इसके साथ ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी को मिलीस जीत को लेकर दिल्लीवासियों का आभार व्यक्त किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि,’ दिल्ली की जनता 15 साल से बीजेपी की भ्रष्ट सत्ता को उखाड़ फेंककर आम आदमी पार्टी पर भरोसा जताया है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली की जनता ने हम पर विश्वास जताकर बड़ी जिम्मेदारी हमें सौंपी है। इसके लिए हमें उनका शुक्रिया अदा करते हैं। बहरहाल, अब दिल्ली नगर निगम चुनाव में आप को मिली बंपर जीत के बाद अब मेयर को लेकर सियासी बहस का सिलसिला जारी है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में राजधानी दिल्ली की सियासत क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

MCD चुनाव से पहले जानिये- क्या है MCD और इसके काम

देश की राजधानी दिल्ली में 23 अप्रैल यानी कि कल एमसीडी चुनाव होने हैं जिसके लिए सभी पार्टियां जोर शोर से जनता को लुभाने के प्रयास कर चुकी हैं। दिल्ली में इस बार मुख्य तौर से दो नहीं बल्कि त्रिकोणीय मुकाबला है जिसमें बीजेपी, कांग्रेस, AAP मुख्य पार्टियां हैं।

MCD क्या है और इसमें कितने वार्ड हैं आईये आपको बताते हैं-

MCD का मतलब है म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली यानी कि दिल्ली नगर निगम हालांकि राजधानी दिल्ली में 3 नगर निगम हैं जो इस प्रकार हैं-

  1. नई दिल्ली म्‍युनिसिपल काउंसिल
  2. म्‍युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली (MCD)
  3. दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड

इनमें से एमसीडी के चुनाव हो रहे हैं जो 23 अप्रैल यानी की कल हैं। बताते चलें कि साल 2012 में एमसीडी को तीन हिस्सों में बांट एमएसीडी क्या है दिया गया-

  1. नॉर्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन- NDMC (104 वॉर्ड)
  2. साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन- SDMC (104 वॉर्ड)
  3. ईस्ट दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन- EDMC (64 वॉर्ड)

कुल मिलाकर एमसीडी में 272 वॉर्ड हैं, जिन पर कल चुनाव होने हैं। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 68 एमसीडी में आते हैं। जिला स्तर पर बात करें तो 11 जिलों में से 8 जिले एमसीडी के अंदर आते हैं। एमसीडी के अंदर दिल्ली की 1 करोड़ से ज्यादा आबादी आती है। इस लिहाज से एमसीडी दुनिया की दूसरे नंबर की नगर निगम मानी जाती है।

MCD Election Result: आ गए एमसीडी चुनाव के फाइनल नतीजे, जानें AAP, BJP और Congress में से किसने कितनी सीटें जीती

MCD Election Result: दिल्ली एमसीडी चुनाव में मिली आम आदमी पार्टी को मिली बंपर जीत पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली के बेटे अपने भाई को दिल्ली की सफाई की जिम्मेदारी, भ्रष्टाचार दूर करने और पार्कों को ठीक करने की जिम्मेदारी दी है। इतने प्यार और विश्वास दिया। पूरी कोशिश करूंगा कि आपके भरोसे को कायम रखूंगा।

December 7, 2022

AAP Won the election

नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव के फाइनल नतीजे सामने आ चुके हैं। शुरूआती रुझानों में आम आदमी पार्टी कांग्रेस और बीजेपी की तुलना में सबसे आगे चल रही थी। शुरुआती रूझानों में ही आप जीत से दो कदम दूर थी। वहीं, अब यह दूरी भी कम हो चुकी है। दरअसल, दिल्ली नगर निगम चुनाव के फाइनल नतीजे सामने आ चुके हैं। बता दें, दिल्ली के 250 वार्डों में से आम आदमी पार्टी ने 134 जीतों पर जीत का पताका फहराकर अपनी बादशाहत कायम कर दी है। वहीं, बीजेपी ने 104 तो कांग्रेस ने मात्र 8 सीटों पर जीत हासिल की है। ध्यान रहे, पिछले 15 सालों से बीजेपी निगम की सत्ता पर काबिज थी, लेकिन इस बार बीजेपी अपना यह कब्जा बरकरार नहीं रख पाई। हालांकि, गत सोमवार को जारी हुए विभिन्न एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी के जीत की भविष्यवाणी कर दी थी। वहीं, एग्जिट पोल सामने आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस अपनी जीत के दावे कर रहे थे, लेकिन सामने आए नतीजों ने इनके दावों को खोखले साबित कर दिए। वहीं, निगम चुनाव में जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी में खुशी की लहर है।

एमएसीडी कैसे काम करता है? इस प्रसिद्ध संकेतक के 3 घटकों को कैसे पढ़ें

हमने अपने ब्लॉग पर पहले ही कई तकनीकी विश्लेषण टूल का वर्णन किया है। एमएसीडी कैसे काम करता है? हम अब इस सूचक के बारे में बात करेंगे। एमएसीडी ('मकड़ी') संकेतक लगभग 50 साल पहले गेराल्ड एपेल द्वारा विकसित किया गया था। लेखक का आधार एक संकेतक बनाना था जो शेयर बाजारों में एक प्रवृत्ति की ताकत और दिशा को मापता था।

एमएसीडी संकेतक वर्तमान प्रवृत्ति इसकी ताकत और इसके उलट होने की संभावना को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें एमएसीडी लाइन, एक सिग्नल लाइन और बार चार्ट शामिल हैं। हम संकेतक के इन 3 घटकों पर एक-एक करके चर्चा करेंगे।

मैकडी कैसे काम करता है

एमएसीडी लाइनें

एमएसीडी लाइन

एमएसीडी लाइन अलग-अलग अवधि वाले दो ईएमए मूविंग एवरेज के बीच का अंतर दिखाती है। जब एमएसीडी लाइन शून्य रेखा को पार करती है तो यह इंगित करती है कि इस समय उनके बीच कोई अंतर नहीं है।

आप एमएसीडी संकेतक कैसे पढ़ते हैं?

एमएसीडी को पढ़ने के लिए संकेतक के अलग-अलग घटकों को पढ़ना है। प्रत्येक घटक वर्तमान बाजार की स्थिति के बारे में जानकारी देता है। मानक संकेतक सेटिंग्स 12,26 और 9 हैं। ये भी अनुशंसित सेटिंग्स हैं, अधिकांश व्यापारी उनका उपयोग करते हैं और वे सबसे अच्छा काम करते हैं।

आप बदल सकते हैं संकेतक सेटिंग्स एमएसीडी और सिग्नल लाइन मूविंग एवरेज के लिए अवधि निर्धारित करने के लिए जो मोमबत्तियों की संख्या में मापा जाता है।

एमएसीडी सेटिंग्स

एमएसीडी सेटिंग्स

जब सिग्नल लाइन ऊपर की दिशा में एमएसीडी लाइन को काटती है तो यह मूल्य वृद्धि की संभावना होती है। इसके विपरीत, जब सिग्नल लाइन नीचे की दिशा में एमएसीडी लाइन को काटती है तो यह मूल्य में कमी की संभावना को इंगित करती है। एमएसीडी संकेतक का मुख्य लाभ इसकी दक्षता और सरलता है। हम आपको पीएसएआर के साथ एमएसीडी का संयोजन के बारे में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

दिल्ली MCD चुनाव: इस गांव के किसी भी शख्स ने नहीं डाला वोट, जानिए क्या रही वजह

(Delhi MCD Election)

(एमएसीडी क्या है Delhi MCD Election)

नई दिल्ली। दिल्ली में MCD चुनाव रविवार को पूरे हो चुके हैं। बता दे, दिल्ली में करीब 50 प्रतिशत मतदान हुए हैं, जहां शहर भर के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतार लगी हुई थी, मगर वही दूसरी तरफ़ उत्तर पश्चिमी दिल्ली के कटेवारा गांव का एक गांव ऐसा भी रहा है जहां से एक भी व्यक्ति वोट डालने नहीं निकला और मतदान केंद्र वीरान नज़र आए। शाम साढ़े पांच बजने के बाद मतदान कर्मी खाली हाथ वापस चले गए। गांवों के लोगों ने मतदान का बहिष्कार करके उन नेताओं को आइना दिखाने का दावा किया है, जो वोट लेने के बाद उनके क्षेत्रों में दिखाई नहीं देते और न उनके लिए काम करते है। दिल्ली सरकार और नगर निगम पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस छोटे से गांव के वोटर्स ने चुनाव का बहिष्कार किया।

जानिए क्या है पूरा मामला

दिल्ली में बवाना के कटेवड़ा गांव से ये मामला सामने आया है, जहां के मतदान केंद्रों में पूरे दिन सन्नाटा था। यहां के निवासियों ने रविवार को नगर निगम चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार किया और निगम पर गांव की उपेक्षा करने का आरोप लगाया था। वहां के निवासी कृष्णा वत्स ने कहा, “पूरे गांव ने सहमति से चुनाव का बहिष्कार करने का फ़ैसला किया। MCD के साथ-साथ दिल्ली सरकार ने हमेशा यहां के लोगों की उपेक्षा की है, इसलिए हम वोट क्यों दें?” उन्होंने आगे कहा कि “इस इलाके की मुख्य सड़कें टूटी हुई हैं, नालियां जाम हैं और दिल्ली नगर निगम स्कूलों की हालत भी काफ़ी अच्छे नहीं है।” एक ओर निवासी रोहित कौशिक ने दावा किया कि गांव को जाने वाली तीन सड़कें पूरी तरह से टूटी हुई हैं, जिससे इलाके में अक्सर सड़क दुर्घटनाएं ओर समस्याएं होती रहती हैं।

गांव के निवासियों ने कहा कि नगर निगम प्रशासन को 200 से 250 लिखित शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। हालत यह है कि यहां पिछले 10-15 साल से सड़कें ऐसी ही टूटी पड़ी हैं। मगर कोई संज्ञान नहीं ले रहा। इस गांव के लोगों ने कम से कम 200 से 250 लिखित शिकायतें की है, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं गई है। लोगों ने कहा कि यहां तक कि श्मशान घाट पर भी उचित व्यवस्था भी नहीं है। ” कटेवड़ा गांव के वार्ड 30 से एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें क्षेत्र के निवासी अपने घरों से बाहर निकलते दिख रहे हैं, हालांकि उनमें से कोई भी मतदान केंद्रों पर नहीं आया। यहां के लोग बेहद नाराज़ है और वह चाहते है कि जो लोग काम नहीं करते उनके हित के लिए कोई सुधार नहीं करते, ऐसे में वह उनके लिए मतदान नहीं करेंगे।

Delhi Mayor Election: 7 जनवरी को होगा MCD मेयर का चुनाव, 27 दिसंबर तक नामांकन

Updated Dec 21, 2022 | 10:57 PM IST

हिमाचल प्रदेश का कौन होगा अगला CM, कांग्रेस विधायकों की बैठक में नहीं बन पायी सहमति, अध्यक्ष खरगे एमएसीडी क्या है करेंगे फैसला

mcd mayor

मेयर चुनाव में आप का पलड़ा भारी

Delhi Mayor Election: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नए महापौर के चुनाव के लिए छह जनवरी को मतदान होगा। वहीं नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 दिसंबर है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने 6 जनवरी, 2023 को नगर निगम की पहली बैठक बुलाने के प्रस्ताव को हाल में मंजूरी दी थी। एमसीडी ने एक बयान में कहा-"दिल्ली नगर निगम के महापौर, उप महापौर और सदन की स्थायी समिति के छह सदस्यों के पदों के लिए चुनाव 6 जनवरी को दिल्ली नगर निगम की पहली बैठक के दौरान पूर्वाह्न 11 बजे होंगे।"

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