ELGI Equipment और TTK Prestige में निवेश कर 11 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं. (Image- Pixabay)

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है। यह मुंबई में स्थित है। इसकी स्थापना 1992 मे 25 करोड़ रुपये की समता पूँजी के साथ हई थी। कारोबार के लिहाज से यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना देश में वित्तीय सुधार के लिए M.J. शेरवानी समिति की सिफारिस के आधार पर की गयी थी |

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है। यह मुंबई में स्थित है। इसकी स्थापना 1992 मे 25 करोड़ रुपये की समता पूँजी के साथ हई थी। कारोबार के लिहाज से यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना देश में वित्तीय सुधार के लिए M.J. शेरवानी समिति की सिफारिस के आधार पर की गयी थी | इसके वीसैट (VSAT) टर्मिनल भारत के 320 शहरों तक फैले हुए हैं| नेशनल स्टाक एक्सचेंज का देशव्यापी नेटवर्क फैला हुआ है| निफ्टी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आने वाला सूचकांक है | इसके अंतर्गत 50 कम्पनियाँ रजिस्टर्ड हैं , जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (स्थापना 1875) के अंतर्गत सिर्फ 30 कम्पनियाँ हैं | इसे, एक आधुनिक व पूरी तरह से स्वचालित, स्क्रीन आधारित व्यापार प्रणाली प्रदान करने के लिए शीर्ष संस्थाओं द्वारा स्थापित किया गया था| नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, सुप्रीम पारदर्शिता, दक्षता, गति, सुरक्षा और बाजार अखंडता के बारे में मजबूती लाने के लिए लाया गया है|

Jagranjosh

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज नें ट्रेडिंग वॉल्यूम और बाजार प्रथाओं के मामले में भारतीय प्रतिभूति बाजार के पुनर्गठन में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है| आज यह बाजार विविध उत्पादों के सन्दर्भ में एक सक्षम और पारदर्शी व्यापार प्रक्रिया और निपटान तंत्र के सन्दर्भ में राज्य के अत्याधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है, और उत्पादों और सेवाओं में कई नवाचारों से सम्बंधित कार्यों को सम्पादित करता है| शेयर बाजार शासन, निपटान चक्र के संपीड़न, स्क्रीन आधारित ट्रेडिंग, प्रतिभूतियों के सन्दर्भ में अनेक कार्य और इलेक्ट्रॉनिक हस्तांतरण, प्रतिभूतियों के उधार लेने, प्रतिभूतियों के उधार, जोखिम प्रबंधन प्रणाली, समाशोधन के कार्य करता है|

स्टॉक मार्किट सूचकांक की विशेषता यह होती है कि इसमें कुछ प्रतिनिधि कंपनियों के शेयरों के आधार पर स्टॉक मार्केट में होने वाली दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों या परिवर्तनों की प्रवृत्ति पर प्रकाश डाला जाता है |सूचकांक में सम्मिलित कंपनियों का समय-समय का आकलन किया जाता है | पुरानी कंपनियों के स्थान पर वे नयी कम्पनियाँ जो सर्वोत्तम होतीं है, को शामिल किया जाता है |

उद्देश्य

यह संस्था लोगों की वित्तीय भलाई को बढ़ाने के लिए समर्पित है और उनके लाभ के सन्दर्भ में अपने कार्यों को सम्पादित करता है|
दृष्टि

एक नेता किभुमिका अदा करना और की संस्थान वैश्विक उपस्थिति को मजबूत बनाये रखना. साथ ही लोगों को वित्तीय उपलब्धि के सन्दर्भ में मदद करना|

भारत में बैंकिंग क्षेत्र की संरचना

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निम्नलिखित बुनियादी मूल्यों के लिए समर्पित है:
1. वफ़ादारी
2. ग्राहक केंद्रित संस्कृति
3. व्यक्ति के प्रति सम्मान, देखभाल और विश्वास
4. टीमवर्क
5. उत्कृष्टता के लिए दिन के कारोबार के लिए सर्वोत्तम तकनीकी संकेतक जुनून

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अंतर
1. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 50 कम्पनियाँ शामिल हैं जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 30 कम्पनियाँ हैं | इसी कारण नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को ज्यादा भरोसेमंद माना जाता है |
2. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आने वाला सूचकांक निफ्टी है जबकि सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आता है |

इन दोनों सूचकांकों में समानता यह है कि दोनों ही संवेदी सूचकांक हैं और दोनों का काम शेयर बाजार की सही स्थिती निवेशकों को बताना है |

Kaynes Technology IPO: एम्प्लॉयीज के दम पर दो दिन में ओवरसब्सक्राइब हुआ इश्यू, ग्रे मार्केट से मिल रहे ये संकेत

Kaynes Technology IPO: इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी Kaynes Technology का आईपीओ दो दिन में ओवरसब्सक्राइब हो चुका है। सबसे बेहतर रिस्पांस इसे कंपनी के एंप्लॉयीज से मिला है

Kaynes Technology IPO: इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी Kaynes Technology का आईपीओ दो दिन में ओवरसब्सक्राइब हो चुका है। सबसे बेहतर रिस्पांस इसे कंपनी के एंप्लॉयीज से मिला है और उनके लिए आरक्षित कोटा 322 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है। ओवरऑल यह इश्यू 1.10 गुना सब्सक्राइब हुआ है। 858 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत निवेशक सोमवार तक पैसे लगा सकते हैं। यह इश्यू 10 नवंबर को खुला था और दो दिन में सिर्फ क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) और एंप्लॉयीज कोटा सब्सक्राइब हुआ है। क्यूआईबी का आरक्षित हिस्सा 2.45 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) का 0.77 गुना, खुदरा निवेशकों का 0.47 गुना और एंप्लॉयीज का कोटा 3.22 गुना सब्सक्राइब हुआ है।

Kaynes Technology IPO की डिटेल्स

इस आईपीओ के तहत निवेशक 14 नवंबर यानी सोमवार तक बोली लगा सकते हैं। इश्यू का प्राइस बैंड 559-587 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 25 शेयरों का फिक्स है यानी कि अपर प्राइस बैंड के हिसाब से खुदरा निवेशकों को कम से कम 14675 रुपये लगाने होंगे।

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Kaynes Technology IPO: इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी Kaynes Technology का आईपीओ दो दिन में ओवरसब्सक्राइब हो चुका है। सबसे बेहतर रिस्पांस इसे कंपनी के एंप्लॉयीज से मिला है

Kaynes Technology IPO: इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी Kaynes Technology का आईपीओ दो दिन में ओवरसब्सक्राइब हो चुका है। सबसे बेहतर रिस्पांस इसे कंपनी के एंप्लॉयीज से मिला है और उनके लिए आरक्षित कोटा 322 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है। ओवरऑल यह इश्यू 1.10 गुना सब्सक्राइब हुआ है। 858 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत निवेशक सोमवार तक पैसे लगा सकते हैं। यह इश्यू 10 नवंबर को खुला था और दिन के कारोबार के लिए सर्वोत्तम तकनीकी संकेतक दो दिन में सिर्फ क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) और एंप्लॉयीज कोटा सब्सक्राइब हुआ है। क्यूआईबी का आरक्षित हिस्सा 2.45 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) का 0.77 गुना, खुदरा निवेशकों का 0.47 गुना और एंप्लॉयीज का कोटा 3.22 गुना सब्सक्राइब हुआ है।

Kaynes Technology IPO दिन के कारोबार के लिए सर्वोत्तम तकनीकी संकेतक की डिटेल्स

इस आईपीओ के तहत निवेशक 14 नवंबर यानी सोमवार तक बोली लगा सकते हैं। इश्यू का प्राइस बैंड 559-587 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 25 शेयरों का फिक्स है यानी कि अपर प्राइस बैंड के हिसाब से खुदरा निवेशकों को कम से कम 14675 दिन के कारोबार के लिए सर्वोत्तम तकनीकी संकेतक रुपये लगाने होंगे।

Stock Tips: एक महीने में 11% मुनाफा कमाने का मौका, निफ्टी छू सकता है 16800 का लेवल

Stock Tips: निफ्टी अगले कुछ कारोबारी सत्रों में 16800 के लेवल पर पहुंच सकता है. इंडिविजुअल स्टॉक्स की बात करें तो इन दो शेयरों में निवेश कर 11 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं.

Stock Tips: एक महीने में 11% मुनाफा कमाने का मौका, निफ्टी छू सकता है 16800 का लेवल

ELGI Equipment और TTK Prestige में निवेश कर 11 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं. (Image- Pixabay)

Stock Tips: वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेतों के बीच लगातार दो कारोबारी दिन घरेलू मार्केट में गिरावट रही. आज (2 जून) दिन के कारोबार के लिए सर्वोत्तम तकनीकी संकेतक की बात करें तो शुरुआती गिरावट के बाद अब इसमें तेजी का रूझान दिख रहा है. बुधवार को इक्विटी मार्केट में कारोबार बंद होने पर निफ्टी ने डेली चार्ट पर अपर और लोअर शैडो के साथ छोटा सा निगेटिव कैंडल बनाया. तकनीकी रूप से इस पैटर्न से हाई वेव-टाइप कैंडल पैटर्न के बनने के संकेत मिल रहे हैं जो मार्केट में हाई वोलैटिलिटी को दिखाता है.

हालांकि नियर टर्म में निफ्टी में तेजी का रूझान दिख सकता है और अगर इसमें कमजोरी आती है तो इससे घबराने की बजाय इसे खरीदारी के मौके के रूप में देखा जाना चाहिए. निफ्टी अगले कुछ कारोबारी सत्रों में 16800 के लेवल पर पहुंच सकता है. इंडिविजुअल स्टॉक्स की बात करें तो ELGI Equipment और TTK Prestige में निवेश कर 11 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं.

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ELGI Equipment
टारगेट- 418 रुपये

  • पिछले दो हफ्ते में छोटे रेंज में उतार-चढ़ाव के बाद बुधवार को इस स्टॉक ने तेजी से ऊपरी स्तर पर ब्रेकआउट किया और बढ़कर बंद हुआ. यह पॉजिटिव संकेत है. हायर टॉप और हॉयर बॉटम का बनना भी पॉजिटिव संकेत है. इसके अलावा डेली आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) और वॉल्यूम इंडिकेटर्स से भी इसके भाव में तेजी के संकेत मिल रहे हैं.
  • इस स्टॉक को मौजूदा भाव 377.90 रुपये (बुधवार बंद भाव) पर खरीदा जा सकता है और अगर इसमें गिरावट आती है तो 366 रुपये के भाव तक शेयरों की संख्या बढ़ा सकते हैं. निवेशक इसमें अगले तीन से चार हफ्ते के लिए 418 रुपये के टारगेट प्राइस पर 353 रुपये के स्टॉप लॉस पर पैसे लगा सकते हैं.

TTK Prestige Ltd
टारगेट: 970 रुपये

  • इस हफ्ते टीटीके प्रेस्टिज के भाव में तेजी दिख रही है और अभी यह 870-880 रुपये के अहम रेजिस्टेंस लेवल पर है. इससे ऊपर जाने पर इसमें तेज उछाल दिख सकती है. भाव में तेजी के साथ इसके शेयरों की वॉल्यूम एक्टिविटी बढ़ रही है और वीकली 14 पीरियड आरएसआई पॉजिटिव संकेत दे रहे हैं.
  • इसके शेयर 880 रुपये के मौजूदा भाव (बुधवार क्लोजिंग प्राइस) पर खरीद सकते हैं और अगर इसके शेयर कमजोर होते हैं तो 855 रुपये तक पोर्टफोलियो में शेयरों की संख्या बढ़ा सकते हैं. अगले तीन से चार हफ्ते में यह स्टॉक 970 रुपये के भाव तक पहुंच सकता है. निवेशकों को 830 रुपये पर स्टॉप लॉस लगाना चाहिए.

(आर्टिकल- नागराज शेट्टी, टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज)

(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

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Railway ने इस कंपनी के खिलाफ सख्त कदम उठाने के दिए संकेत, लग सकता है हमेशा के लिए प्रतिबंध

ओरेकल पर रेल अधिकारियों को रिश्वत देने और फर्जी फंड बनाने का आरोप है. ओरेकल अगर इस आरोप में गलत पाया गया तो उस पर रेलवे हमेशा के लिए बैन लगा सकती है.

Updated: October 12, 2022 10:59 AM IST

भारतीय रेलवे उठा सकती है ये सख्त कदम

यदि भारतीय डेटाबेस सॉफ्टवेयर निर्माता की शाखा ने 2019 में रेलवे अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों की आंतरिक जांच की और इसमें आरोप सही पाए जाते हैं तो भारतीय रेलवे ओरेकल कॉर्प को ब्लैकलिस्ट करने पर विचार कर सकती है. रेलमार्ग की आंतरिक जांच के संदर्भ की शर्तों का उद्देश्य फर्म तथ्यों का निर्धारण करना है, जिसके आधार पर अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने 27 सितंबर के आदेश में, विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए ओरेकल पर $ 23 मिलियन का जुर्माना लगाया.

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कंप्यूटर टेक्नोलॉजी क्लाउड एप्लिकेशन और प्लैटफॉर्म की सेवा देने वाले ओरेकल पर एक परिवहन कंपनी के अधिकारी को रिश्वत देने का आरोप है, जो कि बड़े पैमाने पर रेल मंत्रालय के स्वामित्व में है. विभाग इस बात पर भी विचार करेगा कि क्या इस तरह के भुगतान पहले राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों (एसओई) के अनुबंधों को शामिल करने के लिए किए गए हैं.

लाइव मिंंट की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों में से एक ने कहा कि रेल मंत्रालय एसईसी और ओरेकल के संपर्क में है, रिश्वत के आरोपों और रेलवे इकाई और अधिकारियों की भागीदारी पर विवरण मांग रहा है. एक बार जब सभी विवरण जारी हो जाते हैं और रेलवे की जांच विशिष्ट व्यक्तियों और रिश्वत घोटाले में इसकी किसी भी संस्था की संलिप्तता को इंगित करती है, तो आरोप दायर किए जाएंगे. इसके अधिकारियों के खिलाफ लॉन्च किया गया और ओरेकल इंडिया को रेलवे अनुबंधों में भाग लेने से प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप एक विशेष समय के लिए भारत में अन्य सरकारी अनुबंधों में संलग्न होने के लिए काली सूची में डाल दिया जा सकता है.

एसईसी के आदेश में कहा गया है कि ओरेकल ने संयुक्त अरब अमीरात, भारत और तुर्की में विदेशी अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए कथित तौर पर फर्जी फंड बनाया. इसने कहा कि ओरेकल ने एक भारतीय संगठन में $ 400,000 का पोटेंशियल पे किया था, जो राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों के अधिकारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए एक प्रतिष्ठा है. आदेश में कहा गया है कि भारत में ओरेकल के सेल्स कर्मचारियों ने 2019 में एक रेल अनुबंध के लिए एक विशिष्ट भारतीय अधिकारी को संभावित रूप से भुगतान करने के लिए $ 67,000 की राशि रखी.

यह पहली बार नहीं है जब ओरेकल को ट्रांसफरेबल फंड्स के निर्माण के संबंध में नामित किया गया है. साल 2012 में, ओरेकल ने ओरेकल इंडिया के लाखों डॉलर नकद उत्पादन से संबंधित आरोपों का निपटारा किया था.

ओरेकल के प्रवक्ता ने कहा कि ओरेकल ईमानदारी के साथ व्यापार करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. एसईसी द्वारा उल्लिखित आचरण हमारे मूल मूल्यों और स्पष्ट नीतियों के विपरीत है, और यदि हम इसकी पहचान करते हैं, तो हम उचित कार्रवाई करेंगे. अगर हमें इस मामले को लेकर रेल मंत्रालय से कोई अनुरोध मिलता है, तो हम उसी के अनुसार जवाब देंगे.

सूत्रों की मानें तो एसईसी के निष्कर्ष प्रकृति में विशिष्ट और गंभीर हैं और अगर रेल की जांच कुछ अधिकारियों को प्राप्त अवैध धन और धन के निशान को ट्रैक करती है, तो यह निश्चित रूप से रेल अनुबंध से ओरेकल को प्रतिबंधित कर देगा. इससे बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सरकारी नियमों के अनुसार अन्य सरकारी अनुबंधों में शामिल होने से ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि मामले पर निर्णय उचित प्रक्रिया का पालन करेगा और उच्चतम स्तर पर किया जाएगा.

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