जिस तरह आपकी salary, आपके सेविंग्स अकाउंट में आती है ठीक उसी प्रकार जितने भी शेयर्स आप खरीदते हैं वे सब डीमैट अकाउंट में आते हैं ।
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।
डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।
आज के समय में कोई पेपर वर्क नहीं होती है और न डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं ही कोई भैतिक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसलिए जब आप कंपनी X के शेयर खरीदते हैं, तो आपको जो भी मिलता है, वह आपके डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में एंटर हो जाता है। डीमैट एकाउंट को ऐसे ही आसान शब्दों में आप समझ गए होंगे।
यदि आप आज शेयर बाजार (एनएसई और बीएसई) या किसी अन्य सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो डीमैट अकाउंट अनिवार्य है. आपके द्वारा किए जाने वाले ट्रेड और लेनदेन के इलेक्ट्रॉनिक सेटेलमेंट के लिए डीमैट अकाउंट नंबर अनिवार्य है.
डीमैट अकाउंट कैसे प्राप्त करें?
जब आप डीमैट अकाउंट के बारे में जान गए हैं, तो आइए जानते है डीमैट अकाउंट कैसे खोला जा सकता है। आप डीमैट अकाउंट नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL ) या सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) के साथ खोल सकते हैं। ये डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (DP) एजेंट नियुक्त करती हैं, जो स्वंय और इन्वेस्टर्स के बीच मध्यस्थ के रूप में काम करती है। उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैंक एक डीपी है, जिसके साथ आप डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। स्टॉकब्रोकर और फाइनेंसियल इंस्टीटूशन भी डीपी है। आप उनके साथ भी डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
जिस तरह से एक बैंक अकाउंट में पैसा होता है, उसी तरह से एक डीमैट अकाउंट आपके इन्वेस्टमेंट को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखता है, जो लैपटॉप या स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के साथ आसानी से एक्सेस हो सकता है। जिसको एक्सेस करने के लिए आपके पास एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड होना चाहिए। हालांकि, बैंक अकाउंट के विपरीत, आपके डीमैट अकाउंट में किसी भी प्रकार का 'न्यूनतम बैलेंस' होना आवश्यक नहीं है।
आप किसी भी डिपॉजिटर्स की वेबसाइट पर जाकर उनकी डीपी की सूची प्राप्त कर सकते है। जिसके साथ आप डीमैट एकाउंट खोलना चाहते है। डीपी का चुनाव उनके वार्षिक शुल्क पर निर्भर होना चाहिए।
यह ध्यान देना चाहिए डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं कि आप एक से अधिक डीमैट एकाउंट को एक डीपी के साथ न जोड़े। क्योंकि एक पैन कार्ड को कई डीमैट अकाउंट के साथ जोड़ा जा सकता है।
डीमैट अकाउंट का विवरण
आपका डीमैट अकाउंट खुलने के बाद सुनिश्चित करें, कि आपको अपने डीपी से निम्न विवरण प्राप्त किया :
डीमैट अकाउंट नंबर : सीडीएलएस के तहत यह बेनिफिशियरी आईडी' के रूप डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं में जाना जाता है। यह मुख्यत 16 कैरेक्टर का मिश्रण है।
डीपी आईडी : यह आईडी डिपॉजिटर प्रतिभागी को दी जाती है। जो आपके डीमैट अकाउंट नंबर का हिस्सा है।
पीओए नंबर : यह पावर ऑफ अटॉर्नी एग्रीमेंट का हिस्सा है, जहां एक इन्वेस्टर दिए गए निर्देशों के अनुसार स्टॉक ब्रोकर को अपने अकाउंट को संचालित करने की अनुमति देता है।
ऑनलाइन एक्सेस के लिए आपको अपने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स पर एक यूनिक लॉगिन आईडी और पासवर्ड भी मिलेगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
डीमैट अकाउंट एक ट्रेडिंग अकाउंट के साथ होता है. जो शेयर बाजार में शेयर खरीदने औऱ बेचने के लिए जरूरी है. उदाहरण के रूप में एचडीएफसी बैक का एक डीमैट अकाउंट 3 इन 1 होता है, जिसमें सेविंग, डीमैट और ट्रेडिंग तीनों को जोड़ा जाता है.
लोग कभी-कभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच कंफ्यूज होते हैं कि वे एक जैसे नहीं हैं। एक डीमैट एकाउंट में आपके नाम के शेयरों और अन्य सिक्योरिटीज का विवरण होता है। शेयर खरीदने और बेचने के लिए, आपको एक ट्रेडिंग एकाउंट खोलना होगा। कई बैंक और ब्रोकर ऑनलाइन ट्रेडिंग सुविधाओं के साथ ट्रेडिंग एकाउंट की पेशकश करते हैं, जिससे आम इन्वेस्टर्स के लिए शेयर मार्केट में भाग लेना आसान हो जाता है।
डीमैट अकाउंट के प्रकार
अब हम डीमैट अकाउंट की परिभाषा समझ गए हैं। तो आइए डीमैट अकाउंट के प्रकारों को देखें। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार हैं:
रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह उन भारतीय नागरिकों के लिए है जो, देश में रहते हैं।
रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: इस तरह का डीमैट अकाउंट प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए है, जो विदेशों में फंड ट्रांसफर करने सक्षम बनाता है। हालांकि, इस तरह के डीमैट अकाउंट को एनआरई बैंक अकाउंट से लिंक करने की जरूरत है।
नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट: यह भी एनआरआई के लिए है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट के साथ, विदेशों में फंड ट्रांसफर करना संभव नहीं है। साथ ही इसे एनआरओ बैंक अकाउंट से भी लिंक कराना होगा।
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* इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य है और यह केवल सूचना के प्रयोजनों के लिए है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है।
डीमैट अकाउंट क्या होता है ? यह क्यों ज़रूरी है ?
हमें सब्जी खरीदनी हो तो हम सब्जी मंडी जाते हैं, मोबाइल, लैपटॉप या टीवी लेना हो तो इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट जाते हैं परन्तु यदि हमें शेयर खरीदना हो तो हम कहाँ जाएँ ? शेयर मार्केट में बैल, भालू, कछुआ किस मानसिकता को दिखाते हैं ? क्या होता है IPO ? क्यों कोई भी कंपनी IPO लाकर ही बाज़ार से पैसा उठाती है ? शेयर मार्केट कैसे काम करता है ? इन सब प्रश्नों के उत्तर आपको नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके मिल जाएंगे । मैं यहाँ इसलिए इनके उत्तर नहीं दे रहा हूँ जिससे जिनको यह सब पता हो उनका समय बर्बाद न हो । नीचे दिए हुए लिंक पर जाकर, जानकारी लेकर आप पुनः यहाँ आ सकते हैं क्यूंकि मैंने उस पोस्ट के नीचे इस पोस्ट का लिंक डाल दिया है ।
अब हम जानेंगे डीमैट अकाउंट के बारे में ।
जिस तरह आपकी salary, आपके सेविंग्स अकाउंट में आती है ठीक उसी प्रकार जितने भी शेयर्स आप खरीदते हैं वे सब डीमैट अकाउंट में आते हैं ।
डीमैट अकाउंट आपके लिए हुए शेयर्स तथा उनकी कीमत अभी बाज़ार में क्या है, वह सब आपको दिखाता है ।
अब डीमैट अकाउंट खुलवाना कितना सुरक्षित है यह भी जान लीजिये ?
डीमैट अकाउंट को NSDL जो एक सरकारी संस्था है, उसका संरक्षण प्राप्त है इसीलिए यह अकाउंट बिलकुल सुरक्षित है ।
डीमैट अकाउंट कहाँ से खुलवाएं ?
आप डीमैट अकाउंट किसी भी स्टॉक ब्रोकर जैसे Paytm Money, Groww, Upstox, Zerodha, Angel One, इत्यादि किसी से भी खुलवा सकते हैं ऑनलाइन ही । बस आपको इनका app load करना है अपने फ़ोन पर ।
डीमैट अकाउंट खुलवाने से पहले यह ज़रूर ध्यान दें कि आपने अच्छी तरह से रिसर्च कर लिया हो कि आप किस प्लेटफार्म से अपना अकाउंट खुलवाना चाहते हैं और क्यों ?
मैं यहाँ भी रिसर्च करके आपको सारी जानकारी दे सकता था कि आपको कहाँ अपना डीमैट अकाउंट खुलवाना चाहिए ?
पर क्यूंकि यह आपका अपना स्वयं का निर्णय होना चाहिए इसीलिए मैं हस्तक्षेप नहीं कर रहा हूँ । और दूसरा कारन यह है कि सभी पलटफॉर्मस अच्छे हैं।
ये प्लेटफॉर्म्स कुछ फीस आप से लेते हैं जब आप ट्रेडिंग (Trading) करते हैं । ट्रेडिंग यानी जब आप शेयर्स खरीदते हैं तब ये कोई फीस आप से नहीं लेंगे परन्तु जब आप अपने शेयर्स को बेचेंगे जो इन्हीं के platform से ही आप करेंगे तब ये बहुत ही छोटी सी फीस आपसे लेंगे ।
इसको ऐसे समझिये जैसे आप जब Paytm का प्रयोग करते हो अपना मोबाइल रिचार्ज करने के लिए तब Paytm आपसे 1 रूपए की सर्विस चार्ज लेता है । ठीक ऐसे ही आपसे जब आप ट्रेडिंग करेंगे तब ये प्लेटफार्म आपसे फीस लेंगे जो कि बहुत कम होगी ।
तो डीमैट अकाउंट खुलवाना सबसे पहला काम है जो आपको करना पड़ेगा यदि आप किसी भी कंपनी के शेयर्स खरीदना चाहते हैं तो । क्यूंकि आपके लिए हुए सभी शेयर्स आपके डीमैट अकाउंट में ही आएंगे ।
अब डीमैट अकाउंट खुलवाने के बाद आपको अपना पहला शेयर कैसे डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं खरीदना है और किन गलतियों से आपको बचना है शेयर मार्केट में उतरने से पहले, यह सारी जानकारी आपको नीचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके मिल जाएगी ।
Post Office Saving Schemes: घर बैठे खोल सकते हैं पोस्ट ऑफिस एफडी अकाउंट, यहां जानिए इसका प्रोसेस
Post Office Saving Schemes: पोस्ट ऑफिस में यदि आप एक वर्ष के लिए पैसा लगाते हैं, तो आपको 5.50% की दर से ब्याज मिलता है। दो साल की एफडी पर 5.70% की ब्याज दर है। 3 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.80% ब्याज दर है।
Post Office Saving Schemes: पोस्ट ऑफिस निवेश आम जनता के बीच लोकप्रिय है। डाकघर सुरक्षित और अच्छा रिटर्न निवेश प्रदान करता है। पोस्ट ऑफिस की ब्याज दरें भी अच्छी हैं। यदि आप पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट करना चाहते हैं, तो घर बैठे कर सकते हैं। अब ऑनलाइन एफडी अकाउंट खुलवाया जा सकता है। इसके लिए आपको डाक घर जाने की भी जरूरत नहीं है। पोस्ट ऑफिस में एक से पांच साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम की सुविधा है। पोस्ट ऑफिस में हर अवधि के लिए अलग ब्याज दरें तय होती है। इस हिसाब से निवेशकों को इन FD में फायदा मिलता है।
पोस्ट ऑफिस में यदि आप एक वर्ष के लिए पैसा लगाते हैं, तो आपको 5.50% की दर से ब्याज मिलता है। दो साल की एफडी पर 5.70% की ब्याज दर है। 3 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.80% और 5 साल की सावधि जमा पर 6.70% ब्याज दर है। अगर आप भी पोस्ट ऑफिस में निवेश करना चाहते हैं तो डाकघर जाने की जरूरत नहीं है। इसे आप घर से कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस में FD खाता कैसे खोलें?
- पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट खोलने की सुविधा इंट्रा-ऑपरेबल नेटबैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से प्रदान की जाती है।
- रजिस्टर्ड यूजर आईडी और पासवर्ड से https://ebanking.indiapost.gov.in पर लॉग ऑन करें।
- जनरल सर्विसेज विकल्प में जाकर सर्विस रिक्वेस्ट पर क्लिक करें।
- न्यू रिक्वेस्ट डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं ऑप्शन पर जाएं और फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोलने के लिए अप्लाई करें।
- अब आपको मांगे गए दस्तावेज अपलोड करने होंगे।
- पूरी प्रक्रिया होने के बाद आवेदन का वेरिफिकेशन किया जाएगा।
- सत्यापन होने के बाद आपका एफडी अकाउंट खोल दिया जाएगा।
डाकघर में जाकर कैसे अकाउंट खुलवाएं?
यदि आपको एफडी खाता ऑनलाइन खोलने में परेशानी आ रही है, तो यह ऑफलाइन भी खोला जा सकता है। इसके लिए आपको सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ निकटतम पोस्ट ऑफिस शाखा में जाना होगा। वहां आपको एफडी खोलने के लिए संबंधित अधिकारी से जरूरी जानकारियां हासिल करनी होंगी। आप आवश्यक डॉक्यूमेंट्स जमा करके अपना एफडी खाता खुलवा सकते हैं।
जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खोले 2022
जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खोले 2022 zero balance account kaise khole : आज बैंकों में खाताधारकों से मिनिमम बैलेंस, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, चेक बुक के नाम चार्ज लिए जाते है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बैंक में अकाउंट रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। अगर आपकी कम बैंकिंग जरूरतें है और आप बैंक में छोटा अकाउंट रखना चाहते है तो जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट ओपन कर सकते है।
अधिकांश बैंकों में शून्य या जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट खोलने की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है, जिसके कारण वे अपना खाता खुलवा नहीं डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं पाते। इसलिए यहाँ हम स्टेप by स्टेप बहुत सरल तरीके से बता रहे है कि जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट क्या है और अपना जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खोलें ? हमने जीरो बैलेंस अकाउंट की सम्पूर्ण जानकारी यहाँ दिया है। आप इसे ध्यान से पढ़िए।
संक्षिप्त जानकारी –
जीरो बैलेंस अकाउंट खोलने के लिए नजदीकी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में जाइये। इसके बाद सम्बंधित बैंक अधिकारी से Basic Savings Bank Deposit Account (BSBD) ओपन करने का फॉर्म मांगिये। फिर एप्लीकेशन फॉर्म को सही से भरें। इसके बाद जरुरी सभी दस्तावेज जैसे – आधार कार्ड या पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस की स्वप्रमाणित फोटोकॉपी लगा दें। साथ में आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो भी जरूर लगाएं। तैयार किये गए आवेदन फॉर्म को बैंक में जमा कर दें। निर्धारित प्रक्रिया पूरा होने के बाद आपका जीरो बैलेंस अकाउंट खुल जायेगा।
जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट ऑनलाइन खोलने की स्टेप by स्टेप पूरी जानकारी सरल तरीके से यहाँ बताया गया है। आप इसे ध्यान से पढ़िए –
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट (Post Office Recurring Deposit) में निवेश से मिलता है गारंटीड रिटर्न, जानें और फायदे
Post Office Recurring Deposit-RD: पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट में निवेशक हर महीने थोड़ा-थोड़ा करके पैसा जमा कर सकता है और पैसा जमा करने का ये सिलसिला 5 साल तक डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं चलता है. इन 5 साल के दौरान ब्याज दर में बदलाव नहीं होता है और निवेशक ने जिस दर पर अकाउंट खुलवाया होता है वही ब्याज उसे पूरे पांच साल डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं मिलता है. 5-Year Recurring Deposit Account (5-वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता) को सिर्फ 5 साल के लिए ही खुलवाया जा सकता है. एक बार 5 साल की अवधि पूरी होने के बाद इसे दोबारा 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं. कुल मिलाकर 10 साल तक Post Office RD Account को जारी रखा जा सकता है. निवेशक अपने पति, पत्नी, संतान, अभिभावक या परिचित के साथ संयुक्त रूप से इस अकाउंट को खोल सकता है. पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट के लिए कितने भी खाते खोले जा सकते हैं.
कैसे खोल सकते हैं अकाउंट
Indiapost की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट नकद या चेक द्वारा खोला जा सकता है और चेक की जमा की तारीख चेक की मंजूरी की तारीख होगी. मासिक जमा के लिए न्यूनतम राशि 100 रुपये और उससे अधिक न्यूनतम में 10 रुपये के गुणांक में कर सकते हैं. यदि कैलेंडर माह की 15 तारीख तक खाता खोला जाता है, तो बाद में माह के 15वें दिन तक जमा किया जाएगा. अगर खाता एक कैलेंडर माह के 16 वें दिन और अंतिम कार्यदिवस के बीच खोला जाता है तो बाद में माह के के अंतिम कार्य दिवस तक जमा किया जाएगा.
किस्त में देरी पर ये है जुर्माने का नियम
यदि बाद में जमा एक माह के लिए निर्धारित दिन तक नहीं किया जाता है, तो प्रत्येक बकाया माह के लिए एक डिफॉल्ट शुल्क लिया जाता है जो 1 रुपया 100 रुपये मूल्यवर्ग खाते के लिए शुल्क से होगा (अन्य मूल्यवर्ग के लिए आनुपातिक राशि) का शुल्क लिया जाएगा. यदि किसी आरडी खाते में मासिक बकाया है, तो जमाकर्ता को पहले डिफॉल्ट शुल्क के साथ तय मासिक जमा का भुगतान करना होगा और फिर चालू माह के जमा का भुगतान करना होगा. नियमित बकाया के बाद खाता बंद हो जाता है और इसे 4 बकाया से दो महीने के भीतर पुनर्जीवित किया जा सकता है, लेकिन यदि इस अवधि के भीतर खाते को पुनर्जीवित नहीं किया जाता है, डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं तो इस तरह के खाते में कोई और जमा नहीं किया जा सकता है और खाता बंद हो जाता है. यदि मासिक जमा में चार से अधिक बकाया नहीं हैं तो खाताधारक अपने विकल्प पर, खाते की परिपक्वता अवधि को बकाया माह तक बढ़ा सकता है और विस्तारित अवधि के दौरान बकाया किस्तों को जमा कर सकता है.
यदि आरडी खाता बंद नहीं किया जाता है, तो किसी खाते में 5 वर्ष तक अग्रिम जमा किया जा सकता है. कम से कम 6 किश्तों की अग्रिम जमा पर छूट (जमा माह सहित), 100 रुपये मूल्यवर्ग पर 10 रुपये 6 महीने के लिए, 40 रुपये की छूट 12 महीने के लिए होगी. अग्रिम जमा खाता खोलने के समय या उसके बाद किसी भी समय किया जा सकता है.
कर्ज की सुविधा
12 किस्तों को जमा करने और खाते को 1 वर्ष तक चालू रखने के बाद बंद नहीं किया डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं गया जमाकर्ता खाते में शेष ऋण का 50 फीसदी तक ऋण सुविधा प्राप्त कर सकता है. ऋण एकमुश्त या समान मासिक किस्तों में चुकाया जा सकता है. ऋण पर ब्याज आरडी खाते पर लागू ब्याज दर +2 फीसदी की दर के रूप में लागू होगा. ब्याज की गणना भुगतान की तिथि से वापसी जमा की तिथि तक की जाएगी. यदि डीमैट अकाउंट कहां खुलवाएं परिपक्वता तक ऋण नहीं चुकाया जाता है, तो आरडी खाते के परिपक्वता मूल्य से ऋण और ब्याज काट लिया जाएगा. संबंधित डाकघर में पासबुक के साथ ऋण आवेदन पत्र जमा करके ऋण लिया जा सकता है.
समय से पहले बंद होना
संबंधित डाकघर में निर्धारित आवेदन पत्र जमा करके खाता खोलने की तारीख से 3 साल बाद आरडी खाता समय से पहले बंद किया जा सकता है. यदि खाता परिपक्वता से एक दिन पूर्व भी बंद किया जाता है तो डाकघर बचत खाता ब्याज दर लागू होगी. समय से पहले खाता बंद करने की अनुमति नहीं होगी, जब तक कि अग्रिम जमा नहीं किया गया हो.
परिपक्वता
खोलने की तिथि से 5 वर्ष (60 मासिक जमा) बाद अकाउंट मैच्योर हो जाता है. संबंधित डाकघर में आवेदन देकर खाते को आगे 5 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है. विस्तार के दौरान लागू ब्याज दर वह ब्याज दर होगी जिस पर मूल रूप से खाता खोला गया था. एक्सटेंशन की अवधि के दौरान विस्तारित खाते को किसी भी समय बंद किया जा सकता है. पूर्ण वर्षों के लिए, आरडी ब्याज दर लागू होगी और एक वर्ष से कम अवधि के लिए, पीओ बचत खाता ब्याज दर लागू होगी. आरडी खाते को परिपक्वता की तारीख से 5 साल तक बिना जमा के भी रखा जा सकता है. दावे की मंजूरी के बाद, नामांकित / कानूनी उत्तराधिकारी संबंधित डाकघर में आवेदन जमा करके परिपक्वता तक आरडी खाता जारी रख सकते हैं.
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