तनाव प्रबंधन – नियंत्रण के कुछ उपाय

तनाव प्रबंधन – नियंत्रण के कुछ उपाय

तनाव जीवन की मांगों के लिए एक मनोवैज्ञानिक और शारीरिक प्रतिक्रिया है। तनाव की थोड़ी मात्रा अच्छी हो सकती है, जिससे आप बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। हालांकि निरंतर चुनौतियों के कारण अत्यधिक तनाव आपको इससे निपटने की क्षमता को क्षीण कर सकता है।

कोई व्यक्ति वित्तीय मुद्दों, किसी की बीमारी, किसी की सेवानिवृत्ति या भावनात्मक रूप से विनाशकारी घटना जैसे कई कारणों से तनाव का अनुभव कर सकता है, जैसे जीवनसाथी की मृत्यु या काम से निकाल दिया जाना। हालांकि, हमारा अधिकांश तनाव रोजमर्रा की छोटी छोटी जिम्मेदारियों से आता है।

लंबे समय तक तनाव न केवल मानसिक स्वास्थ्य बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। तनावों के जवाब में, आपका शरीर स्वचालित रूप से रक्तचाप, हृदय गति, श्वसन, चयापचय और आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। तनाव से स्ट्रोक, दिल का दौरा, पेप्टिक अल्सर और अवसाद जैसी मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। आमतौर पर, आवर्तक तनाव आपको बाद के तनाव के प्रति और अधिक संवेदनशील बनाता है।

एक चिकित्सक मानसिक, शारीरिक और व्यवहार संबंधी संकेतों के आधार पर तनाव का निदान कर सकता है, जैसे कि ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता, याददाश्त में कमी और भूलने की बीमारी, कम तीव्रता और रचनात्मकता, चिंता, चिड़चिड़ापन, प्रेरणा की कमी, कब्ज या दस्त, अस्पष्टीकृत वजन घटाने या लाभ, अनिद्रा, समाज से कटे-कटे रहना, आदि।

कुछ सरल तरीकों से तनाव का प्रबंधन किया जा सकता है-

तनाव के प्रबंधन का पहला चरण तनाव के मूल कारण का पता लगाना है क्योंकि तनाव प्रबंधन के तरीके तब तक प्रभावी नहीं होंगे जब तक वे मूल कारण को संबोधित नहीं करते हैं। कभी-कभी व्यक्ति महसूस कर सकता है कि वह एक निश्चित स्थिति के कारण तनावग्रस्त है लेकिन अंतर्निहित तनाव स्थिति के प्रति उसका दृष्टिकोण हो सकता है।

दूसरा कदम तनाव को खत्म करना या तनाव की तीव्रता को कम करने की कोशिश करना है।

तीसरा कदम अपने व्यवहार में बदलाव लाना और कुछ आसान तकनीकों को अपनाना है जो हैं-

यथार्थवादी बनें- अवास्तविक लक्ष्य निर्धारित न करें और ध्यान रखें कि यदि आप हमेशा हर चीज में पूर्णता पाना चाहते हैं, तो आप कभी भी संतुष्ट नहीं होंगे।

दूसरों की मदद लें- सुपरमैन/सुपरवूमन बनने की कोशिश ना करें। अपने आप से पूछें, “मैं कितना कर सकता/सकती हूँ? क्या समय सीमा यथार्थवादी है? क्या मैं इसे अपने दम पर कर सकता/सकती हूं?” और अगर आपको मदद की जरूरत है तो इसके बारे में पूछने में संकोच ना करें।

‘नहीं’ कहना सीखें – “नहीं, हमेशा नकारात्मक नहीं होता है”। लोगों को प्रसन्न करने वाला रवैया अपनाना छोडें और हमेशा कोई प्रतिबद्धता बनाने या पक्ष देने से पहले इस बात पर विचार करें कि क्या यह आपके लिए सहज होगा।

समय प्रबंधन को जानें- एक ही समय में सब कुछ करने की कोशिश करने से खुद को अभिभूत न करें। अपनी गतिविधियों को प्राथमिकता दें और उन्हें हटा दें जो आवश्यक नहीं हैं।

अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।

परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ गुणवत्ता का समय बिताने से बंधन मजबूत होता है और सुरक्षा और अपनेपन की भावना पैदा होती है। यह आपको तनावों से लड़ने में मदद कर सकता है।

व्यायाम- शारीरिक व्यायाम मस्तिष्क में एंडोर्फिन की रिहाई को बढ़ावा देता है। ये एंडोर्फिन आपके मस्तिष्क में रिसेप्टर्स, जो आपके दर्द की धारणा को कम करते हैं, के साथ बातचीत करते हैं और परिणामस्वरूप तनाव को कम करते हैं।

पर्याप्त नींद लें – हालाँकि नींद की मात्रा हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है, लेकिन पर्याप्त नींद लेना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण होता है। अच्छी और गहरी नींद आपके मस्तिष्क को पुनरारंभ करने में मदद करती है और आपको केंद्रित रहने में मदद करती है।

अपने अहंकार को खत्म करें– ‘अहंकार’ के जगह अपने जीवन को आरामदायक बनाएं। आप जितने कम अहंकारी होंगे, उतने ही आसानी से आप असफलताओं को झेल सकेंगे।

नकारात्मकता से बचें – नकारात्मक लोगों, स्थानों और चीजों से दूर रहें। प्रेरणादायक/प्रेरक पुस्तकें पढ़ें।

संगीत सुनें – संगीत की सुखदायक शक्ति से सभी अच्छी तरह से वाकिफ हैं। संगीत सुनने से हमारे मन और शरीर पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ सकता है, विशेष रूप से धीमा, शांत शास्त्रीय संगीत सुनने से।

आत्म-पुष्टि का अभ्यास करें – कभी-कभी यह खुद को समझाने में मदद करता है कि आपको तनाव नहीं है। अपने आप से कहें “कोई तनाव देने वाला मुझमें तनाव पैदा नहीं कर सकता, मैं अपने जीवन का स्वामी हूं और मेरे पास तनाव से निपटने की सभी क्षमताएं हैं”

अपने सेकंड की रणनीतियों के लाभ लिए कुछ समय निकालें – हर दिन कम से कम आधा घंटा अपने लिए आरक्षित रखें। इस समय का उपयोग रचनात्मक होने के लिए और बाहरी प्रभावों के बिना अपने विचारों और भावनाओं को संसाधित करने के लिए करें।

ध्यान लगाना– मेडिटेशन यानी कि ध्यान लगाने से विश्राम की गहरी स्थिति और शांत दिमाग का निर्माण हो सकता है। ध्यान के सेकंड की रणनीतियों के लाभ दौरान, आप अपना ध्यान केंद्रित करते हैं और उलझे विचारों को समाप्त करते हैं जो आपके दिमाग को उलझा सकता हैं और तनाव पैदा कर सकता है।

विशेषज्ञों की मदद लें– तनाव से स्वयं निपटने में कठिनाई आ सकती है। जरूरत पड़ने पर मदद लेना ठीक होता है। अपने चिकित्सक से उस तनाव के बारे में बात करें जिसे आप महसूस कर रहे हैं और उन्हें बताएं कि यह आपको कैसे प्रभावित करता है। एक लाइसेंस प्राप्त परामर्शदाता या अन्य स्वास्थ्य पेशेवर आपको तनाव के लक्षणों को कम करने के तरीके खोजने में मदद कर सकते हैं।

किसानों ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा और बीजेपी सरकार की रणनीति बताई अच्छी

DHAN

सितारगंज। उत्तराखंड के सितारगंज में किसानों ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा का धन्यवाद करते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों के हित में इस बार धान खरीद की काफी अच्छी रणनीति तैयार की है, जिसमें किसान अपने धान की फसल कि सरकारी क्रय केंद्रों पर तोल कर पा रहे है। बिचौलियों का काम बंद हो चुका है। वहीं किसान नेताओं ने कहा कि सरकार सेकंड की रणनीतियों के लाभ की नीति से किसानों को काफी लाभ पहुंच रहा है। गुरशाब सिंह किसान ने सरकार की नीति को लेकर कहा कि इस बार सरकार ने नीति बहुत अच्छी बनाई है। जिससे उनकी धान की फसल अच्छे दामों में तुल रही है।

Ank Jyotish 22 December 2022: इन लोगों को दूर के स्थान से मिलेगा बड़ा लाभ, जानिए अपना भाग्यफल

Ank Jyotish 22 december 2022: अंक ज्योतिष के अनुसार, आज मूलांक 5 वालों को सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने से निकट भविष्य में आपको पहचान मिलेगी. आपको अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखना चाहिए. इस समय आपका पेशेवर जीवन थोड़ा चिंताजनक है.

  • मूलांक 1: आय में वृद्धि की प्रबल संभावना.
  • मूलांक 9: सिर में चोट लगने की संभावना.

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Ank Jyotish 22 December 2022: इन लोगों को दूर के स्थान से मिलेगा बड़ा लाभ, जानिए अपना भाग्यफल

नई दिल्ली: Ank Jyotish 22 December 2022 आज 22 दिसंबर, 2022 है. मूलांक 2 वालों को आज किसी भी समय माता को आपकी सहायता की आवश्यकता पड़ सकती है. आपकी भूमि या संपत्ति को नुकसान का संकेत मिल रहा है. दूर के स्थान आपके लिए लाभ का स्रोत बनेंगे.

मूलांक 1
आज आपके करियर की संभावनाएं बढ़ेंगी.खरीदारी की होड़ आज आपका उत्साह बढ़ा सकती है. कुछ लोग आपको स्वार्थी कारणों से गुमराह कर सकते हैं.आय में वृद्धि की प्रबल संभावनाएं हैं.

मूलांक 2
आपकी माता को आज किसी समय आपकी सहायता की आवश्यकता पड़ सकती है. आपकी भूमि या संपत्ति को नुकसान का संकेत मिल रहा है. दूर के स्थान आपके लिए लाभ का स्रोत बनेंगे.

मूलांक 3
आप आज बाहर खाने के लिए उत्सुक हैं. सट्टेबाजों को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. पार्टनर के साथ आपका रिश्ता और भी सार्थक मोड़ लेगा.

मूलांक 4
आप सार्वजनिक जीवन के सभी रूपों में अच्छा करेंगे. आपका स्वास्थ्य आज आपका साथ नहीं देगा. इस समय आप जो पैसा कमाएंगे उसके लिए आपको अतिरिक्त प्रयास करना होगा.

मूलांक 5
सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने से निकट भविष्य में आपको पहचान मिलेगी. आपको अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रखना चाहिए. इस समय आपका पेशेवर जीवन थोड़ा चिंताजनक है.

मूलांक 6
पूरे दिन असंतोष की एक सामान्य भावना बनी रहेगी. बुरे सपने आपको परेशान करेंगे, जिससे रात में अच्छी नींद लेना मुश्किल हो जाएगा. आज सौभाग्य आपका साथ नहीं देगा.

मूलांक 7
अनपेक्षित विवाद आपको सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है. जनसंपर्क से पर्याप्त लाभ के संकेत मिल रहे हैं. आप विदेशी मूल के किसी रोमांचक व्यक्ति से मिल सकते हैं.

मूलांक 8
आप जो कुछ भी करते हैं उसके पीछे बड़ी महत्वाकांक्षा होती है. पूरे दिन थकान का अहसास बना रहेगा. इस समय किसी भी तरह का टकराव विनाशकारी होगा.

मूलांक 9
बड़े संस्थानों में अधिकारी काफी मददगार होंगे. आपके परिवार की महिलाओं का स्वास्थ्य आज ठीक नहीं रहेगा. अब सिर में चोट लगने की संभावना है.अपने साथी के प्रति धैर्य रखें.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)

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अपनी “जबरन वसूली” की रणनीति की वजह से NCPCR की रडार पर आ ही गया BYJUs

BYJU'S ने अपनी छवि चमकाने, विज्ञापनों और ब्रांड एंबेसडरों पर इतना पैसा खर्च करने और लोगों का पैसा लूटने की जगह बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने पर काम किया होता सेकंड की रणनीतियों के लाभ तो आज उसका ये हाल नहीं होता।

BYJU's with its border line extorsion tactics invited the wrath of NCPCR

वो कहते हैं न पाप का घड़ा धीरे ही सही लेकिन निश्चित रूप से भरता अवश्य है और जब ये भरता है तो सभी पापों का पूरा हिसाब होता है। हम बात कर रहे हैं BYJU’S की, लगता है मानो उसके पापों का घड़ा अब पूरी तरह से भर चुका है और BYJUs की उल्टी गिनती भी शुरू हो गयी है। जैसा कि हम आप सभी जानते हैं कि पिछले कई महीनो से बर्बादी की कगार पर पहुंच रहा BYJU’S पर धोखेबाज़ी, कर्मचारियों का शोषण करने के कई आरोप लगे गए है। यहां तक कि हाल ही में आई एक सार्वजनिक रेटिंग से भी कंपनी का पर्दाफाश हुआ था। वहीं इन सबके बाद BYJU’S के लिए एक और नई मुसीबत आकर खड़ी हो गई है।

NCPCR का BYJU’S को समन

दरअसल, अब BYJUs अब सरकार की जांच के घेरे में भी आ गया है। जी हां, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने BYJU’S के सीईओ बायजू रवींद्रन को एक समन जारी किया है। आयोग के द्वारा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को संज्ञान में लिया गया है, जिसमें ये आरोप लगाया गया कि कंपनी अपने पाठ्यक्रमों को गलत तरह से बेचकर छात्रों का शोषण कर रही है। बायजू रवींद्रन को 23 दिसंबर को दोपहर 2 बजे तक सभी दस्तावेजों के साथ आयोग के सामने पेश होना है।

आयोग के अनुसार, मीडिया रिपोर्ट में कुछ माता-पिता ने ऐसा दावा किया है कि BYJU’S के द्वारा उनका शोषण करके उनको धोखा दिया गया है। BYJU’S पर आरोप ये लगे है कि वो अपने कोर्सों को गलत तरीके से बच्चों को बेचकर उनका घोषण कर रही है। BYJU’S के खिलाफ ऐसी कई शिकायतें मिली, जिसमें लोगों का कहना है कि BYJU’S के कारण उन्होंने अपनी बचत खो दी और बच्चों को भविष्य को भी खतरे में डाल दिया। यही नहीं रिपोर्ट में ये भी आरोप लगाया गया है कि BYJU’S ग्राहकों को पाठ्यक्रमों के लिए ऋण-आधारित समझौतों में प्रवेश करने के लिए ‘बरगलाने’ का भी प्रयास करता रहा है।

गरीब परिवारों को निशाना बनाता सेकंड की रणनीतियों के लाभ है BYJUs

अभी हाल ही में BYJUs की एक सार्वजनिक रेटिंग सामने आई थी, जिसमें समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने BYJU’S के 22 ग्राहकों से एक ख़ास बातचीत की थी। इस बातचीत से पता चला था कि BYJUs ने बड़ी ही चालाकी से गरीब परिवारों को निशाना बनाया था। इसमें अधिकतर कम आय वाले परिवार शामिल थे, जिनका कहना था कि सेल्स के लोगों ने बहुत आक्रामकता से उन्हें कोर्स को खरीदने के लिए मजबूर किया और उनसे पैसे लेकर चले गए। वहीं अधिकतर लोगों का ये भी कहना है कि कंपनी के सेल्समेन ने उनकी अपने बच्चों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा उपलब्ध कराने की इच्छा का लाभ उठाया और उन्हें कर्जदार बनाकर रख दिया।

BYJU’S को लेकर कुछ माता-पिता का ऐसा कहना था कि यहां से रिफंड लेना बहुत ही मुश्किल है। ConsumerComplaints.in वेबसाइट पर BYJU’S के खिलाफ 3,759 शिकायतें मौजूद हैं जिनमें से 1,397 का समाधान किया जा चुका है। वहीं अन्य शिक्षा-तकनीकी कंपनियों जैसे सिंपलीलर्न, वेदांतु, अनएकेडमी और अब दिवालिया हो चुकी लीडो लर्निंग के खिलाफ शिकायतों की संख्या केवल 350 ही है। इसका सीधा और स्पष्ट मतलब तो यही दिखता है कि ये एक धोखाधड़ी भरा बिजनेस मॉडल है जिसमें कमजोर लोगों को शिकार बनाकर केवल अपना लाभ देखा जाता है। बच्चों के साथ-साथ BYJU’S के द्वारा उनके माता-पिता पर दबाव बनाकर उनको भी प्रताड़ित किया गया है। लेकिन अब प्रतीत होता है मानो BYJU’S की इन सभी घोटालों को जनता के साथ-साथ सरकार ने भी भांप लिया है और वो इसकी तह तक जाकर BYJU’S की खटिया खड़ी करने वाली है।

घाटे से उभर नहीं पा रहा BYJU’S

ये बात किसी से छिपी नहीं है कि BYJUs की हालत काफी ज्यादा खराब चल रही है। कोरोना के बाद से ही कंपनी लगातार घाटे में चल रही है। कुछ समय पहले आयी एक रिपोर्ट को देखें तो कंपनी के घाटे में निरंतर बढ़ोतरी देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2020-21 में BYJUs का घाटा 17 गुना तक बढ़ गया था। कंपनी को 4500 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। इसके अलावा कंपनी के राजस्व में भी भारी कमी देखने को मिली थी। लेकिन इसके बाद भी BYJU’S के द्वारा यही कहा गया कि कंपनी एकदम सही चल रही है।

इतना ही नहीं कुछ रिपोर्ट्स ऐसी भी सामने आई है जहाँ पता चला है कि BYJU’S पर कंपनी के द्वारा कर्मचारियों के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है. कॉन्टेक्स्ट ने BYJUs के 26 कर्मचारियों से बातचीत की। इनमें से 18 अभी भी वहीं पर काम कर रहे है। इनके अनुसार, बहुत ही कठिन हालात में वे लोग काम कर रहे हैं। उनसे काफी बुरा व्यवहार किया जाता है। साथ ही सेल्स टारगेट को पाने के लिए लोगों को किसी भी तरह कोर्स खरीदने के लिए जबरदस्ती मजबूर करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

वैसे BYJU’S ने अपनी डूबी हुई नाव को किनारा लगाने और अपने कर्मों को छुपाने का काफी प्रयास किया। फिर चाहे वो कंपनी के संस्थापक के द्वारा TFI की रिपोर्ट का मजाक बनाकर कंपनी की तुलना ‘ब्रह्मास्त्र’ फिल्म के कलेक्शन से करनी हो या फिर अपने कंपनी के ब्रांड एंबेसडर के रूप में कभी शाहरुख खान तो कभी फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी को चुनना हो, लेकिन किसी का कुछ भी प्रभाव नहीं पड़ा और अब सच धीरे-धीरे जनता और सरकार के सामने आ गया। काश BYJU’S ने अपनी छवि चमकाने, विज्ञापनों और ब्रांड एंबेसडरों पर इतना पैसा खर्च करने और लोगों का पैसा लूटने की जगह बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने पर काम किया होता तो आज उसका ये हाल नहीं होता।

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कर्मचारियों के 18 महीने के DA एरियर पर ताज़ा अपडेट! 7 जनवरी को बनेगा सरकार के खिलाफ रणनीति!

केंद्र सरकार

7th Pay Commission : नए साल से पहले 1 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों ( Central Government employees) को एक साथ बड़ा झटका लगा है। दरअसल केन्द्र की मोदी सरकार ने 18 महीने के DA एरियर देने से इंकार कर दिया है। राज्यसभा से वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने इसकी जानकारी दी है।

इसके बाद कर्मचारियों-पेंशनरों में नाराजगी बढ़ गई है और अब वे आंदोलन करने तैयारी में है। इसको लेकर नए साल में एक अहम बैठक होगी और इसके लिए सभी संगठनों को न्यौता भेजा गया है। जिसके बाद केंद्र सरकार को घेरा जाएगा।

7 जनवरी को सरकार के खिलाफ आंदोलन

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एरियर रोके जाने के खिलाफ अब केंद्रीय कर्मचारी संगठन ने अगले महीने 7 जनवरी को दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाने का फैसला किया है, जिसमें आंदोलन की रणनीति तय होगी।

न्यूज़ रिपोर्ट की खबर के अनुसार, अखिल भारतीय रक्षा कर्मचारी महासंघ ‘एआईडीईएफ’ के महासचिव और ‘स्टाफ साइड’ की राष्ट्रीय परिषद (JCM) के सदस्य सी. श्रीकुमार का कहना है कि एक तरफ वित्त मंत्री देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होने का दावा करती हैं और दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था का हवाला देकर एरियर रोक दिया जाता है।

7 जनवरी को दिल्ली में बैठक के लिए भारतीय मजदूर संघ सहित सभी कर्मचारी संगठनों को न्यौता भेजा गया है। इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।

1 करोड़ कर्मचारिय-पेंशनधारी को झटका

दरअसल, केन्द्रीय कर्मचारियों का जुलाई 2020 से जनवरी 2021 तक का DA का एरियर बकाया है। 2 साल पहले कोरोना काल में 48,00,000 केंद्रीय कर्मचारियों व चौसठ लाख पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते/महंगाई राहत पर रोक लगा दी गई थी। जिसकी वे लंबे समय से मांग व प्रतीक्षा कर रहे थे।

कर्मचारियों को उम्मीद थी कि केंद्र सरकार जल्द बकाया का भुगतान करेगी। चुंकी इसको लेकर कई दौर की बैठकें हो चुकी थी और सचिव शिव गोपाल मिश्रा सरकार को कई बार पत्र भी लिख चुके थे और पेंशनर्स संघ भी पीएम मोदी से अपील कर चुके थे।

केन्द्र सरकार ने किया इंकार

लेकिन कर्मचारियों-पेंशनरों की उम्मीदें उस वक्त टूट गई जब मंगलवार को संसद में केन्द्र सरकार ने साफ कर दिया है कि महंगाई भत्ते के 18 महीने का एरियर जारी करना व्यावहारिक नहीं है। ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। सरकार ने कहा कि वित्तीय प्रभाव के चलते कर्मचार्यों को डीए और पेंशनभोगियों को डीआर का एरियर को जारी करना उचित नहीं समझा गया।

वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने सदन में एक प्रश्न के लिखित जवाब में साफ किया कि कोरोना काल में रोकी गई केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की बकाया किस्‍तें जारी करना व्‍यावहारिक नहीं है।

2 लाख तक बनेगा एरियर राशि

अब केंद्रीय कर्मचारी यूनियन सरकार के इस जवाब से काफी नाखुश है। उनका कहना है कि इस बकाए राशि को रोका नहीं जा सकता है। सरकार को इस मामले में दूसरे पहलुओं पर भी विचार करना चाहिए।

इतना ही नहीं यूनियन अब आंदोलन की रणनीति बना रही हैं। अनुमान है कि एरियर की कुल राशि करीब 34,000 करोड़ रुपए है। संभावना है कि लेवल-1 के कर्मचारियों का 11,880 रुपए से लेकर 37,सेकंड की रणनीतियों के लाभ 554, लेवल-13 (7TH CPC बेसिक पे-स्केल 1,23,100 रुपए से 2,15,900 रुपए) और लेवल-14 (पे-स्केल) को 1,44,200 रुपए से 2,18,200 रुपए का एरियर बकाया है।

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