Lost Cryptocurrency: यहां निवेश से करोड़पति भी हो जाते हैं कंगाल, जानिए आखिर कैसे हुई एक शख्स की कंगाल वाली हालत?
Lost Cryptocurrency: ऊंचा रिस्क उठाकर कमाई गई क्रिप्टोकरंसी एक झटके में गायब हो गई. एक ट्रेडर की इस छोटी सी गलती से वो हो गया कंगाल. जानिए आखिर ऐसा क्या किया उसने?
By: ABP Live | Updated at : 23 Nov 2021 02:30 PM (IST)
Lost Cryptocurrency: एक बिटकॉइन ट्रेडर (Bitcoin Trader) की तरफ से ऐसा खुलासा किया गया है कि आप भी चौंक जाएंगे. उसका पासवर्ड क्या चोरी हो गया वो तो बिल्कुल कंगाल ही हो गया है. कारोबारी की तरफ से बताया गया है कि उसने लगभग 15 करोड़ मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) गंवा दी हैं. ट्रेडर की तरफ से सोशल मीडिया पर ये कहानी साझा की गई है. अपनी कहानी में उस शख्स ने कहा कि अगर पासवर्ड चोरी नहीं किया गया होता तो वह आज करोड़पति होता.
कहानी का टाइटल
रेडिट यूजर TomokoSlankard ने इस घटना को "आपकी क्रिप्टो को लेकर डरावनी कहानी क्या है?" टाइटल के नाम से साझा की है. उसने लिखा कि पासवर्ड चोरी हो जाने के बाद वह लगभग 2 मिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी (Lost Cryptocurrency) गंवा बैठा है. उस शख्स की तरफ से दावा भी किया गया है कि हैकर्स उस सर्वर में घुस गए, जहां पर पासवर्ड सेव था. उसने इन बिटकॉइन को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इनक्रिप्टेड हार्ड ड्राइव में स्टोर किया था. लेकिन हैकर्स ने उसपर ही हमला कर दिया.
ऐसे हुआ कंगाल
शख्स ने बेहद दुखी होते हुए आगे लिखा कि पासवर्ड चोरी हो जाने के बाद वह अब अपनी बिटकॉइन रकम को वापस नहीं हासिल कर पाएगा. बिटकॉइन ट्रेडर शख्स ने अपनी पोस्ट में दावा किया कि उसने शुरुआत में 20,000 डॉलर का निवेश किया था. अगर पासवर्ड चोरी नहीं किया गया होता तो वह अब एक करोड़पति की जिंदगी गुजार रहा होता.
TomokoSlankard की पोस्ट पर कमेंट में और भी कई यूजर्स ने ऐसी ही कहानी साझा की है. एक क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है? शख्स से जब पूछा गया कि उसने पासवर्ड कैसे खोया तो उसने कहा कि बैकअप सर्वर ही हैक हो गया था.
कमाई भी, खतरा भी
आज की तारीख में तमाम लोग ऐसे हैं जो इस डिजिटल करेंसी का समर्थन करते हैं. वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो इसकी अस्थिरता और असुरक्षित होने पर इसका विरोध करते हैं. हालांकि ऐसे भी मामले देखने को मिलते हैं जहां लोग अपनी एक छोटी सी गलती के चलते अपनी मोटी रकम बिटकॉइन में गंवा बैठते हैं तो कुछ तो बिटक्वाइन ही गंवा बैठते हैं.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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Published at : 23 Nov 2021 02:29 PM (IST) Tags: India Money Cryptocurrency Investment Bitcoin Price market हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
कैसे होती है Crypto Currency की चोरी, कैसे रखें खुद को सुरक्षित
डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस प्लेटफॉर्म Wormhole से हैकर्स ने हाल ही में उड़ा डाले 332 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी
एक डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस प्लेटफॉर्म से क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) चोरी करने का मामला सामने आया है. वॉर्महोल (Wormhole) ने बुधवार को ट्वीट किया कि उसके पास से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) के एक वर्जन की 1,20,000 यूनिट का “उपयोग” कर लिया गया है. ये 332 मिलियन डॉलर के क्रिप्टो थे. वॉर्महोल एक ऐसी साइट है जो एक क्रिप्टो नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क को इन्फोर्मेशन ट्रांसफर करने की अनुमति देती है.
सवाल है कि क्रिप्टोकरेंसी की चोरी आखिर होती कैसे है और आप इस चोरी का शिकार बनने से खुद को कैसे बचा सकते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी की चोरी होती कैसे है?
दुनियाभर में खासकर महामारी के दौरान क्रिप्टो की चोरी के मामले बहुत बढ़ें हैं. क्रिप्टो की चोरी दो तरीके से की जा सकती है. एक तो सीधे तौर पर क्रिप्टो चुराए जा सकते हैं इसके अलावा लोगों के साथ कोई ट्रिक करके भी सेंध मारी जा सकती है.
क्रिप्टो में निवेश करने वाले करने वाले ज्यादातर निवेशक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर ट्रेड करते हैं. यहां एक अकाउंट खोलना होता है और उसमें पैसा जमा करना होता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी को "कस्टोडियल वॉलेट" में रखा जाता है. आसान शब्दों में कहें तो निवेशक की ओर से एक्सचेंज ही उन क्रिप्टो को अपने पास जमा करता है.
सीएनबीसी के अनुसार, हाल ही में एक बिटमार्ट नामक एक्सचेंज को हैक कर लिया गया था. तब 4 दिसंबर को एक्सचेंज ने घोषणा की कि उसने "एक बड़े पैमाने पर सुरक्षा उल्लंघन की पहचान की" जिसके परिणामस्वरूप 'हॉट' वॉलेट से 150 मिलियन डालर के क्रिप्टो की चोरी हुई थी.
सीएनबीसी के अनुसार, बिटमार्ट ने दिसंबर में अस्थायी रूप से क्रिप्टो की ट्रेडिंग पर रोक लगा दी और अब भी उसके ग्राहक अपनी क्रिप्टोकुरंसी तक पहुंचने में असमर्थ थे. वहीं रिपोर्ट में लिखा गया कि बिटमार्ट हैक होने वाला पहला एक्सचेंज नहीं है और यह आखिरी भी नहीं होगा.
इसके अलावा फ्रॉड करने वाला ई-मेल के जरिए भी आपकी क्रिप्टोकरंसी तक पहुंच सकता है. कई बार बम्पर ईनाम और कैश प्राइज के लालच में लोग अपनी पर्सनल लॉग इन डीटेल दे देते हैं जिसके जरिए फ्रॉड करने वालों को उनके क्रिप्टोकरेंसी तक पहुंच मिल जाती है और वो चोरी को अंजाम देते हैं.
इन चोरी निवेश खुद को कैसे बचा सकता है?
निवेशक खुद को एक्सचेंज पर हो रही चोरी से खुद को बचा सकते हैं. जैसा कि आपको बताया गया कि आपके क्रिप्टो का वॉलेट एक्सचेंज के पास होता है तो आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी को एक्सचेंज से एक सॉफ्टवेयर वॉलेट में डाल सकते हैं, यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर इंस्टॉल किया गया एक सुरक्षित एप्लिकेशन होता है.
दूसरा उपाय है कि एक्सचेंज से निकाल कर आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी को हार्डवेयर वॉलेट में भी डाल सकते हैं. यह वॉलेट एक हार्डवेयर डिवाइस होगा जो कि इंटरनेट से डिस्कनेक्ट किया जा सकता है. अगर इसे कंप्यूटर और इंटरने से डिसकनेक्ट कर दें तो कोई इसे इंटरनेट के जरिए तो नहीं चुरा पाएगा. लेकिन आपको इस डिवाइस का ख्याल रखना होगा अगर ये चोरी हो गया तो भी आपके क्रिप्टो किसी और के पास पहुंच सकते हैं.
फिलहाल भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कमाए गए प्रॉफिट को टैक्स के दायरे में लाया गया है लेकिन अभी इस पर भारत में कोई कानून नहीं बना है यानी क्रिप्टो से जुड़ा कोई फ्रॉड होता है तो इसको लेकर देश में कोई कानून नहीं. हालांकि सरकार जल्द ही इसपर बिल पेश करने वाली है.
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क्या हैं बिटकाइन (What are Bitcoin).
बिटकाइन एक( Bitcoin Digital Cryptocurrency ) डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी हैं इसे वर्चुल करेंसी ( Virtual Currency ) भी बोला जाता है bitcoin के पास किसी भी तरह के इंडियन रुपया अमेरिकन डॉलर या यूरो जैसी कोई करेंसी भौतिक रूप से नहीं है जैसे की आप रुपया डॉलर को छु और देख भी सकते हैं लेकिन क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है? बिटकाइन को ना देखा और नहीं छुआ जा सकता हैं क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टो प्रोग्राम पर आधारित हैं बिटकाइन को वर्चुल करेंसी या ऑनलाइन मुद्रा के रूप में समझा जा सकता है बिटकाइन पियर टू पियर भुगतान कैश सिस्टम माना जाता हैं इसे रखने के लिए आपको एक डिजिटल वॉलेट की आवश्यकता होती हैं क्रिप्टोकरेंसी को रखने के लिए किसी भी बैंक या वितीय संसथान की कोई आवस्यकता नहीं हैं बिटकाइन बनाने वाले व्यक्ति जापान के रहने वाले नागरिक हैं लेकिन बिटकाइन को किसी एक देश का मुद्रा नहीं कहा जा सकता हैं !
बिटकाइन कैसे बनता हैं ( how bitcoins are made).
माना जाता हैं की बिटकाइन की सबसे छोटी यूनिट सतोशी हैं इस तरह एक बिटकाइन = 10,00,00,000 cr (करोड़ ) सतोशी होता हैं जैसे इंडियन करेंसी में एक रूपये का सौ पैसा होता हैं वैसे ही 10cr करोड़ सातोशी से मिलकर एक बिटकाइन तैयार होता हैं आप चाहे तो एक बिटकाइन को आठ डिसमिल तक तोड़ सकते हैं आप (0.0001) Bitcoun भी इस्तेमाल में ला सकते हैं बिटकाइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा हैं इसको माइनिंग करके बनाया जाता हैं ( A competitive And Decentralized Process Called mining).
बिटकाइन की शुरुआत किस वर्ष हुई थी (what year was क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है? bitcoin started).
बिटकाइन की शुरुआत वर्ष 2009 में हुइ आरम्भ में जब cryptocurrency शुरू की गई, तो सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन जेनेसिस ब्लॉक (बिटकोइन ब्लॉकचैन पर प्रथम कभी ब्लॉक) को खनन किया, 50 बीटीसी ने $0.00 की कीमत पर संचलन दर्ज किया था बिटकाइन के जन्मदाता (Satoshi Nakamoto) को माना जाता हैं बिटकाइन अब इतनी अधिक लोकप्रियता हासिल कर चुकी हैं की अब इसकी कीमत लगभग (50 Lac) पचास लाख रुपये के करीब पहुच चुकी हैं.
बिटकाइन क्रिप्टोकरेंसी में कैसे इन्वेस्ट करें (How to invest in bitcoin cryptocurrency).
- सबसे पहले आप एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की पहचान करे Example के लिए इंडिया में कुछ नामी Crypto Exchange हैं ( ZebPay ). (UNOCOIN). (Bitstamp). (WazirX). (coinDCX) ये सभी exchange बिटकाइन क्रिप्टोकरेंसी के लिए जानी जाती हैं आप चाहे तो इनके प्लेटफार्म का यूज़ करके क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं .
- Cryptocurrency Exchange के पहचान के बाद अपना एक सुरक्षित अकाउंट ओपन करिए.
- उसको अपने बैंक अकाउंट के साथ जोड़कर ट्रांजेकसन को आसन बनाये.
- आप हमेशा वैल्यू वाला क्रिप्टोकरेंसी में ही निवेश करें
- वैसे तो अलग अलग cryptocurrency अब मार्केट में मौजूद हैं लेकिन सभी करेंसी का मदर करेंसी बिटकाइन को माना जाता हैं.
- हमेशा सोच समझकर किसी एक्सपर्ट से राय सलाह मशवरा करके ही क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में अपना कदम रखे .
- ज्यादा से ज्यादा ग्राफ को एनलाईस करें शुरुआती से लेकर अभी तक का मतलब आप हमेश अपडेट रहे क्युकी न्यूज़ खबर के हिसाब से भी cryptocurrency का प्राइस उपर निचे होते रहता हैं क्रिप्टो में निवेश से पहले आपको इसके बारे में अछे से पड़ना चाहिए ऐसा एक्सपर्ट का मानना हैं .
- NSDL , UTI Pan Card Download Link
क्या भारत में बिटकाइन लीगल हैं (Is bitcoin legal in india).
बिटकाइन का ट्रांजेक्शन ऑनलाइन होता हैं जो ब्लाकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं इसको वर्चुअल स्पेस में रखा जा सकता हैं हालाँकि अभी इंडिया में बिटकाइन लीगल नहीं हैं क्युकी इसका इस्तेमाल गैरकानूनी कामो में लिया जाने लगा हैं जो किसी भी देश के लिए सही नहीं हैं गलत गतिविधी वाले लोग इसका इस्तेमाल आसानी से करने लगे हैं क्युकी बिटकाइन पर किसी भी संस्थान का कण्ट्रोल अभी तक नहीं हैं.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है? क्या हैं (What are Blockchain Technologies).
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक ऐसी तकनीक हैं जो बिना किसी मध्यम के ही लेनदेन को सफल और सुरक्षित बनता हैं इन्टरनेट पर ही लेनदेन के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता हैं ये तकनीक बहुत ही पारदर्शी सुरक्षित और सक्षम हैं ब्लॉकचेन एक ऐसा टेक्नोलॉजी हैं जो वितीय लेनदेन के लिए प्रोग्राम के रूप में तैयार किया गया हैं
Cryptocurrency: आखिर क्या है बिटकॉइन, कैसे करता है ये काम? जानिए बेहद आसान तरीके से
bitcoin: बिटकॉइन है क्या अगर इस सवाल का जवाब ढूंढा जाए तो इसका सीधा और सरल जवाब ये होगा कि बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है। अंग्रेजी शब्द ‘क्रिप्टो’ का मतलब गुप्त होता है। ऐसे में ये एक तरह की डिजीटल करेंसी है जिसे आप छू नहीं सकते। हालांकि यहां आपको बताना जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर संचालित और बनाई जाती है।
नई दिल्ली। इन दिनों निवेश की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा में बिटकॉइन (Bitcoin) बना हुआ है। जहां एक ओर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) देश में अपने पैर पसार रही है तो वहीं दूसरी ओर लोगों में गोल्ड को लेकर चल रही दीवानगी अब कम होती दिख रही है। बिटकॉइन के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल गोल्ड के रूप में देखा जा रहा है। कारण यही भी है कि लोगों में जो उत्साह पहले गोल्ड में निवेश को लेकर था अब वो अधिकतर बिटकॉइन पर चला गया है। लोगों में बिटकॉइन, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बढ़ रही दीवानगी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि अब तक देश में हजारों करोड़ रुपये का निवेश क्रिप्टोकरेंसी में किया जा चुका है।
क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन है क्या अगर इस सवाल का जवाब ढूंढा जाए तो इसका सीधा और सरल जवाब ये होगा कि बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है। अंग्रेजी शब्द ‘क्रिप्टो’ का मतलब गुप्त होता है। ऐसे में ये एक तरह की डिजिटल करेंसी है जिसे आप छू नहीं सकते। हालांकि यहां आपको बताना जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर संचालित और बनाई जाती है।
कैसे करता हैं यह काम?
बिटकॉइन काम कैसे करता है इसे लेकर बात करें तो बिटकॉइन विशेषज्ञ हितेश मालवीय का ये कहना है कि एक तरह के वर्चुअल कॉइन यानी कृत्रिम सिक्के हैं, जो अपनी कीमत बनाने और बढ़ाने के उद्देशय के क्रिप्टोक्यूरेंसी कैसे बनाई जाती है? साथ डिजाइन किए गए हैं। ऐसे में आपको सुविधा ये मिलती है कि इस तरह पैसों के लेन-देन के लिए आपकों बैंकों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होती है।
कर सकते हैं ऑनलाइन शॉपिंग या निवेश
इन बिटकॉइन का इस्तेमाल आप सोने की तरह भी कर सकते हैं जैसे आप इन बिटकॉइन के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग या फिर निवेश के लिए भी इन्हें इस्तेमाल में लाया जा सकता है। लोग इन्हें अपनी सहूलियत के हिसाब से एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर भी कर सकते हैं।
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