ए: हाँ, मुद्रास्फीति माल की कीमत को बढ़ाती है क्योंकि यह मुद्रा के मूल्य और क्रय शक्ति मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? को कम करती है।
मुद्रा के प्रमुख कार्य क्या-क्या हैं? मुद्रा किस प्रकार वस्तु विनिमय प्रणाली की कमियों को दूर करता है?
मुद्रा से तात्पर्य धनराशि से है जिसका उपयोग व्यक्ति अपनी दैनिक आवशयक्ताओं को पूरा करने के लिए करता है। मुद्रा का प्रयोग वस्तु विनिमय की कमियों को समाप्त करता है। अतः मुद्रा के बारे में हम उसके द्वारा किये जाने वाले कार्यों के आधार पर बात कर सकते हैं।
" मुद्रा से अभिप्राय किसी उस वस्तु से है जो सामान्य रुप से विनियम के माध्यम, मूल्य के माप, धन के संचय तथा ऋणों के भुगतान के रुप में की जाती है। जब से मुद्रा का प्रचलन हुआ है तब से मुद्रा ने वस्तु विनिमय प्रणाली के दोषों को दूर कर दिया है। "
मुद्रा के द्वारा ही हम प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय आय का अनुमान लगा सकते है।
मुद्रा के चार प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:
- विनिमय का माध्यम
- मूल्य का मापक
- भावी भुगतान का आधार
- मूल्य संचय।
मुद्रा के चार प्रमुख कार्य विनिमय का माध्यम, मूल्य का मापक, मूल्य संचय और भावी भुगतान का आधार है।
Explanation:
मुद्रा के चार प्रमुख कार्य विनिमय का माध्यम, मूल्य का मापक, मूल्य संचय और भावी भुगतान का आधार है।
मुद्रा के प्रयोग से वस्तु विनिमय प्रणाली की कमियों को निम्नलिखित तरीके से दूर किया जा सकता है:
विनिमय का माध्यम: मुद्रा विनिमय का एक उचित माध्यम है । लोग वस्तुओं को मुद्रा के बदले में बेचते और उससे मिली धनराशि का उपयोग अन्य वस्तुओं और सेवाओं के क्रय में करते है।
मुद्रा मूल्य का मापक: विभिन्न वस्तुओं की कीमत का मुद्रा के रूप में प्रस्तुत जा सकता है। ऐसा करने से दो वस्तुओं के सापेक्ष मूल्यों की तुलना आसानी से की जा सकती है।
और अधिक जाने:
मुद्रा के प्रमुख मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? कार्यों की विस्तृत विवेचना कीजिए।
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1. (a) A research study involves examining the adoption of clean energy by the population of a particular district in terms of number of houses with i … nstalled roof top solar panels. Which among quantitative and qualitative research designs would be appropriate in this case ? Give reasons for your answer.
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3.The market for lemon has 10 potential consumers, each having an individual demand curve P = 101-100i, where P is price in dollars per cup and Qi is … the number of cups demanded per week by the ith consumer.a) Find the market demand curve using algebrab) Draw an individual demand curve and the market demand curvec) What is the quantity demanded by each consumer and in the market as a whole when lemon is priced at P = मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? 200/cup?step by step Please
M0 M1 M2 M3 M4 मुद्रा की पूर्ति (Money Supply) के मापक
RBI (Reserve Bank of India) को कभी-कभी यह मूल्यांकन करना पड़ता है कि अर्थव्यवस्था में मुद्रा की आपूर्ति कहाँ-कहाँ व्याप्त है? अर्थव्यवस्था में विस्तृत मुद्रा का जो स्टॉक है, वह कैसे और कहाँ circulate हो रहा है? इस मूल्यांकन के बाद ही RBI मुद्रा आपूर्ति (money supply) को घटाने-बढ़ाने पर पॉलिसी बनाती है जिससे उसे अर्थव्यवस्था को overall monitor करने में मदद मिलती है. Money Supply को देखकर ही RBI existing policy में change लाती है और money supply मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? घटाती बढ़ाती है…Money Supply कैसे घटाती-बढ़ाती है, इसके लिए मैंने पहले भी आर्टिकल लिखा है, क्लिक करें.
इस टॉपिक पर आगे बात करने से पहले हमें मुद्रा आपूर्ति (money supply) के विषय में ठीक से जान लेना होगा. Money Supply अर्थव्यवस्था में प्रचलित (circulated) मुद्रा की मात्रा (amount of money) है. यहाँ पर मुद्रा का मतलब सिर्फ नोट और सिक्के से नहीं हुआ, इसमें बैंक में जमा किये गए Demand और Time Deposits, Post Office Deposits etc. शामिल हैं.
मुद्रास्फीति के कारण
एक भी, सहमत उत्तर नहीं है, लेकिन कई तरह के सिद्धांत हैं, जिनमें से सभी मुद्रास्फीति में कुछ भूमिका निभाते हैं:
मांग-मुद्रास्फीति के कारण
- विनिमय दर का मूल्यह्रास
- राजकोषीय प्रोत्साहन से अधिक मांग
- अर्थव्यवस्था के लिए मौद्रिक प्रोत्साहन
- अन्य देशों में तेजी से विकास
कॉस्ट-पुश मुद्रास्फीति के कारण
- की कीमतों में वृद्धिकच्चा माल और अन्य घटक
- बढ़ती श्रम लागत
- मंहगाई की उम्मीद
- उच्चतर अप्रत्यक्षकरों
- विनिमय दर में गिरावट
- एकाधिकार नियोक्ता/लाभ-पुश मुद्रास्फीति
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मुद्रास्फीति क्या है?
ए: मुद्रास्फीति वस्तुओं और सेवाओं की कीमत में वृद्धि और पैसे की घटती क्रय मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? शक्ति को संदर्भित करती है। पैसे की क्रय शक्ति के मुकाबले वस्तुओं और सेवाओं की कीमत में यह वृद्धि लंबी अवधि में मापी जाती है। मुद्रास्फीति को अक्सर प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है, और इसे आमतौर पर किसी देश की आर्थिक स्थिति के संकेतक के रूप में उपयोग किया जाता है।
2. मुद्रास्फीति के मुख्य प्रभाव क्या हैं?
ए: मुद्रास्फीति का मुख्य प्रभाव यह है कि एक निश्चित अवधि में वस्तुओं और सेवाओं की लागत में वृद्धि होगी। उदाहरण के लिए, मुद्रास्फीति के कारण समान वस्तुओं की लागत 20 वर्षों में दोगुनी हो सकती है। जब मुद्रास्फीति अधिक होती है, तो जीवन यापन की लागत बढ़ जाती है और मुद्रा की क्रय शक्ति कम हो जाती है। इसलिए, वस्तुओं और सेवाओं की लागत बढ़ जाती है।
मेमोरी बढ़ाने से लेकर ध्यान केन्द्रित करने तक, सब कर सकती है हाकिनी मुद्रा, जानिए इसके बारे में सब कुछ
जानिए हाकिनी मुद्रा के मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? फायदे। चित्र : शटरस्टॉक
बढ़ती उम्र के साथ शरीर कमजोर होता है यह हम सभी जानते हैं। इसके साथ ही शरीर की कार्य प्रणाली उतनी अच्छी नहीं रह जाती है। बढ़ी उम्र का सबसे ज़्यादा प्रभाव हमारे मस्तिस्क पर पड़ता है। इसलिए हम अक्सर देखते हैं कि हमारे एजिंग पेरेंट्स या ग्रैंड पेरेंट्स अक्सर मेमोरी लॉस (Memory Loss) की समस्या से गुजरते हैं। उन्हें एक चीज़ पर फोकस करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए आज इस लेख में हम एक ऐसी मुद्रा के बारे में बताने जा रहे हैं जो ब्रेन के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। आज हम बात करने वाले हैं हाकिनी मुद्रा के बारे में।
क्या है हाकिनी मुद्रा?
हाकिनी मुद्रा (Hakini Mudra) हाथ की एक मुद्रा है जिसका नाम एक हिन्दू देवी हकीनी के नाम पर रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि देवी हाकिनी तीसरे नेत्र (Third Eye) की देवी हैं। इसलिए यह मुद्रा उनको समर्पित है। इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि यदि इस मुद्रा को नियमित रूप से किया जाए तो यह फोकस बढ़ाने में मदद कर सकती है।
हकीनी मुद्रा एक हस्त मुद्रा है, जिसका अर्थ है कि इसे हाथों से किया जाता है। इसका अभ्यास सुखासन (Sukhasan) या पद्मासन (Padmasana) जैसी किसी भी मुद्रा में बैठकर, किया जा सकता है।
जानिए आप कैसे कर सकती हैं हाकिनी मुद्रा
पद्मासन या वज्रासन किसी भी आरामदायक पोजीशन में बैठ जाइए।
अब आराम से अपनी आंखें बंद करें और ऊपर की ओर तीसरे नेत्र की तरफ यानी आइब्रो के बीच केन्द्रित करें।
अब धीरे-धीरे और लगातार सांस लें। बाहरी दुनिया को चेतना से मन को हटाकर, अपना ध्यान श्वास पर क्रेंद्रित करें।
फिर अपने हाथों को घुटनों या जांघों पर इस तरह ले आएं कि दोनों हथेलियां ऊपर की ओर हों।
धीरे-धीरे दोनों मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? हाथों को छाती के स्तर पर एक दूसरे के सामने उठाएं और एक – एक उंगली की टिप को दूसरे हाथ से छूने का प्रयास करें।
तीसरी आंख पर ध्यान क्रेंद्रित करते हुए। अपनी जीभ को तालू पर रखें। तालू को छूने के लिए सांस अंदर लें और सांस छोड़ते हुए छोड़ें।
हकीनी मुद्रा में दोनों हाथों की पांचों अंगुलियों का मेल है। और ये पांच अंगुलियां पांच तत्वों को दर्शाती हैं:
छोटी उंगली – जल तत्व
अनामिका – पृथ्वी तत्व
मध्यमा उंगली – ईथर
तर्जनी – वायु तत्व
अंगूठे की उंगली – अग्नि तत्व
यह मुद्रा आपकी स्मरण शक्ति, एकाग्रता और ध्यान बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
इस मुद्रा में गहरी सांस लेने से मस्तिष्क को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ जाती है। इसलिए, इससे हमारे कामकाज और ब्रेनपावर में सुधार होता है।
हकीनी मुद्रा तार्किक शक्ति और रचनात्मक पहलुओं को समझने में मदद करती है।
यह मुद्रा ध्यान, सतर्कता और जिज्ञासा के गुणों को सक्रिय करती मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? है।
यह मुद्रा करने से आपको तनाव, चिंता, अवसाद आदि जैसे विभिन्न मनोवैज्ञानिक मुद्दों पर काबू पाने में मदद मिलती है।
सात्विक जीवन शैली का पालन करते हुए इस मुद्रा का अभ्यास करने से आपको अपनी स्पिरिचुअल जर्नी में मदद मिलती है।
डिजिटल करेंसी कैश से कितनी अलग होगी (How Different will Digital Currency Be From Cash)
यदि हम डिजिटल करेंसी को साधारण भाषा में समझे तो यह हमारे पास मौजूद धन का इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा, जिसे हम सहूलियत के अनुसार अपनें फोन, कंप्यूटर-लैपटॉप की सहायता से लेन-देन कर सकेंगे| डिजिटल मुद्रा का इस्तेमाल बिल्कुल नगद धन की तरह ही किया जा सकेगा, बस फर्क यह होगा यह आपके पास नगद के रूप में न होकर इलेक्ट्रॉनिक रूप होगा|
यदि आप किसी को भुगतान करना चाहते है, तो आप इसे अपनें फोन से बड़ी सरलता से कर सकते है| जिस प्रकार जब आप कोई सामान दूकान से खरीदते है, तो आप दुकानदार को डायरेक्ट पैसे देते है ठीक उसी प्रकार डिजिटल करेंसी द्वारा भुगतान करनें या लेनदेन में बैंक की मध्यस्थता नहीं होगी|
डिजिटल करेंसी के फायदे (Advantages of Digital Currency)
डिजिटल मुद्रा अर्थात क्रिप्टो करेंसी की खासियत यह होगी कि लोगो को इसके गुम हो जानें या चोरी हो जानें का भय नहीं होगा| जिस प्रकार लोगो को अधिक नगद मुद्रा क्या है और इसके कार्य क्या है? कैश ले जानें पर खतरा काफी अधिक होता है, इसमें ऐसा कुछ नहीं होगा| एक तरह से देखा जाये तो लोगो की सुरक्षा की दृष्टि से यह लोगो के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा|
यदि हम कैश की बात करें, तो कोई व्यक्ति किसी शख्स को कितना कैश देता है, तो उसका कोई भी आकड़ा सरकार के पास नहीं होता है, जिसके कारण इसे ट्रैक करना बहुत ही कठिन काम हो जाता है। डिजिटल करंसी में लेन-देन करनें पर इसकी ट्रैकिंग बहुत ही आसान हो जाएगी। जिसके परिणाम स्वरुप कालेधन पर लगाम लग सकेगी| इसके साथ ही टैक्स चोरी भी कम हो जाएगी|
फ़ास्ट ट्रांसक्शन (Fast Transaction)
डिजिटल मुद्राएं या क्रिप्टो करेंसी पारंपरिक वित्तीय संस्थानों के माध्यम से किए गए लेनदेन की तुलना में काफी फ़ास्ट होती हैं। उदाहरण के लिए यदि हम विदेश में अपने किसी फैमिली मेम्बर को पासी ट्रान्सफर करते है, तो रिसीवर के अकाउंट में पैसे पहुँचने में कभी-कभी 24 घंटे या उससे अधिक समय लग जाता है| लेकिन डिजिटल करेंसी को ट्रान्सफर करने में मात्र कुछ सेकेंड्स का समय लगता है|
आपके खाते में पैसा आपका है, इसके बावजूद बैंकों द्वारा आपसे एटीएम शुल्क, ट्रान्सफर फीस, ट्रान्सफर फीस और क्लोजिंग फीस ली जाती है | हालाँकि विदेश में अपना पैसा खर्च करने के लिए अक्सर शुल्क भी लगता है। जबकि डिजिटल करेंसी पर आपका पूर्ण स्वामित्व होता है और इसका इसका उपयोग बिना किसी शुल्क का भुगतान किये बिना आप अपनी इच्छानुसार कर सकते हैं |<
पेमेंट ट्रैकिंग की सुविधा (Payment Tracking Facility)
क्रिप्टो करेंसी को मुख्य रूप से पारदर्शिता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी जो ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करती हैं। इसका मतलब है, कि आप देख सकते हैं कि आपका पैसा हर लेनदेन के बाद कहां है।
सामान्य तरीके से ऑनलाइन सामान ख़रीदने का अर्थ है, कि आपके व्यक्तिगत और भुगतान विवरण कंपनियों द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं, जिससे कभी भी चोरी हो जाने पर धोखाधड़ी की पूरी संभावना बनी रहती है । जबकि डिजिटल करेंसी के माध्यम से लेनदेन करनें में आपकी व्यक्तिगत जानकारी को कभी भी साझा करने की आवश्यकता नहीं होती है।
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