ट्रेड्स को इमर्जट्रेडर चार्ट क्षेत्र में सीधे अधिसूचित किया जाता है, जब उभरते और पूर्ण चार्ट पैटर्न, जैसे त्रिकोण, वेजेज, टॉप और बॉटम्स की पहचान की जाती है, जबकि पूर्ण पैटर्न के आधार पर स्वचालित रूप से सचित्र पूर्वानुमान सीमा एक अपेक्षित मूल्य स्तर को इंगित करती.
अपनी पहचान की पुष्टि करना
अपने खाते की सुरक्षा के लिए, आपको साइन इन करते समय या संवेदनशील कार्रवाइयां करते समय शायद अपनी पहचान की पुष्टि करनी पड़े. इनमें इस तरह की कार्रवाइयां शामिल हैं:
- अपने Google खाते में सेव की गई गतिविधि देखना.
- अपना पासवर्ड बदलना.
- सेव किए गए पासवर्ड देखना.
- दो चरणों में पुष्टि की सुविधा चालू करना.
- अपना डेटा डाउनलोड करना.स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं
YouTube Studio पर कुछ खास कार्रवाई करते समय, YouTube चैनल के मालिकों को अपनी पहचान की पुष्टि करनी पड़ सकती है.
अपने फ़ोन या सुरक्षा कुंजी का इस्तेमाल करें
ऐसे फ़ोन या सुरक्षा कुंजी से अपनी पहचान की पुष्टि करें जिसे आपने अपने खाते में कम से कम सात दिन पहले रजिस्टर किया हो. आप इनका इस्तेमाल कर सकते हैं:
- वह फ़ोन जिसका नंबर आपने खाता वापस पाने के लिए फ़ोन नंबर के तौर पर दिया है.
- वह फ़ोन जिससे आपके Google स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं खाते में साइन इन किया गया है. अपने फ़ोन पर साइन इन करने का तरीका जानें.
- वह सुरक्षा कुंजी जिसे आपके Google खाते में जोड़ा गया है. सुरक्षा कुंजी इस्तेमाल करने के लिए, दो चरणों में पुष्टि की सुविधा चालू करना ज़रूरी है.
सलाह: अगर आपको Google खाता अपने दफ़्तर से मिला है, तो आपको दफ़्तर के स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं डिवाइस से अपनी पहचान की पुष्टि करने के लिए कहा जा सकता है.
अगर आपसे पहचान की पुष्टि करने के लिए कहा जाए, तो यह स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं तरीका अपनाएं. अपने फ़ोन को आस-पास रखें और अगर हो सके, तो उसे इंटरनेट से कनेक्ट करें.
आपको ऐसा करने की ज़रूरत क्यों पड़ती है
ऐसा करने से, आपका खाता सुरक्षित रहता है. अगर किसी व्यक्ति को आपका उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड पता चल जाता है, तो इस कदम की वजह से, वह आपके खाते में कुछ तरह की संवेदनशील कार्रवाइयां नहीं कर पाएगा.
संवेदनशील कार्रवाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं
अगर आपने Google खाते में साइन इन किया है, लेकिन आप किसी कार्रवाई को पूरा करने के लिए, अपनी पहचान की पुष्टि नहीं कर पा रहे हैं, तो नीचे जाकर इस समस्या से जुड़ा सेक्शन देखें.
आपका Android डिवाइस ऑफ़लाइन है
अगर आपका Android फ़ोन इंटरनेट से कनेक्ट नहीं है, तो भी आप अपनी पहचान की पुष्टि करने के लिए, इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
- Google के साइन-इन पेज पर, अपना उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड डालें.
- अगर आपको "अपनी पहचान की पुष्टि करें" स्क्रीन दिखती है, तो पुष्टि करने के और तरीकेअपने Android फ़ोन पर सुरक्षा कोड पाएं पर टैप करें.
- स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करें.
स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली व कवच प्रणाली से जुटेगा डीडीयू-मानपुर सेक्शन
संरक्षित ट्रेन संचालन में सिग्नलिंग सिस्टम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। ट्रेन संचालन में संरक्षा को और बेहतर बनाने तथा लाइन क्षमता में बढ़ोतरी के उद्देश्य को लेकर डीडीयू-मानपुर सेक्शन तथा मानपुर-प्रधानखनता सेक्शन पर सिग्नलिंग सिस्टम का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इसी के तहत स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली व कवच प्रणाली की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। ट्रेनों की गति तेज करने और सुरक्षित सफर के लिए सिग्नल सिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। 214 किमी डीडीयू-मानपुर तथा 203 किमी मानपुर-प्रधानखंटा रेल सेक्शन पर स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली लगाए जाने की योजना पर कार्य तेज किया जाएगा। साथ ही ‘कवच‘ प्रणाली से भी युक्त किया स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं जाएगा। इससे ट्रेनों के आवागमन में काफी आसानी होने के साथ ही यात्रियों को भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। विदित हो कि ‘कवच‘ प्रणाली किसी स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं भी आपात स्थिति में स्टेशन एवं लोको ड्राईवर को तत्काल कार्रवाई के लिए सचेत करने, साइड-टक्कर, आमाने-सामाने की टक्कर एवं पीछे से होने वाली टक्करों की रोकथाम करने में यह प्रणाली पूर्णतः सक्षम है।
नई दिल्ली से पलवल जाने वाले यात्रियों को रेलवे ने दी खुशखबरी, जानिए कैसे खास होगी आपकी यात्रा
दिल्ली-पलवल रेलखंड पर सिर्फ ओखला से हजरत निजामुद्दीन स्टेशनों के बीच स्वचालित सिग्नल प्रणाली नहीं थी। इन दो स्टेशनों के बीच परंपरागत सिग्नल प्रणाली से ट्रेनों की आवाजाही होती थी। अब इस मामले में पूरे रेलखंड पर एकरूपता हो गई है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। ओखला और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं स्टेशनों के बीच अब स्वचालित सिग्नल प्रणाली शुरू हो गई है। इससे अब नई दिल्ली से पलवल तक पूरे रेलखंड पर स्वचालिक सिग्नल प्रणाली की सुविधा हो गई है। इससे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने और सुरक्षित परिचालन में मदद मिलेगी।
दिल्ली-पलवल रेलखंड पर सिर्फ ओखला से हजरत निजामुद्दीन स्टेशनों के बीच स्वचालित सिग्नल प्रणाली नहीं थी। इन दो स्टेशनों के स्वचालित व्यापार के लिए सिग्नल महत्वपूर्ण हैं बीच परंपरागत सिग्नल प्रणाली से ट्रेनों की आवाजाही होती थी। अब इस मामले में पूरे रेलखंड पर एकरूपता हो गई है। इससे बेहतर तरीके से रेल परिचालन हो सकेगा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि स्वचालित ब्लाक सिग्नलिंग (एबीएस) ट्रेन की एक प्रणाली है जिसमें ट्रेनों की आवाजाही स्वचालित स्टाप सिग्नल द्वारा नियंत्रित होती है। इस तरह के सिग्नल ट्रेनों के गुजरने के बाद अपने आप संचालित होते हैं।
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