इस एप का प्रयोग करने वाले बिजेसमैन को बही खाता, कलम की जरूरत नहीं पड़ती है। अब तक 10 करोड़ से अधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं। मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस इसके चलते उनके नाम फोर्ब्स की फाइनेंस एंड वेनचर कैपिटेल कैटेगिरी में शामिल किया गया है। वहीं, निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने नोक्का रोबोटिक्स नाम से कंपनी बनाई।

छंटनी के माहौल में SAMSUNG का बड़ा ऐलान, इस काम के लिए 1000 नए इंजीनियर्स की होगी भर्ती

वैश्विक स्तर पर अलग-अलग सेक्टर से आ रही छंटनी की खबरों के बीच सैमसंग इंडिया ने नई भर्तियों का ऐलान किया है। कंपनी देशभर में फैले अपने रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (आरएंडडी) के लिए लगभग 1,000 नए इंजीनियर्स की भर्ती करेगी। ये भर्तियां बेंगलुरु, नोएडा, दिल्ली में स्थित आरएंडडी इंस्टीट्यूट में होगी। नए साल में भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

क्या करेंगे कर्मचारी: मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, इमेज प्रोसेसिंग, आईओटी, कनेक्टिविटी, क्लाउड, बिग डेटा, बिजनेस इंटेलिजेंस, प्रेडिक्टिव एनालिसिस, कम्युनिकेशन नेटवर्क्स, सिस्टम ऑन मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस ए चिप (SoC) और स्टोरेज सॉल्यूशंस पर काम करने के लिए हायर किया जाएगा।

आईआईटी जैसे टॉप इंस्टिट्यूशन के छात्र होंगे शामिल

RBI ने निगरानी के लिए लॉन्च किया नया एडवांस्ड सिस्टम DAKSH, जानें क्या मिलेगा फायदा

मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को एडवांस सुपरवाइजरी मॉनिटरिंग सिस्टम ‘दक्ष’ (DAKSH) की शुरुआत की. इससे आरबीआई की निगरानी संबंधी प्रक्रिया के अधिक सशक्त होने की उम्मीद है.

आरबीआई ने बयान में कहा कि वह निगरानी गतिविधियों में मजबूती लाने के लिए कई कदम उठाता रहा है और ‘दक्ष’ इसमें एक नई कड़ी है. रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘दक्ष एक वेब-आधारित एंड-टु-एंड वर्कफ्लो ऐप्लिकेशन है जिसके जरिए आरबीआई बैंक और एनबीएफसी जैसी संस्थाओं पर अधिक केंद्रित ढंग से निगरानी रख पाएगा.’

RBI launches दक्ष (DAKSH) – Reserve Bank’s Advanced Supervisory Monitoring Systemhttps://t.co/sllKKMfrSk

— ReserveBankOfIndia (@RBI) October 6, 2022

आरबीआई का यह ‘सुपरटेक’ ऐप्लिकेशन कहीं भी और कभी भी सुरक्षित एक्सेस संभव बनाने वाले एक प्लेटफॉर्म के माध्यम से निर्बाध संचार, निरीक्षण प्लानिंग और क्रियान्वयन, साइबर घटना की सूचना और विश्लेषण जैसे कार्य संपादित कर पाएगा. रिजर्व बैंक ने कहा कि यह निगरानी सिस्टम अपने नाम के ही अनुरूप अपनी सक्षमता और प्रभावी ढंग से कार्य करेगी.

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निगरानी को बेहतर बनाने के लिए AI और मशीन लर्निंग का उपयोग करेगा RBI
आरबीआई की अपने व्यापक डेटाबेस का विश्लेषण करने और बैंकों और एनबीएफसी पर रेगुलेटरी निगरानी को बेहतर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है. आरबीआई इसके लिए बाहरी एक्सपर्ट्स की भी भर्ती करेगा. हालांकि आरबीआई अभी भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है. लेकिन अब इसे और व्यापक बनाने की कोशिश है ताकि सेंट्रल बैंक में सुपरविजन डिपार्टमेंट को और एडवांस बनाया जा सके.

हाल ही में आरबीआई ने लॉन्च किया था Rupay Credit Card on UPI
हाल ही में ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रूपे क्रेडिट कार्ड ऑन यूपीआई (Rupay Credit Card on UPI) सुविधा की शुरुआत की थी. फिलहाल इस सुविधा का लाभ पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक के रूपे क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले को मिलेगा. एनपीसीआई द्वारा संचालित भीम ऐप पर इन तीनों बैंक के रूपे क्रेडिट कार्ड लाइव हो गए हैं.

Sass News

ओके क्रेडिट एप और रोबोट की मदद से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक को विकासित करने वाले आईआईटी कानपुर के पांच छात्रों को फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। इस कामयाबी पर आईआईटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और डीन ऑफ एल्युमिनाई एसोसिएशन प्रो.जयंत कुमार सिंह ने बधाई दी है।

2014 बैच के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना और 2017 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों के बीच यह कामयाबी हासिल की है। फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थीं।

आईआईटी कानपुर के तीन पूर्व छात्र फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो पूर्व छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है। आदित्य प्रसाद, गौरव कुमार व हर्ष पोखरना ने आईआईटी से पास होने के मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस बाद एक कंपनी बनाई। 25 अगस्त 2017 को बिजनेसमैन और कारोबारियों के लिए ओके क्रेडिट नाम से एप लांच किया।

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एमएसडीएसएम के पहले बैच की हुई शुरुआत

आईआईएम इंदौर का लक्ष्य एक प्रासंगिक बिजनेस स्कूल बने रहना है जो सभी के लिए विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करता है। मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस अपने मिशन के अनुरूप, संस्थान ने पहला मास्टर डिग्री प्रोग्राम शुरू करने के लिए आईआईटी इंदौर के साथ सहयोग किया है। डेटा साइंस एंड मैनेजमेंट में दो वर्षीय मास्टर ऑफ साइंस एक मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस ऑनलाइन पाठ्यक्रम है जो 15 घंटे के लाइव सत्र और कुल 900 घंटे शिक्षण की पेशकश करता है। पाठ्यक्रम को कुशल डेटा वैज्ञानिकों और विश्लेषकों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है जो एक संगठन की सफलता में योगदान दे सकते हैं। पाठ्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन 21 मार्च, 2022 को प्रो. हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर; प्रो. सुहास जोशी, निदेशक, आईआईटी इंदौर; प्रो. नीलेश कुमार जैन, पूर्व कार्यवाहक निदेशक और संकाय, आईआईटी इंदौर; प्रो. अमित वत्स, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर-आईआईएम इंदौर और प्रो. परिमल कर, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर-आईआईटी इंदौर की उपस्थिति में हुआ।

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