अब जब हमने देखा है कि पावर ऑफ अटॉर्नी क्या है और इसके पीछे कानूनी प्रक्रिया क्या है। जब संपत्ति खरीदने या बेचने की बात आती है तो पावर ऑफ अटॉर्नी संपत्ति के शीर्षक को स्थानांतरित करने के लिए एक वैध साधन नहीं है। हालांकि , जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से संपत्ति बेचना भारतीय शहरों में मौद्रिक लाभों के कारण सामान्य व्यवहार बन गया था , यह खरीदार और विक्रेता दोनों को पेश करता है।
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क्या पावर ऑफ अटॉर्नी द्वारा सेल डीड को एक्सेप्ट किया जा सकता है
पॉवर ऑफ़ एटर्नी क्या है ? पावर ऑफ अटॉर्नी बनाने की प्रक्रिया क्या है ? क्या पावर ऑफ अटॉर्नी द्वारा बिक्री विलेख निष्पादित किया जा सकता है ? ये जीपीए के माध्यम से एक संपत्ति बेचने से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न हैं। यह लेख 2011 से सर्वोच्च न्यायालय के फैसले और उन सभी को स्पष्ट करता है।
LDA रियल एस्टेस्ट सेक्टर में राजधानी में 10 हजार करोड़ रूपये के निवेश की आधारशिला रखेगा
लखनऊ | लखनऊ विकास प्राधिकरण अगले वर्ष राजधानी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में लगभग 10 हजार करोड़ रूपये के निवेश की आधारशिला रखेगा। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने इस सम्बंध में शुक्रवार को प्रमुख निवेशकों के साथ बैठक करके उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। निवेशकों को शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट एन0ओ0सी0 आदि से सम्बंधित कार्यों के लिए कहीं भटकना न पड़े। इसके लिए उपाध्यक्ष ने एक व्हाट्स ग्रुप बनवाया है, जिसमें प्राधिकरण के अलावा अन्य शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट सम्बंधित विभागों के शीर्ष अधिकारी भी शामिल रहेंगे और निवेशकों की समस्याओं का शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट त्वरित समाधान सुनिश्चित हो सकेगा।
उपाध्यक्ष डाॅ0 इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अगले वर्ष फरवरी माह में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में राजधानी के रियल एस्टेस्ट सेक्टर में लगभग 10 हजार करोड़ रूपये के निवेश का खाका खींचा गया है। इससे शहर के विकास, सौंदर्यीकरण व इन्फ्रास्ट्रक्चर को नयी उड़ान मिलेगी। शुक्रवार को इस सम्बंध में देश व प्रदेश के प्रमुख निवेशकों के साथ बैठक की गयी, जिसमें निजी विकासकर्ताओं द्वारा राजधानी में लांच किये जाने वाले प्रोजेक्टों पर चर्चा के साथ ही इसमें होने वाले निवेश की गणना की गयी। उपाध्यक्ष ने बताया कि एम0आई0 बिल्डर्स प्रा0लि0 ने 850 करोड़ रूपये, रिशिता ग्रुप ने 800 करोड़ रूपये, हमसफर देलार प्रा0लि0 ने 800 करोड़ रूपये, अमरावती होम्स प्रा0लि0 द्वारा 300 करोड़ रूपये, ओरो रियल इन्फ्रा द्वारा 650 करोड़ रूपये, पारदोस डेवलपर्स द्वारा 250 करोड़ रूपये, ओमेगा ग्रुप द्वारा 200 करोड़ रूपये, चिन्मय ग्रुप द्वारा 290 करोड़ रूपये, एल्डिको ग्रुप द्वारा 300 करोड़ रूपये, अमरावती इन्फ्रा डेवलपर्स द्वारा 125 करोड़ रूपये, सैफायर ग्रुप द्वारा 260 करोड़ रूपये, ओमैक्स द्वारा 250 करोड़ रूपये, बाबा ग्रुप द्वारा 600 करोड़ रूपये, इकाना ग्रुप द्वारा 600 करोड़ रूपये व टचवुड बिल्डर्स शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट द्वारा 200 करोड़ रूपये समेत अन्य निवेशकों ने लगभग 10 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। यह सभी प्रोजेक्ट आगामी पांच वर्षों में धरातल पर उतर जाएंगे। उपाध्यक्ष ने कहा कि सभी निवेशक सोमवार तक निवेश सारथी वेबसाइट पर अपने-अपने प्रोजेक्ट की डिटेल अपलोड करा दें। बैठक में सचिव पवन कुमार गंगवार, अधिशासी अभियंता-मानचित्र संजय जिंदल, अवर अभियंता अतुल शर्मा समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पंजीकरण
एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी एक निजी तौर पर आयोजित लघु व्यवसाय इकाई है। एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सदस्यों की देयता कि सदस्य द्वारा धारित शेयरों की शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट संख्या तक सीमित है। एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कंपनी अधिनियम, 2013 द्वारा शासित है। एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शुरू करने के लिए आवश्यक शेयरधारकों की न्यूनतम संख्या दो है, जबकि सदस्यों की ऊपरी सीमा को कंपनी अधिनियम, 2013 के अनुसार 200 है।
एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी वित्तीय जोखिम का सामना कर शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट रहे हैं, तो अपने शेयरधारकों को अपनी व्यक्तिगत परिसंपत्तियों को बेचने के यानी वे देयता सीमित है उत्तरदायी नहीं हैं। वहाँ एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लिए कम से कम दो निदेशकों और अधिकतम 15 निर्देशकों होना चाहिए और एक निर्देशक के युग में ऊपर 18 वर्ष होनी चाहिए। एक विदेशी नागरिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी भारत के एक निर्देशक बन सकता है।
Credit शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट Rating Agencies- भारत में क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां
Credit Rating Agencies in India
क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां (Credit Rating Agencies) देनदार की समय पर ऋण ( debt) का भुगतान करने की क्षमता ( मूलधन और ब्याज भुगतान और डिफॉल्ट की संभावना के साथ) का आकलन करती हैं. फिर चाहे कोई कंपनियां हों या सरकारें. एक तरह से CRA यह बताती हैं कि देश, संस्था या व्यक्ति आर्थिक रूप से कितना मजबूत है और उसको कितना कर्ज देना चाहिए. कितना कर्ज देना खतरनाक हो सकता है. अर्थात कोई संस्था कितना कर्ज चूका सकती हैं, इसका आकलन क्रेडिट रेटिंग एजेंसी करती हैं.
क्रिसिल (CRISIL)
इसकी स्थापना 1987 में हुई. जिसके पास भारतीय बाजार की 65 फीसदी शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट से अधिक हिस्सेदारी है. यह भारत की सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसी है. CRISIL स्वतंत्र राय और कुशल समाधान प्रदान करती है. इस समय यह अपने कारोबार को अमेरिका, अर्जेंटीना, पोलैंड, यूके, भारत, चीन, हांगकांग और सिंगापुर सहित 8 देशों से संचालित करती है . यह बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अन्य उभरते बाजारों के साथ भारत में सरकारों और नीति-निर्माताओं के साथ काम करती है.
इसकी शुरुआत भारत में 1991 में हुई. इस एजेंसी को मूडीज का समर्थन प्राप्त है. म्यूचुअल फंड्स, अस्पतालों, बुनियादी ढांचे के विकास और निर्माण और रियल एस्टेट कंपनियों के लिए रेटिंग जारी करती है. इसे शुरू में leading financial/investment institutions, वाणिज्यिक बैंकों और वित्तीय सेवा कंपनियों द्वारा एक स्वतंत्र और पेशेवर निवेश ( professional investment) सूचना और क्रेडिट रेटिंग एजेंसी के रूप में स्थापित किया गया था.
केअर (CARE)
इसकी स्थापना 1993 में की गई थी. CARE भारत में दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है . इसका मुख्यालय मुंबई में हैं. यह शीर्ष यूके रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट रेटिंग्स अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी के 5 भागीदारों में से एक है जिसे ARC रेटिंग्स कहा जाता है. यह राज्य सरकारें और नगरपालिका संस्थाएं और सार्वजनिक उपयोगिताओं, वित्तीय संगठन की रेटिंग करता है.
यह एक निजी रेटिंग एजेंसी है, जिसकी स्थापना सोनू मीरचंदानी की है, ONICRA व्यक्तियों, MSMEs और कॉर्पोरेट्स को रेटिंग, जोखिम मूल्यांकन(risk assessment) और विश्लेषणात्मक समाधान(analytical solutions प्रदान करता है. ONICRA मौजूदा समय में SMEs को रेट करने वाली NSIC (National Small Industries Corporation) द्वारा लाइसेंस प्राप्त केवल 7 एजेंसियों में से एक है .
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