By: ABP Live | Updated at : 14 Nov 2022 04:29 PM (IST)

Investment plans for child education

बच्चों के भविष्य के लिए कैसे करें एजुकेशन की फाइनेंशियल प्लानिंग

नई दिल्ली. आज के दौर में हर माता-पिता अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य चाहते हैं और इसके लिए वे अपनी ओर से पूरी कोशिश भी करते हैं। अवीवा और आईएमआरबी के एजुकेशन इनसाइट्स सर्वे के मुताबिक, भारतीय पैरंट्स के लिए शिक्षा में निवेश करना सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है।


भारतीय पैरंट्स की नजर जिन दो मुद्दों पर सबसे ज्यादा रहती है, उसमें बच्चों की शादी और भविष्य में उनके लिए कोई उद्यम खड़ा करना शामिल है। इस सर्वे से पता चलता है कि बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने वाले पैरंट्स में से 81 फीसदी की चिंता सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें पढ़ाई से जुड़ी होती है। साथ ही, करीब 47 फीसदी पैरंट्स उच्च शिक्षा की बढ़ती लागत को लेकर भी काफी चिंतित हैं। इसकी वजह से तेजी से बढ़ती मुद्रास्फीति है। भारतीय माता-पिता मानते हैं कि बच्चों की शिक्षा के लिए शुरू से ही सही योजना बनाने की जरूरत होती है।

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By: ABP Live | Updated at : 29 Nov 2022 05:40 PM (IST)

शिक्षा के लिए निवेश (फाइल फोटो)

Investment Planning: महंगाई बढ़ने के साथ ही शिक्षा भी महंगी हो चुकी है. देश में एक इंजिनियरिंग डिग्री हासिल करने के लिए 6 से 12 लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि प्राइवेट काॅलेज से यह डिग्री लेने पर 15 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं. वहीं MBBS का कोर्स या मेडिकल फिल्ड में अन्य डिग्री (Higher Education) लेने में कम से कम 25 लाख रुपये तक खर्च हो सकते हैं. इसके अलावा MBA डिग्री के लिए 15 लाख रुपये फीस लग सकता है. ऐसे में महंगाई बढ़ने के साथ ही भविष्य में हायर एजुकेशन लेना और महंगा हो सकता है.

अगर आप आपने बच्चे को उच्च शिक्षा (Higher Education) देना चाहते हैं तो आज की तुलना में और अधिक फंड जुटाना पड़ेगा, जिसे आप केवल सेविंग करके जमा (Saving Scheme) नहीं कर सकते हैं. इसके लिए आपको निवेश की योजना (Investment Planning) बनानी होगी. अगर आप सही तरीके से निवेश की प्लानिंग करते सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें हैं तो फ्यूचर में अपने बच्चों को उच्च शिक्षा बिना किसी परेशानी दे सकते हैं.

रियल एस्‍टेट में निवेश

निवेश के लिए रियल एस्टेट जैसे विकल्‍प का चुनाव करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब आपको इसकी वास्तविक जरूरत पड़े, उसके दो साल पहले इससे निकलना होगा. इससे आपके पास नकारात्मक ग्रोथ से निकलने का वक्त होगा. उदाहरण के तौर पर अगर आपको बच्चे की शादी के लिए पैसे चाहिए तो आप उस जमीन या मकान को तभी बेच दें जब वह कॉलेज में हो और इस पैसे को कम जोखिम वाले विकल्‍प जैसे डेट फंड में लगा दें.

बच्चे के लिए कम अवधि वाले लक्ष्यों में स्कूल की पढ़ाई, एक्स्ट्रा करिकुलर कोर्स, ट्रेनिंग, देश में होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेना शामिल है. कम अवधि के लक्ष्यों के लिए आपको ऐसे फंड में निवेश करना चाहिए जिसमें लिक्विडिटी हो. ऐसे लक्ष्यों के लिए सेविंग बैंक डिपॉजिट, शॉर्ट टर्म एफडी बेहतर रहते हैं क्योंकि इसके वास्तविक मूल्य पर रिटर्न सुनिश्चित होता है.

सही निवेश योजना का चयन

केवल निवेश विकल्‍प का चुनाव करना ही काफी नहीं है, अपनी आय का ध्यान रखते हुए आपको जोखिम, लिक्विडिटी, कैपिटल एप्रिसिएशन जैसे पहलुओं पर भी गौर करना चाहिए. इसी आधार पर निवेश विकल्‍प का चुनाव करने में समझदारी है. निवेश से आपको इतना रिटर्न मिलना चाहिए जिससे समय के साथ आपकी सभी जरूरतें पूरी हो सकें. आपको ऐसे निवेश से बचना चाहिए जिसमें जोखिम ज्यादा हो. ऐसे प्लान का चुनाव करने से आपको फायदा नहीं होगा, इसके उलट आपका जोखिम बढ़ेगा.

अपने बच्चे को वित्तीय रूप से सुरक्षित रखने के लिए इंश्योरेंस सटीक जरिया है. आपके पास उपयुक्त राशि और अवधि को कवर करने वाला टर्म प्लान जरूर होना चाहिए . इस टर्म सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें प्लान के जरिए आपको वार्षिक आय का कम से कम 10 से 12 गुना कवर लेना चाहिए. साथ ही इसमें आपको अपनी देनदारी का ख्याल भी रखना होगा.

बच्‍चों के लिए निवेश के अन्य विकल्‍प

आप ऐसी जगह सेविंग अकाउंट खोल सकते हैं जहां ब्याज की कंपाउंडिंग होती है. इससे आपको और बेहतर रिटर्न मिलेगा. अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो यह भी अच्छा है क्योंकि यह काफी सिस्टमेटिक होते हैं, साथ ही अन्य इंस्ट्रूमेंट के मुकाबले सस्ते भी. आप बैलेंस्ड ओपन एंडेड स्कीम का चुनाव कर सकते हैं जिससे ज्यादा लिक्विडिटी मिलेगी और क्लोज्ड एंडेड स्कीम से लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए पैसे बचाने में मदद मिलेगी. जब आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने का फैसला करें तो याद रखना चाहिए कि अगर इक्विटी में ज्यादा निवेश किया जाएगा तो इससे आपका जोखिम बढ़ेगा. हालांकि, यह इस पर भी निर्भर करता है कि आपने निवेश लंबी अवधि के लिए किया है या छोटी अवधि के लिए. लंबी अवधि के निवेश में इक्विटी से जुड़ा जोखिम कम हो जाता है.

सोने में निवेश करना भी एक अच्छा विकल्‍प है क्योंकि इसके बगैर कोई भारतीय शादियां शायद ही पूरी होती हैं. आप इसके लिए गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते है या फिर भौतिक सोना भी खरीद सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज पर भी इसकी खरीदारी की जा सकती हे. इससे आपका सोना भी सुरक्षित रहता है और आपको लिक्विडिटी भी मिलती है.

35 साल में 1.25 लाख रुपये कमा रहे, घर खरीदने-बच्‍चों की पढ़ाई सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें और रिटायरमेंट के लिए कैसे करें निवेश? यहां समझिए पूरा गणित

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छोटे निवेशकों के लिए अपना फाइनेंशियल गोल पूरा करने के लिए सबसे बेस्‍ट तरीका सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान यानी एसआईपी को ही माना जाता है. एसआईपी में अधिकतर लोग 5 से 10 हजार रुपये हर महीने का निवेश करते हैं. हर महीने एसआईपी के जरिए इतने रुपये का निवेश आपको रेगुलर बचत का अनुभव तो दे सकता है, लेकिन फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए यह रकम पर्याप्‍त नहीं है. ऐसे में आपके लिए जरूरी है कि आप एसआईपी में सही रकम का निवेश करें ताकि इससे आपके फाइनेंशियल गोल पूरे हो सकें.

भविष्‍य में आने वाले बड़े खर्च का आकलन

आपको आने वाले समय में कुछ फाइनेंशियल गोल भी पूरे करने होंगे. जैसे- 5 साल बाद घर खरीदने के लिए करीब 15 लाख रुपये का डाउन पेमेंट. 14 साल बाद बच्‍चे की उच्‍च श‍िक्षा के लिए 50 लाख रुपये, 25 साल बाद रिटायरमेंट के समय के लिए 5 करोड़ रुपये आदि. अगर आप इन लक्ष्‍य को पूरा करने के लिए कुछ कैलकुलेशन करेंगे तो पाएंगे सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें कि 5 साल बाद डाउन पेमेंट के लिए डेट फंड में हर महीना 19 से 21 हजार रुपये का निवेश करना होगा.

इसी प्रकार बच्‍चे की उच्‍च शिक्षा के लिए 14 साल बाद 50 लाख चाहिए तो इ‍क्विटी और डेट फंड में 60 और 40 के अनुपात में 14 से 15 हजार रुपये हर महीने का निवेश करना होगा. इसके अलावा 25 साल बाद 5 करोड़ रुपये के रिटायरमेंट फंड के लिए आपको इक्विटी और डेट फंड में 60 और 40 के अनुपात में हर महीने 42 से 43 हजार रुपये का निवेश करना होगा. लेकिन इसे लेकर आपकी समस्‍या है कि आपके पास केवल 50 हजार रुपये का ही सरप्‍लस फंड है. आपको कम से कम हर महीने 75 हजार रुपये का सरप्‍लस फंड चाहिए.

फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए कैसे करें भविष्‍य के सरप्‍लस फंड का इस्‍तेमाल

अब यहां आपको समझना है कि रिटायरमेंट गोल को पूरा करने के लिए पर्याप्‍त निवेश नहीं कर पा रहे हैं और 5 साल बाद घर का डाउन पेमेंट पूरा कर लेंगे. 5 साल बाद आपके पास हर महीने 20,000 रुपये बचने लगेंगे, लेकिन साथ में होम लोन की ईएमआई भी शुरू हो जाएगी. ऐसे में आप इस सरप्‍लस का इस्‍तेमाल भी नहीं कर पाएंगे. बच्‍चे की पढ़ाई की फंडिंग 14 साल में पूरी हो जाएगी और आपके पास रिटायरमेंट में 11 साल बचे होंगे. ऐसे में 14 साल बाद आपके पास 10,0000 रुपये का और सरप्‍लस फंड उपलब्‍ध हो जाएगा.

यह भी है कि समय के साथ आपकी सैलरी भी इस दौरान बढ़ेगी और आप इसी हिसाब से एसआईपी में अपने निवेश को भी बढ़ा पाएंगे. समय के साथ एसआईपी में निवेश आपकी फाइनेंशियल लक्ष्‍य को पूरा करने में मदद कर सकता है. लेकिन, यह भी ध्‍यान रहे कि समय-समय पर अपने निवेश और पोर्टफोलियो का आकलन भी जरूर करें.

1) म्यूचल फंड्स में करें निवेश

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अगर आप अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले एक लिस्ट को तैयार करना चाहिए जिसमें आपको यह पता सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें रहें कि कौन से टाइप के म्यूचल फंड्स से आपके बच्चें की पढ़ाई में फायदा होगा।आपको बता दें कि बच्‍चे की पढ़ाई के लिए म्‍यूचुअल फंड का चुनाव करना बहुत आसान काम नहीं है।

अगर आप सही निवेश शिक्षा का चुनाव कैसे करें सही चुनाव करेंगे तभी आपके बच्चें की पढ़ाई में आर्थिक सहायता आपको मिल पाएगी। ध्यान रखें कि जब भी आप म्‍यूचुअल फंड का चुनाव करें तो उसकी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन का भी ध्यान रखें कि कितना खर्च आपको उसमें करना होगा और फिर उस हिसाब से ही निवेश करने की प्लानिंग करें।

2)पीपीएफ अकाउंट से मिलेगा फायदा

पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ में अगर आप निवेश करते हैं तो इससे भी आपके बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसों की सहायता हो सकती है। आपको बता दें कि आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट भी मिलती है।

इसके अलावा आप अपने बच्चे के नाम का भी दूसरा पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं जिसे पीपीएफ चाइल्ड अकाउंट भी कहा जाता है और उसमें आप मैक्सिमम 1.5 लाख तक का निवेश कर सकते हैं। इस तरह के प्लान की मदद से आपके बच्चे की पढ़ाई में मदद हो सकती है।

3)इसमें करें निवेश

आपको बता दें कि कई लोग फिक्स्ड डिपॉजिट( एफडी ) में भी अपने बच्चों के लिए सेविंग करते हैं। आपको बता दें कि अगर आपके बच्चे की उम्र 5 से 10 साल तक की है तो आप एफडी कर सकते हैं। इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना में भी निवेश कर सकते हैं।

इसमें आपके बच्चे को 18 साल की उम्र के बाद जो पैसे आपने निवेश करें होते हैं वह मिलते हैं जिसका इस्तेमाल वह पढ़ाई के लिए कर सकते हैं। एलआईसी की मनी बैक पॉलिसी और जीवन तरुण प्लान में भी आप अपने बच्चे की पढाई के लिए निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में भी निवेश करने का भी एक अच्छा तरीका हो सकता है।

इन सभी तरह से आप अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश कर सकते हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

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