पहली बार सेंसेक्स 63 हजार के पार पहुंचा, मार्केट कैप भी रिकॉर्ड स्तर पर
मुंबई- शेयर बाजार हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन, यानी बुधवार (30 नवंबर) को 63,000 के पार पहुंच गया है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 63303.01 के नए ऑल टाइम हाई पर भी पहुंचा। इससे एक दिन पहले मंगलवार को ही सेंसेक्स ने 62,887.40 का ऑल टाइम हाई बनाया था।
सेंसेक्स 417.81 या 0.67% बढ़कर 63,099.65 के स्तर पर बंद हुआ। इसके साथ ही सेंसेक्स ने अपना नया क्लोजिंग हाई भी बनाया। सेंसेक्स के 30 में से 23 शेयरों में तेजी देखने को मिली। वहीं 7 शेयरों में ही गिरावट रही। M&M सबसे ज्यादा 4% चढ़ा।
निफ्टी ने भी नया ऑल टाइम हाई बंद होने का रिकॉर्ड बनाया। 3 बजे के बाद बाजार में अचानक मार्केट कैप क्या है तेज उछाल आया। कारोबार के दौरान निफ्टी 18,816.05 के स्तर पर पहुंचा। इससे एक दिन पहले ही निफ्टी ने 18,678.10 का ऑल टाइम हाई बनाया था। यह 140.30 अंक या 0.75% बढ़कर 18,758.35 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार में निफ्टी के 50 शेयर में से 49 हरे निशान में और 1 बिना किसी बदलाव के बंद हुआ। M&M, हिंडाल्कों और ग्रासिम में तेजी रही।
NSE के 11 सेक्टोरल इंडेक्स में से 10 में तेजी देखने को मिली। मेटल सेक्टर में सबसे ज्यादा 1.81% की तेजी रही। ऑटो सेक्टर में 1.72% की तेजी रही। रिलल्टी बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, IT, मीडिया, फार्मा और प्राइवेट बैंक सेक्टर में भी तेजी देखने को मिली। PSU बैंक में 1.35% की गिरावट रही।
रतन टाटा की 12 कंपनियों के कुल मार्केट कैप से ज्यादा बड़ी है यह क्रिप्टोकरेंसी
दुनिया की 10 सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में शुमान होने वाली शिबा इनु का मार्केट टाटा ग्रुप की एक दर्जन कंपनियों के मार्केट कैप के कुल जोड़ मार्केट कैप क्या है से भी ज्यादा है। आज भी इस क्रिप्टोकरेंसी में 8 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है।
टाटा समूह को निवेशक भरोसे का पर्याय मानते हैं। (Image Source: ratantata/Instagram)
शनिवार को भी शिबा इनु में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से करेंसी के मार्केट कैप में अच्छी खासी तेजी आ गई है। खास बात तो ये है कि भारत के सबसे बड़े टाटा ग्रुप की 12 कंपनियों के मार्केट कैप को जोड़ दिया है तब भी शिबा एनु का मार्केट कैप ज्यादा हो गया है। वहीं सिंगल कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो टाटा स्टील, अडानी इंटरप्राइजेज और टेक महिंद्रा के मार्केट कैसे काफी आगे निकल गई है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं।
शिबा इनु की कीमत में तेजी जारी
पहले बात शिबा इनु के बारे में करें तो मौजूदा समय यानी 4 बजकर 35 मिनट पर कॉइन डेस्क पर दाम 8.10 फीसदी की तेजी के साथ 0.000074 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जबकि बीते एक हफ्ते में इस कॉइन की कीमत में 120 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है। वहीं बात बीते एक महीने की करें तो 917 फीसदी का रिटर्न देखने को मिल चुका है। जबकि इस साल कंरेंसी में 95 मिलियन फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है।
44 बिलियन डॉलर के करीब पहुंच मार्केट कैप
वहीं दूसरी ओर कंपनी का मार्केट कैप आज 44 बिलियन डॉलर के करीब पहुंच गया है। मार्केट कैप क्या है अगर इसे भारतीय रुपयों में देखें तो करीब 3.30 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है। जिसकी वजह से यह क्रिप्टोकरेंसी दुनिया की 7वीं सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन गई है। सबसे पहला नाम बिटकॉइन का है। वहीं दूसरे नंबर पर इथेरियम है। तीसरा नंबर एक्सआरपी का देखने को मिल रहा है। सोलाना, कारडानो और पोल्काडॉट शिबा इनु से आगे हैं। वहीं डॉगेकॉइन का नंबर 10वां है।
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टाटा ग्रुप की 12 कंपनियों से ज्यादा शिबा इनु का एमकैप
वहीं दिलचस्प बात तो ये है कि टाटा ग्रुप की 12 कंपनियों के मार्केट कैप को अगर जोड़ दिया जाए तो शिब इनु का मार्केट ज्यादा देखने को मिल रहा है। मौजूदा समय में टाटा ग्रुप की 12 कंपनी का मार्केट कैप 3.22 लाख करोड़ रुपए बन रहा है। जबकि शिबा इनु का मार्केट कैप 3.30 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। टाटा ग्रुप की इन कंपनियों में टाटा कैमिकल्स, इंडियन होटल्स, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टाटा कंयूनिकेशन जैसी कंपनियां शामिल हैं।
What is market cap in Hindi : जानिये बाजार पूंजीकरण क्या है
कई कंपनियों के बारे में हम सब अकसर पढ़ते – सुनते रहते हैं. इनमें से कुछ कम्पनियाँ बड़ी होती है और कुछ छोटी अर्थात प्रत्येक कंपनी की बाजार में अपनी एक कीमत होती है. कोई कंपनी कितनी बड़ी है या छोटी है यह सब हम Market Cap के जरिये समझ सकते हैं.
निवेशकों को कंपनियों के Market Cap के बारे में जरूर पता होना चाहिए ताकि वे आकार के हिसाब से एक कंपनी को किसी दुसरे कंपनी से तुलनात्मक मार्केट कैप क्या है अध्ययन कर सके. मार्केट कैप वास्तव में कंपनियों के आकार को समझने में मदद करता है. Experts की माने तो वह एक निवेशक को शेयर खरीदने के समय सम्बंधित कंपनी का मार्केट कैप पता करने की राय देते हैं.
ज्ञात हो कि share market में कंपनियों का वर्गीकरण उसके market cap के आधार पर ही किया जाता है किन्तु क्या आप जानते हैं कि – Market Cap क्या है? यदि आपको इसके बारे में पता नहीं है तो इस लेख को अंत तक पढ़ें, आपको पूरी बातें समझ में आ जायेगी.
Table of Contents
What is market cap in Hindi
Market Cap अर्थात market capitalization जिसे हिंदी में बाजार पूंजीकरण कहा जाता है. यह वह प्रभावपूर्ण तरीका है जिससे किसी कंपनी के मूल्य (value) का मूल्यांकन किया जाता है. किसी कंपनी के मूल्य का मूल्यांकन उसके वर्तमान शेयर मूल्य और बकाया शेयरों (Outstanding Shares) की कूल संख्या के आधार पर किया जाता है.
जैसा कि आप जानते हैं कि कंपनियों द्वारा शेयर्स जारी किये जाते हैं जो ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होते हैं. इन shares के कुछ मूल्य होते हैं. इसतरह से आप कह सकते हैं कि market मार्केट कैप क्या है capitalization किसी कंपनी का कूल बाजार मूल्य होता है जिसके जरिये हम कंपनियों के आकार को समझ सकते हैं.
यहाँ पर कंपनियों के आकार से मतलब है कि वह share capital के हिसाब से कितनी बड़ी या छोटी है. जब किसी कंपनी के शेयर के मूल्य में बदलाव आता है तो इसका सीधा असर उसके मर्केट कैप पर पड़ता है.
Market Cap को और भी बेहतर तरीके से समझने के लिए हमें उसके calculation को समझना होगा. आईए सरलतापूर्वक समझते हैं कि market कैप कैसे पता कर सकते हैं –
Market Cap की गणना कैसे किया जाता है?
Market Capitalization की गणना करने के लिए कंपनी के बकाया कूल शेयरों की संख्या को संबंधित कंपनी के प्रत्येक शेयर की वर्तमान कीमत के साथ गुणा किया जाता है अर्थात – Market Cap = (Total Number of Outstanding Share) X (Current Price of each Share).
आइये इसे एक उदाहरण द्वारा समझने का प्रयास करते हैं – मान लेते हैं कि ABC एक कंपनी है जिसकी बकाया शेयर की कुल संख्या (मार्केट कैप क्या है Total Number of Outstanding Share) 100000 (एक लाख) है और प्रत्येक शेयर की वर्तमान कीमत (Current Price of each Share) 100 (एक सौ) रुपया है तो उस कंपनी का Market Cap (100000 x 100) = 10000000 (एक करोड़) रुपया होगा.
अब जैसा कि आप Market Capitalization अथवा बाजार पूंजीकरण को समझ चुके हैं तो अब ये समझना आवश्यक है कि मार्केट कैप के आधार पर कंपनियों को कितने प्रकार से वर्गीकृत किया गया है-
मार्केट कैप के आधार पर कंपनियों के कितने प्रकार होते हैं?
मार्केट कैप के आधार पर कंपनियों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है जो निम्न है –
- लार्ज कैप कंपनी
- मिडकैप कंपनी और
- स्मॉल कैप कंपनी
मार्केट कैप से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- Market Capitalization को ही Market Cap के नाम से जाना जाता है.
- हिंदी में इसे बाज़ार पूंजीकरण कहा जाता है.
- मार्केट कैप अर्थात कंपनी के बकाया शेयरों का Total Market Value है.
- मार्केट कैप के हिसाब से BSE Sensex में टॉप 30 शेयर्स शामिल हैं इसीतरह Nifty में टॉप 50 कंपनियों के शेयर्स शामिल हैं.
- एक निवेशक के तौर पर इसे समझना आवश्यक है.
- यह विभिन्न कंपनियों के बीच तुलनात्मक अध्ययन करने में मददगार है.
- कंपनी का मार्केट कैप घटता – बढ़ता रहता है.
- आमतौर पर लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करना कम जोखिम वाला माना जाता है.
- इस बात की संभावना रहती है कि आने वाले समय में मिड कैप कंपनी लार्ज कैप कंपनियों में शामिल हो सकती है.
मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.
मार्केट कैपिटलाइजेशन Market Capitalization
आम तौर पे नए लोग, स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनी के share price को देखकर, ऐसा समझ लेते है कि, जिस कंपनी का share price ज्यादा है. वह बड़ी कंपनी है, और जिस कम्पनी का share price कम है. वह छोटी कंपनी है,
जैसे – अगर किसी स्टॉक का प्राइस 1000 रूपये है, और एक दुसरे स्टॉक जिसका प्राइस 100 रूपये है, तो आम तौर पर नए लोग 1000 रूपये वाले शेयर प्राइस को ज्यादा बड़ी कम्पनी मान लेते है , जोकि सच नहीं है और पूरी तरह से एक गलत है,
सच तो ये है कि किसी कम्पनी के मार्केट कैप की तुलना से ही ये समझा जा सकता है कि कोई कंपनी कितनी बड़ी है या कितनी छोटी,
दूसरी तरफ इस तथ्य को समझना भी बहुत महत्वपूर्ण है कि किसी शेयर के प्राइस में होने वाले चेंज का सीधा असर उस कंपनी के मार्केट कैप पर पड़ता है, इसलिए Market Capitalization को समझना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है ,
Market Capitalization की गणना
Market Capitalization या मार्केट कैप वास्तव में किसी भी कंपनी के कुल आउटस्टैंडिंग शेयर*** कैपिटल के साथ उस कम्पनी के current share price को multiply करने पर आने वाला Total Value होता है,
मार्केट कैप को इस तरह calculate इस तरह किया जाता है-
Market Capitalization = (Total No. of Outstanding Share) X (current share Price)
जैसे मान ले की किसी कम्पनी का टोटल आउटस्टैंडिंग शेयर है 100 करोड़ और उस कंपनी के शेयर का current Market price है – 150 रूपये
तो इस तरह उस कम्पनी का मार्केट कैप होगा
Market Cap = 100 करोड़ X 150 रूपये = 15000 करोड़ रूपये,
और जैसा की हम जानते है, Share Price हमेशा change होता रहता है,
ऐसे में किसी दिन अगर इसी शेयर का प्राइस 140 रूपये हो जाता है तो , अब मार्केट कैप होगा
Market Cap = 100 करोड़ X 140 रूपये = 14000 करोड़ रूपये,
अब आप ध्यान से देखे की शेयर प्राइस में 10 रूपये कम हो जाने से उस कम्पनी के टोटल मार्केट कैप में 1000 करोड़ रूपये का फर्क पड़ जाता है,
इस तरह मार्केट कैप को समझना बहुत महत्वपूर्ण है, जिस से हम कम्पनी की कुल पूंजी के बारे में सही जानकारी हासिल कर सकते है, और कम्पनी कितनी बड़ी है या छोटी है, ये भी समझ सकते है,
***आउटस्टैंडिंग शेयर
Outstanding Share से मतलब उन सभी शेयर से है, जो कंपनी ने जारी किया हुआ है, और जो स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड के लिए उपलब्ध है, और साथ ही साथ प्रोमोटर्स, इन्वेस्टर्स,रिस्ट्रिक्टेड शेयर,इन सभी शेयर को आउटस्टैंडिंग शेयर कहा जाता है, जो कम्पनी repurchase नहीं किया है,
आउटस्टैंडिंग शेयर यानि वे शेयर जो कम्पनी ने जारी किया हुआ लेकिन वो Repurchase नहीं हुआ है.
FREE FLOAT MARKET CAPITALIZATION
Free Float Market Capitalization, से मतलब जब मार्केट कैपिटलाइजेशन का कैलकुलेशन करने मार्केट कैप क्या है के लिए सिर्फ उन्ही शेयर की संख्या को ध्यान में रखा जाता है, जो मार्केट में ट्रेड के लिए उपलब्ध है,
Free Float Market Capitalization = No. of Trade able Shares X Current price of share
No. of Trade able Shares इसकी संख्या मार्केट कैप क्या है BSE और NSE के वेबसाइट पर उपलब्ध होती है, Trade-able shares में कंपनी के शेयरहोल्डर और प्रोमोटर्स के पास के शेयर्स को शामिल नहीं किया जाता है.
NSE का इंडेक्स Nifty और BSE का इंडेक्स sensex के कैलकुलेशन में कंपनी के फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन का ही इस्तेमाल किया जाता है.
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