दांत देखकर पहचान हुई शातिर रिंकू सिंह की
वर्ष 2007 में रिंकू सिंह पर इनाम तो घोषित हुआ पर किसी थाने या एसटीएफ को उसकी तस्वीर हाथ नहीं लगी। गुरुवार को जब उसके एक बारात में शामिल होने की मुखबिर ने सूचना दी तो एसटीएफ के अधिकारियों के माथे पर.
वर्ष 2007 में रिंकू सिंह पर इनाम तो घोषित हुआ पर किसी थाने या एसटीएफ को उसकी तस्वीर हाथ नहीं लगी। गुरुवार को जब उसके एक बारात में शामिल होने की मुखबिर ने सूचना दी तो एसटीएफ के अधिकारियों के माथे पर भी बल पड़ गए। कई वर्षो से इस अपराधी की टोह में लगी पुलिस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह भी थी कि इस अपराधी की शिनाख्त के लिए पुलिस के पास उसकी कोई तस्वीर मौजूद नहीं थी। काफी देर तक इसके लिए अधिकारियों ने माथा-पच्ची की। एसआईाी की टीम उसके हुलिया और मुखबिर की यह सूचना पर कि रिंकू के आगे के कुछ दांत गुटखा खाते रहने के कारण पीले पड़ गए हैं तथा दो दांत सड़ भी गए हैं, को ही उसकी पहचान मानकर सारण के लिए रवाना हो गई। जिस गांव में रिंकू को शादी में आना था, एसआईाी की टीम बारात आने से पूर्व ही वहां पहुंच गई और ग्रामीण वेश धारण कर उसके आने का इंतजार करने लगी।ड्ढr ड्ढr शादी समारोह में रिंकू की पहचान मुश्किल हो रही थी, क्योंकि मुखबिर द्वारा बतायी गई कद-काठी और गुटखे की आदत वाले कई युवक समारोह में मौजूद थे। इसके बाद टीम ने सुबह का इंतजार करना ही उचित समझा। सुबह होते ही टीम के सदस्य बारात लौटने वाले रास्ते में मानपुर के पास सादी वर्दी में फैल गए। टीम के सदस्यों को यह विश्वास था कि इस हुलिया वाले जिस युवक के आगे-पीछे शागिर्द लगे होंगे वही रिंकू सिंह हो सकता है। टीम का यही विश्वास काम आया। सुबह में उन्हें दो मोटरसाइकिल पर सवार चार युवक उस रास्ते पर आते नजर आए। इनमें एक युवक की कद-काठी मुखबिर के बताए हुलिए के अनुरूप थी।ड्ढr ड्ढr एसटीएफ ने उन चारों को घेर लिया। बारी-बारी से सभी का मुंह खुलवाकर उनके दांतों को देखा गया तो एक युवक संदिग्ध लगा। पहले तो उसने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की पर थोड़ी ही सख्ती के बाद वह अपने को रिंकू सिंह बता दिया। मुख्यालय में उसकी गिरफ्तारी की खबर देते हुए उसे पटना लाया गया जहां वरीय अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। अधिकारियों को आशंका है कि उसने ऐसे बहुत सार कांडों को अंजाम दिया है जिसमें परोक्ष रूप से उसका नाम नहीं आया। देर शाम उसे समस्तीपुर से आयी पुलिस को सौंप दिया गया।ं
10 वी के बाद कैसे करें आईटीआई, ITI Trades और फीस की जानकारी?
इंडस्ट्रियल क्षेत्र में करियर बनाने के लिहाज से भारत में कुछ चुनिन्दा कोर्स कराये जाते हैं. इनमें ITI एक प्रमुख कोर्स है जिसमें भारत के लाखों स्टूडेंट हर साल आवेदन करते हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप बहुत जल्दी नौकरी पा सकते हैं
By रवि नामदेव On Dec 10, 2021 2,808 0
इंडस्ट्रियल क्षेत्र में करियर बनाने के लिहाज से भारत में कुछ चुनिन्दा कोर्स कराये जाते हैं. इनमें ITI एक प्रमुख कोर्स है जिसमें भारत के लाखों स्टूडेंट हर साल आवेदन करते हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप बहुत जल्दी नौकरी पा सकते हैं और अपनी आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं. यदि आप आईटीआई कोर्स (ITI course in hindi) करना चाहते हैं तो आपके मन में इससे जुड़े कई सवाल होंगे जिनके जवाब आपको यहां मिलेंगे.
ITI क्या है? (ITI Course Detail in Hindi)
आईटीआई का पूरा नाम Industrial Training Institute है. (ITI Ka Full Form) जिसका हिन्दी में अर्थ औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र है. ये कम समय-सीमा के छोटे Industrial Course होते हैं. जिनमें आप आसानी से एडमिशन पा सकते हैं और कोर्स कर सकते हैं. इसमें काफी सारी ट्रेड होती हैं जिन्हें आप अपनी मर्जी के अनुसार चुन सकते हैं.
ये रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? एक तरह का Post-Secondary School होता है जो Directorate General of Employment of Training और Ministry of Labor and Employment Union Government of India के अंतर्गत आता है.
10वी के बाद आईटीआई कैसे करें? (ITI After 10th Class?)
आईटीआई में एडमिशन लेने के लिए आपको किसी entrance exam को क्रैक करने की जरूरत नहीं होती है. इसमें आप सीधे 10वी के बाद एडमिशन पा सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं. तो चलिये जानते हैं कि 10वी के बाद आप कैसे आईटीआई कोर्स कर सकते हैं.
– सबसे पहले 10वी कक्षा अच्छे अंकों के साथ पास करें.
– 10वी में आपके मार्क्स जितने अच्छे होंगे उतने ही अधिक चांस होंगे कि आपको पसंद का कॉलेज और आपकी पसंद की ट्रेड मिले.
– आपकी उम्र कम से कम 14 साल या उससे अधिक होनी चाहिए.
– 10वी का रिजल्ट आने के बाद अपने नजदीकी सरकारी या प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन का प्रोसेस पूरा करें.
– आमतौर पर आईटीआई में एडमिशन कॉलेज लेवल काउन्सलिन्ग के जरिये होता है जिसमें आपको 10वी के मार्क्स के आधार पर ट्रेड दी जाती है.
– अपने पसंद की ट्रेड चुनें और कॉलेज फीस का भुगतान करें.
बस इस तरह आपका एडमिशन 10वी के बाद आईटीआई कॉलेज में हो जाता है.
आईटीआई ट्रेड लिस्ट (ITI Trade List)
आईटीआई में काफी सारी ट्रेड हैं जो टेक्निकल और नॉन टेक्निकल दोनों तरह की है. यहां रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? हम आपको कुछ पॉपुलर ट्रेड के बारे में बता रहे हैं जिनमें स्टूडेंट की रुचि ज्यादा रहती है.
टर्नर, फिटर, मशीनिस्ट ग्राइन्दर, डोमेस्टिक हाउस कीपिंग, पेंटर, इन्स्ट्रुमेंट मेकेनिक, डाटा एंट्री ऑपरेटर, इलेक्ट्रोनिक मेकेनिक, कॉर्पोरेट हाउस कीपिंग, इलेक्ट्रिशियन, टुरिस्ट गाइड, इलेक्ट्रिकल, रेफ्रीजरेटर, एसी, ऑफिस मशीन ऑपरेटर, आटोमोबाइल, रेडियो एंड टीवी मेकेनिक, इवेंट मेनेजमेंट असिस्टेंट, वायरमेन, मोटर व्हीकल मेकेनिक, फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट.
आईटीआई कितने साल का कोर्स है? (ITI रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? Course Duration)
आईटीआई में कई तरह के कोर्स होते हैं. कोर्स कितने साल का होगा ये कोर्स पर निर्भर करता है. लेकिन इसमें कम से कम 6 महीने और अधिकतम 2 साल का कोर्स होता है.
आईटीआई में एडमिशन लेने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट (Documents for ITI Admission)
– 8th और 10th की मार्कशीट
– आधार कार्ड
– पासपोर्ट साइज फोटो
– जाति प्रमाण पत्र
– मूल निवासी प्रमाण पत्र
– स्कूल की टीसी और अन्य सर्टिफिकेट
आईटीआई की फीस कितनी है? (ITI College Fees)
आईटीआई कॉलेज की फीस ज्यादा नहीं होती. अगर आप किसी सरकारी आईटीआई कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो यहां नाममात्र की फीस लगती है, जो 5 हजार या उससे भी कम रहती है. अगर आप किसी प्राइवेट संस्थान में एडमिशन लेते हैं तो उसमें आपकी फीस कोर्स के हिसाब से 5000 से 20000 रुपये के बीच हो सकती है.
आईटीआई में नौकरी (Jobs and Salary in ITI)
आईटीआई में कोर्स करने के बाद आप आसानी से किसी भी कंपनी में नौकरी पा सकते हैं. सरकारी विभागों में भी इनके लिए कई नौकरियां निकलती रहती हैं. इसमें कोर्स करने के बाद आप शुरुआत में 5 से 10 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन पा सकते हैं. लेकिन जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ेगा वैसे-वैसे आपकी सैलरी बढ़ती जाएगी.
आईटीआई उन स्टूडेंट के लिए एक अच्छा कोर्स है जो पढ़ाई पर ज्यादा पैसा खर्च नहीं कर सकते और जिन्हें जल्दी पैसा कमकर अपने घर को सपोर्ट करना है. आईटीआई कम खर्च में एक बढ़िया इंडस्ट्रियल कोर्स है. इसकी मदद से आप सरकारी नौकरी भी पा सकते हैं. इसके अलावा जब आपके साथी 12वी में आएंगे, तब से आप कमाना शुरू कर देंगे.
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर भाजपा का भरोसा विधायकों की खरीद-फरोख्त की ओर इशारा करता है: शिवसेना
मुंबई: शिवसेना ने शनिवार को आरोप लगाया कि शुरुआत में सरकार गठन से पीछे हटने के बाद भाजपा अब महाराष्ट्र में सरकार गठित करने का भरोसा जता रही है और राष्ट्रपति शासन की आड़ में विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की उसकी मंशा साफ दिखाई दे रही है.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान को लेकर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन छह महीने से अधिक नहीं चलेगा.
पार्टी ने कहा कि नए राजनीतिक समीकरण ‘कई लोगों को पेट दर्द दे’ रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा था, ‘भाजपा सबसे बड़ा दल है और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हमारी संख्या 119 तक पहुंचती है. इसके साथ भाजपा सरकार बनाएगी.’
शिवसेना ने ‘सामना’ में कहा, ‘जिनके पास 105 सीटें हैं, उन्होंने पहले राज्यपाल से कहा था कि उनके पास बहुमत नहीं है. अब वे सरकार गठन का दावा कैसे कर रहे हैं?’
उन्होंने कहा, ‘…विधायकों की खरीद-फरोख्त का उनका मंसूबा अब साफ हो गया है. पारदर्शी सरकार का वादा करने वालों के झूठ अब सामने आ रहे हैं.’
पार्टी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के राजनीति और क्रिकेट संबंधी बयान का जिक्र करते हुए कहा, ‘गडकरी का संबंध क्रिकेट से नहीं है. उनका संबंध सीमेंट, इथेनॉल, एस्फाल्ट और अन्य चीजों से है.
शिवसेना ने कहा कि क्रिकेट अब खेल कम और कारोबार ज्यादा हो गया है. क्रिकेट में भी ‘खरीद-फरोख्त और फिक्सिंग’ होती है.
उल्लेखनीय है कि गडकरी ने कहा था, ‘क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी हो सकता है. कभी आपको लगता है कि आप मैच हार रहे हैं लेकिन परिणाम एकदम विपरीत होता है.’
भाजपा और शिवसेना ने गठबंधन में रहते हुए 21 अक्टूबर का विधानसभा चुनाव लड़ा था. 288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं, जो सरकार बनाने के लिये बहुमत के आंकड़े को छू रही थीं. कांग्रेस और एनसीपी ने क्रमश: 44 और 54 सीटें जीती थीं.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंगलवार को केंद्र को एक रिपोर्ट भेजकर मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य में स्थिर सरकार के गठन को असंभव बताया था, जिसके बाद से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है.
एनसीपी ने कहा, सत्ता से दूर भाजपा को दलबदलु विधायकों के पलटने का डर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा इस बात से घबराई हुई है कि 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों से पहले जिन राजनेताओं ने उसका दामन थामा था वे अब उसका साथ छोड़ सकते हैं इसलिये उनके नेता दावा कर रहे हैं कि वे राज्य में अगली सरकार बनाने जा रहे हैं.
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने यह टिप्पणी महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के उस बयान रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? के एक दिन बाद दी जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी जल्द ही सरकार बनाएगी और उसके साथ निर्दलीय समेत 119 विधायकों का समर्थन हैं.
मलिक ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा. फडणवीस ने अपनी हालिया टिप्पणी में कहा था कि गैर भाजपा सरकार छह महीने से ज्यादा नहीं चलेगी. मलिक ने इस पर कहा कि वह (फडणवीस) एक हारी हुई सेना के सेनापति की तरह बोल रहे है जो अपने पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिये ऐसा कह रहा है.
मलिक ने कहा, ‘पूर्व मुख्य मंत्री एक हारे हुए सेनापति की तरह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हम मानते हैं कि वे हार चुके हैं और उन्हें यह स्वीकार करना होगा. वो हार स्वीकार करने को राजी नहीं हैं, लेकिन समय रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? लगता है.’
पाटिल की टिप्पणी पर मलिक ने पूछा कि महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष द्वारा जैसा दावा किया जा रहा है कि उनके पास आंकड़े हैं तो भाजपा ने पूर्व में ही सरकार बनाने का दावा क्यों पेश नहीं किया.
मलिक ने कहा, ‘कोई भी सरकार (महाराष्ट्र में) नहीं बना सकता जब तक 145 विधायकों का समर्थन न हो. उनके (भाजपा के) पास अपने विधायक नहीं है, उसने दूसरे दलों के नेताओं को अपने पाले में खींचा.’
वह 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस और एनसीपी के कई नेताओं के भाजपा में शामिल होने के संदर्भ में यह बात कह रहे थे.
मलिक ने कहा, ‘उन्हें (भाजपा को) अब यह घबराहट है कि ये विधायक (दूसरे दलों से भाजपा में आए) पाला बदल सकते हैं. इसलिये, वे (भाजपा नेता) अपने कुनबे को एकजुट रखने के लिये ऐसे बयान दे रहे हैं.’
महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक गतिरोध के बीच केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी ने शुक्रवार को इस पूरे परिदृश्य को क्रिकेट से जोड़ते हुए कहा कि इन दोनों क्षेत्रों (क्रिकेट और राजनीति) में ‘कुछ भी’ हो सकता है. उन्होंने कहा कि जो मैच हारता हुआ दिखाई देता है वास्तव में वह जीत भी सकता है.
केंद्रीय मंत्री के रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? बयान के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा कि उन्हें यह नहीं पता कि क्या गडकरी ये समझ चुके हैं कि लोगों ने भाजपा को ‘क्लीन बोल्ड’ कर दिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)
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PKL 9: जीत के साथ टॉप-3 में पहुंची यू मुंबा की टीम, पटना पाइरेट्स को 13 अंक से हराया
Pro Kabaddi league 2022: वीवो प्रो कबड्डी लीग के नौवें सीजन के सीजन के 76वें मैच रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? में यू मुंबा ने तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स को 36-23 के अंतर से हराकर अंक तालिका में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है.
- मुंबा के डिफेंस ने सचिन को किया पस्त
- गुमान ने डू और डाई रेड पर किया सुपर-10
ट्रेंडिंग तस्वीरें
Pro Kabaddi league 2022: यू मुंबा ने बालेवाड़ी स्थित श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रविवार को खेले गए वीवो प्रो कबड्डी लीग के नौवें सीजन के सीजन के 76वें मैच में तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स को 36-23 के अंतर से हराकर अंक तालिका में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है. मुंबा को 13 मैचों में आठवीं जीत मिली जबकि पटना को इतने ही मैचों में पांचवीं हार मिली. मुंबा की जीत में उसके डिफेंस (15 अंक) ने अहम भूमिका निभाई. साथ ही गुमान सिंह (13) ने सुपर-10 लगाया जबकि कप्तान रिंकू (4) ने भी प्रभावित किया.
पटना के लिए रोहित गुलिया ने सबसे अधिक 7 अंक लिए जबकि छह बार आउट होने के बाद सचिन तंवर सिर्फ 5 अंक ही ले सके. पटना की टीम सात मैचों से अजेय थी लेकिन अब उसका यह सिलसिला टूट गया है. यू मुंबा के डिफेंस ने बेहतरीन शुरुआत करते हुए तीन मिनट में ही अपनी टीम को 3-1 की लीड दिला दी. पटना की वापसी करनी चाही लेकिन किरण ने रिवाइव होकर आए सचिन को डू ओर डाई रेड पर आए सचिन को लपक स्कोर 4-2 कर दिया.
मुंबा के डिफेंस ने सचिन को किया पस्त
मुंबा का डिफेंस सचिन को चलने नहीं दे रहा था और इधर पटना का डिफेंस गुमान का लगातार शिकार कर रहा था. सचिन की गैरमौजूदगी में रोहित ने डू ओर डाई रेड पर अंक ले लिया और स्कोर 5-5 कर दिया. इसी बीच मुंबा ने रोहित को सुपर टैकल कर स्कोर 7-6 कर दिया. मुंबा ने दो अंक की लीड ली लेकिन सचिन ने मल्टी प्वाइंट रेड से स्कोर बराबर कर दिया. गुमान ने हालांकि दो अंक की रेड के साथ मुंबा को फिर 2 अंक से आगे कर दिया. सुपर टैकल की स्थिति में पटना ने दो अंक हासिल किए जबकि मुंबा को भी एक अंक मिला. स्कोर 11-13 था.
गुमान ने डू और डाई रेड पर किया सुपर-10
गुमान ने हालांकि पटना को सुपर टैकल का मौका नहीं दिया और फिर मुंबा के डिफेंस ने रोहित को लपक पटना को ऑल आउट कर 18-12 की लीड ले ली. पहला हाफ 13-18 से मुंबा के नाम रहा. उसने रेड में 8, डिफेंस में 7 अंक जुटाए. पटना रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? को रेड में 7 और डिफेंस में 5 अंक मिले. ब्रेक के बाद मुंबा ने तीन अंक के साथ लीड 8 की कर ली लेकिन पटना ने भी लगातार तीन अंक के साथ वापसी के संकेत दिए. इसी बीच सचिन ने किरण को डू ओर डाई रेड पर आउट कर हिसाब बराबर किया. फिर गुमान ने डू ओर डाई रेड पर दो अंक लेकर सुपर-10 पूरा किया.
दो बार ऑल आउट हुई पटना
10 मिनट बचे थे और मुंबा 24-18 से आगे थे. मुंबा का फासला लगातार 6 का बना हुआ था लेकिन रिंकू ने रोहित का शिकार कर लीड 7 की कर दी. फिर गुमान ने डू ओर डाई रेड पर अंक लेकर पटना को सुपर टैकल की ओर धकेला. मुंबा के डिफेंस ने मोनू को लपक पटना को दूसरे ऑलआउट की ओर धकेला और फिर 13वें टैकल प्वाइंट के साथ इसे अंजाम देकर 32-20 की लीड ले ली. पटना तमाम प्रयासों के बाद अपने स्कोर में तीन अंक और जोड़ सकी जबकि मुंबा ने 6 अंक जोड़ लगातार दूसरी जीत हासिल की.
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PKL 9: जीत के साथ टॉप-3 में पहुंची यू मुंबा की टीम, पटना पाइरेट्स को 13 अंक से हराया
Pro Kabaddi league 2022: वीवो प्रो कबड्डी लीग के नौवें सीजन के सीजन के 76वें मैच में यू मुंबा ने तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स को 36-23 के अंतर से हराकर अंक तालिका में तीसरा स्थान हासिल कर लिया है.
- मुंबा के डिफेंस ने सचिन को किया पस्त रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई?
- गुमान ने डू और डाई रेड पर किया सुपर-10
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पटना के लिए रोहित गुलिया ने सबसे अधिक 7 अंक लिए जबकि छह बार आउट होने के बाद सचिन तंवर सिर्फ 5 अंक ही ले सके. पटना की टीम सात मैचों से अजेय थी लेकिन अब उसका यह सिलसिला टूट गया है. यू मुंबा के डिफेंस ने बेहतरीन शुरुआत करते हुए तीन मिनट में ही अपनी टीम को 3-1 की लीड दिला दी. पटना की वापसी करनी चाही लेकिन किरण ने रिवाइव होकर आए सचिन को डू ओर डाई रेड पर आए सचिन को लपक स्कोर 4-2 कर दिया.
मुंबा के डिफेंस ने सचिन को किया पस्त
मुंबा का डिफेंस सचिन को चलने नहीं दे रहा था और इधर पटना का डिफेंस गुमान का लगातार शिकार कर रहा था. सचिन की गैरमौजूदगी में रोहित ने डू ओर डाई रेड पर अंक ले लिया और स्कोर 5-5 कर दिया. इसी बीच मुंबा ने रोहित को सुपर टैकल कर स्कोर 7-6 कर दिया. मुंबा ने दो अंक की लीड ली लेकिन सचिन ने मल्टी प्वाइंट रेड से स्कोर बराबर कर दिया. गुमान ने हालांकि दो अंक की रेड के साथ मुंबा को फिर 2 अंक से आगे कर दिया. सुपर टैकल की स्थिति में पटना ने दो अंक हासिल किए जबकि मुंबा को भी एक अंक मिला. स्कोर 11-13 था.
गुमान ने डू और डाई रेड पर किया सुपर-10
गुमान ने हालांकि पटना को सुपर टैकल का मौका नहीं दिया और फिर मुंबा के डिफेंस ने रोहित को लपक पटना को ऑल आउट कर 18-12 की लीड ले ली. पहला हाफ 13-18 से मुंबा के नाम रहा. उसने रेड में 8, डिफेंस में 7 अंक जुटाए. पटना को रेड में 7 और डिफेंस में 5 अंक मिले. ब्रेक के बाद मुंबा ने तीन अंक के साथ लीड 8 की कर ली लेकिन पटना ने भी लगातार तीन अंक के साथ वापसी के संकेत दिए. इसी बीच सचिन ने किरण को डू ओर डाई रेड पर आउट कर हिसाब बराबर किया. फिर गुमान ने डू ओर डाई रेड पर दो अंक लेकर सुपर-10 पूरा रेंको ट्रेडिंग की सुरवात कैसे हुई? किया.
दो बार ऑल आउट हुई पटना
10 मिनट बचे थे और मुंबा 24-18 से आगे थे. मुंबा का फासला लगातार 6 का बना हुआ था लेकिन रिंकू ने रोहित का शिकार कर लीड 7 की कर दी. फिर गुमान ने डू ओर डाई रेड पर अंक लेकर पटना को सुपर टैकल की ओर धकेला. मुंबा के डिफेंस ने मोनू को लपक पटना को दूसरे ऑलआउट की ओर धकेला और फिर 13वें टैकल प्वाइंट के साथ इसे अंजाम देकर 32-20 की लीड ले ली. पटना तमाम प्रयासों के बाद अपने स्कोर में तीन अंक और जोड़ सकी जबकि मुंबा ने 6 अंक जोड़ लगातार दूसरी जीत हासिल की.
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