक ही दिन के भीतर”, अर्थात कोई भी ऐसा कार्य जो एक ही दिन में शुरू करके समाप्त कर दिया जाए उसको Intraday बोलते हैं। अतः शेयर मार्केट में एक ही दिन में की जाने वाली शेयरों की खरीद-बिक्री को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। यहाँ पर हम आपको Intraday Trading क्या है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं आदि से सम्बंधित सभी जानकारी देंगे। अतः इस लेख को अंत तक पढ़ें।

Table of Contents

Intraday Trading क्या है ?

Intraday Trading शेयर मार्केट में शेयरों की उस ट्रेडिंग गतिविधि को कहा जाता है जिसमें आप लाभ कमाने के लिए एक ही दिन में शेयरों की खरीद और बिक्री करते हैं। भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग का आधिकारिक समय सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक होता है और यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आपको समय का ख़ास ध्यान रखना होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय की महत्ता इसलिए है क्योंकि Intraday Trading में यदि आपने किसी भी दिन अपने खरीदे गए शेयरों को दोपहर के 3.30 बजे तक नहीं बेचा तो वह 3.30 बजे स्वयं बिक जाएंगे। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर मार्केट की एक जोखिम भरी ट्रेडिंग गतिविधि है जिसमें आपको वित्तीय लाभ भी हो सकता है और हानि भी हो सकती है। परन्तु यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग की तय समय सीमा में सावधानी से शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव पर नज़र रखते हैं और बिना किसी लालच के थोड़ा सा लाभ होते ही अपने उसी दिन खरीदे गए शेयर बेच देते हैं तो आप इस से प्रतिदिन कुछ ना कुछ वित्तीय लाभ कमा सकते हैं।

Intraday Trading के लिए आवश्यक दस्तावेज़

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको मुख्यतः एक बैंक खाता और एक शेयर ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। आप अपना बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट एक ही बैंक में या अलग-अलग बैंकों में या बैंक अकाउंट बैंक में और ट्रेडिंग अकाउंट किसी शेयर ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं। ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट खुलवाने के बाद उनको लिंक कीजिये और आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए तैयार हैं। यदि आप शेयर बाज़ार में लम्बे समय के लिए भी निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट खुलवाने की आवश्यकता भी होती है, परन्तु इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ही पर्याप्त हैं। उपरोक्त सभी प्रकार के अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आधार कार्ड और पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। यदि आप शेयर मार्केट में लम्बे समय तक भी निवेश करना चाहते हैं तो इस से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “शेयर मार्केट क्या है और शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाएं” पढ़ सकते हैं।

Intraday Trading कैसे करें ?

Intraday Trading करने के लिए आपको सुबह 9.30 बजे इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक शेयर बाज़ार पर अधिक से अधिक समय बिताना होगा। आप जितना अधिक समय उस पर बिताएंगे उतनी ही सावधानी से ट्रेडिंग कर पाएंगे और एक ही दिन के शेयरों की खरीद- बिक्री में अधिक से अधिक लाभ कमा पाएंगे। यहाँ पर इंट्राडे ट्रेडिंग में यह बात तय है कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। अतः तय समय सीमा के भीतर आप शेयर मार्केट पर पैनी नज़र रखते हुए शेयरों के दाम बढ़ते ही बेच देने पर लाभ कमा सकते हैं। यदि आपने अपने खरीदे हुए शेयरों की बढ़ोतरी को किसी कारणवश नोटिस नहीं किया तो हो सकता है कि फिर उस दिन 3.30 बजे तक आपके शेयरों के दाम ऊपर ही ना आएं और आपको हानि हो जाए। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए शेयर मार्केट की गतिविधियों पर नज़र रखते हुए आपको अधिक से अधिक समय शेयर बाज़ार को देना होगा। परन्तु यह बिल्कुल भी आवश्यक नहीं है कि आप सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक का पूरा समय शेयर मार्केट पर बिताएं तो आपको निश्चित ही लाभ होगा। कभी- कभी किसी कारणवश ऐसा भी हो सकता है कि आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों के दाम उस दिन एक बार भी ना बढ़े और घटते ही रहें या लगभग स्थिर रहें। ऐसी स्थिति आने पर आपको उस दिन इंट्राडे ट्रेडिंग में हानि होना निश्चित है।

Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं ?

आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख कर इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे या लाभ कमा सकते हैं:

  1. Intraday Trading के लिए सदैव ऐसी कंपनियों के शेयरों का चुनाव कीजिये जिनमें अधिक ट्रेडिंग (खरीद-बिक्री) की जाती हो। इसका लाभ यह होगा कि दाम बढ़ने पर यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं? उनको बेचना चाहें तो वह आसानी से और एकदम बिक जाएंगे।
  2. इंट्राडे ट्रेडिंग में समय कम होने के कारण अपनी प्रोफिट लिमिट (लाभ की दर) कम रखें और थोड़ा लाभ होते ही शेयरों को बेच दें। अर्थात इंट्राडे ट्रेडिंग में लालच की कोई जगह नहीं है।
  3. इंट्राडे ट्रेडिंग में नुक्सान या हानि के लिए सदैव तैयार रहें। अतः मात्र उतने ही पैसे निवेश करें जिनको खोने के बाद आप पर वित्तीय बोझ ना पड़े।
  4. जिन शेयरों में आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए निवेश करना चाह रहे हैं उन शेयरों का पिछले कुछ दिनों के ट्रेंड (उतार- चढ़ाव) का विश्लेषण अवश्य करें और उसके अनुसार ही निवेश का निर्णय लें।
  5. एक ही दिन में कई कंपनियों के शेयरों में या एक ही कंपनी के शेयरों में कई बार ट्रेडिंग के लिए तैयार रहें।
  6. यदि आप उपरोक्त सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए अपने स्टॉक को स्मार्ट तरीके से चुनते हैं, तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ अर्जित करने की संभावनाएं सदा बनी रहती हैं।

निष्कर्ष

इस लेख के माध्यम से हमने आपको Intraday Trading क्या है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं आदि से सम्बंधित उपयुक्त जानकारी देने का प्रयास किया है। यदि आप स्टॉक मार्केट और इंट्राडे ट्रेडिंग में नए हैं और इसके सभी लाभ-हानि को ध्यान में रखते हुए भारतीय शेयर बाज़ार में निवेश करके पैसे कमाना चाहते हैं तो यहाँ उपलब्ध जानकारी आपको सदैव लाभकारी होगी। परन्तु इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पूर्व आपको यह जान लेना अति आवश्यक है कि शेयर मार्केट में मौजूद सभी निवेश विकल्पों में से इंट्राडे ट्रेडिंग सर्वाधिक वित्तीय जोखिम वाली गतिविधियों में से एक है। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पूर्व आप इसमें मौजूद वित्तीय जोखिम और हो सकने वाली हानि को सदैव ध्यान में रखें।

रेटिंग: 4.32
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 430